स्किन के कुछ हिस्सों का बाकी चेहरे से अधिक डार्क होना झाइयां या हाइपर पिगमेंटेशन कहलाता है। झाइयों से चेहरे पर जगह-जगह दाग-धब्बों की तरह दिखने लगते हैं और ये बहुत आम समस्या है जो किसी भी स्किन टाइप वालों को हो सकता है। इनसे कोई परेशानी तो नहीं होती है, लेकिन चेहरे की खूबसूरती और बेदाग त्वचा की कमी पर जरूर असर पड़ता है।
क्यों होते हैं हाइपरपिग्मेंटेशन या झाइयां
झाइयां होने के कई कारण होते हैं (Pigmentation In Hindi)। धूप का अत्यधिक एक्सपोजर झाइयों के प्रमुख कारणों में से एक है। धूप में मौजूद अल्ट्रावायलेट किरणें स्किन की रंगत के लिए जिम्मेदार मेलेनिन को एक्टिव कर देते हैं और इनकी वजह से झाइयां होने लगती हैं। कई महिलाएं को प्रेगनेंसी के दौरान और प्रेगनेंसी के बाद झाइयों का सामना करना पड़ता है। अगर आप ये सोच रही हैं कि पोषण से भरपूर संतिलुत आहार खाने के बाद भी प्रेगनेंसी में चेहरे पर क्यों होती हैं झाइयां, तो बता दें इसका मुख्य कारण शरीर में होने वाले हारमोनल बदलाव होते हैं जिसकी वजह से पिगमेंटेशन बढ़ने लगता है। इससे फेस पर डार्क स्पॉट्स, झाइयां आने लगते हैं। कई बार शरीर में कई तरह के विटामिन की कमी होने के कारण भी चेहरे पर झाइयां आने लगती हैं।
इस विटामिन की कमी से होती हैं झाइयां
अगर आप ये जानना चाहते हैं कि चेहरे पर झाइयां किस विटामिन की कमी से होते हैं तो मुख्य रूप से ये चार तरह के विटामिन की कमी झाइयों का कारण बनती हैं-
- विटामिन बी 12
- विटामिन सी
- विटामिन डी
- विटामिन बी9
चेहरे पर झाइयां इन विटामिन की कमी से होती है
1. विटामिन बी 12
विटामिन बी12 की कमी से शरीर में कई तरह की परेशानियां होती हैं और इनमें झाइयां एक है। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि विटामिन बी12 की कमी का असर डार्क स्किन कलर वालों पर ज्यादा जल्दी होता है।
इसके लिए खाने में नॉनवेज और डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, पनीर आदि, शामिल करें।
2. विटामिन सी
विटामिन सी का स्किन पर बहुत मैजिकल असर दिखता है। चेहरे पर उभरे रिंकल्स को हल्का करने से लेकर स्किन पर उभरे डार्क स्पॉट्स को कम करने तक विटामिन सी हमेशा काम आता है। हालांकि शरीर और स्वास्थ्य की दृष्टी से विटामिन सी की कमी शरीर को ज्यादा नुकसान नहीं करते हैं, लेकिन ब्यूटी के नजरिए से व्यक्ति के आत्मविश्वास को चेहरे पर मौजूद झाइयां बहुत परेशान करते हैं।
विटामिन सी की पूर्ति के लिए खानपान में हर तरह के सिट्रस फल जैसे संतरा, मौसंबी, नींबू शामिल करें। इसके अलावा स्ट्रॉबेरी, ब्रॉकली, आलू जैसे खाद्य पदार्थ में भी विटामिन सी मौजूद है।
3. विटामिन डी
शरीर में विटामिन डी की कमी से भी पिगमेंटेशन की समस्या बढ़ती है और स्किन पर डार्क स्पॉट्स उभरने लगते हैं। किसी भी व्यक्ति के शरीर में मौजूद मेलानोसाइट्स सेल्स, जो कि विटामिन डी ही होते हैं, स्किन पिगमेंट तय करते हैं। विटामिन डी की कमी होने पर स्किन पर पैच आने लगते हैं।
शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए दूध, दही, मशरूम, ऑयली फिश, रेड मीट, लिवर, अंडे की जर्दी आदि का सेवन कर सकते हैं। इसके साथ थोड़ी देर धूप में बैठने से भी शरीर में विटामिन डी का निर्माण होता है।
4. विटामिन बी9
विटामिन बी9, जिसे फॉलिक एसिड भी कहते हैं, की कमी से भी चेहरे पर झाइयां आने लगती हैं। फॉलिक एसिड शरीर में रेड ब्लड सेल्स का स्तर बनाए रखता है और एनीमिया जैसी दिक्कतों से बचाए रखता है। फॉलिक एसिड की कमी एनीमिया में स्किन की रंगत को कम करने लगता है और इससे झाइयां, डार्क स्पॉट्स उभरने लगते हैं।
फॉलिक एसिड की कमी को पूरा करने के लिए हर तरह की हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, मूंगफली, सूरजमुखी के बीज, ताजा फल, फलों का जूस, लिवर, साबूत अनाज और सी फूड आहार में शामिल कर सकते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल

1. धूप से बचें
धूप के अत्यधिक एक्सपोजर से पिगमेंटेशन की समस्या बढ़ती है। सुबह 10 बजे से दिन के 2 बजे तक के धूप में जाने के लिए सनस्क्रीन, छाता, शेड्स, हैट आदि का यूज करें।
2. ब्यूटी रुटीन में विटामिन सी करें शामिल
मार्केट में ऐसे कई तरह के क्रीम उपलब्ध हैं जो पिगमेंटेशन को कम करने के लिए बनाए गए है। इनके अलावा विटामिन सी युक्त क्रीम को रुटीन का हिस्सा बनाकर पिगमेंटेशन की समस्या से बचा जा सकता है। विटामिन सी में एंटी एजिंग और स्किन ब्राइटेनिंग के साथ-साथ धूप से बचाव के लिए भी फायदेमंद है। पिगमेंटेशन रिमूवल क्रीम्स (Pigmentation Removal Creams In Hindi) में विटामिन सी के अलावा नियासिनामाइड, लैक्टिक एसिड, रेटिनॉल भी मौजूद होते हैं और ये स्किन की कई जरूरतों को पूरा करते हैं।
3. सनस्क्रीन लगाएं
स्किन केयर के लिए सनस्क्रीन हमेशा से जरूरी है। स्किन को धूप से होने वाले नुकसान से बचाए रखने के लिए सनस्क्रीन रुटीन का हिस्सा होना जरूरी है।
झाइयों का कारण धूप और प्रेगनेंसी में होने वाले हारमोनल बदलाव तो होते ही हैं, लेकिन चेहरे पर झाइयां विटामिन की कमी से भी होती है। अगर खानपान में हर तरह के विटामिन मौजूद हों तो बहुत हद तक इस समस्या को रोका जा सकता है। हर तरह के विटामिन युक्त संतुलित आहार से हेल्थ के साथ-साथ स्किन और हेयर के लिए भी जरूरी है।