ऑस्कर को फिल्म इंडस्ट्री में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह माना जाता है। दुनिया भर के कलाकार इसका इंतजार करते हैं। इस पुरस्कार समारोह में दुनिया भर से अपनी फिल्म का चयन होना भी एक सम्मान की बात मानी जाती है। विजेता को एक ट्रॉफी प्रदान की जाती है। इस गोल्डन स्टैच्यू को पाना बड़े सम्मान की बात मानी जाती है। इसके लिए कई कलाकार प्रयास कर रहे हैं। लेकिन क्या ये ऑस्कर ट्राफी सच में सोने की होती है? इसका प्राइज कितना होता है? कई लोगों के ऐसे सवाल होते हैं।
Interesting Oscar Award Facts In Hindi | ऑस्कर ट्राफी से जुड़े दिलचस्प सवाल और उनके जवाब
ऑस्कर ट्राफी या फिर ऑस्कर अवॉर्ड को लेकर अगर आपके मन भी कई तरह के सवाल आ रहे हैं तो यहां हम आपकी मदद कर सकते हैं। क्योंकि ऑस्कर से जुड़े कई दिलचस्प सवाल और उनके जवाब की लिस्ट हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं –

ऑस्कर ट्राफी कैसी दिखती है?
ऑस्कर ट्राफी 13.5 इंच यानी 34 सेमी लंबी होती है और इसका वेट 8.5 पाउंड यानी 3.85 किलो होता है। इस ट्राफी में एक योद्धा की आकृति है, जिसे आर्ट डेको में बनाया गया है. यह योद्धा तलवार लेकर पांच तिल्लियों की एक फिल्म रील पर खड़ा है। पांच तिल्लियां एक्टर, डायरेक्टर, राइटर, प्रोड्यूसर और टेक्नीशियन्स का प्रतिनिधित्व करती हैं।
ऑस्कर ट्राफी पर किसी मूर्ति होती है?
ऑस्कर ट्राफी पर आपको एक शख्स की मूर्ति दिखती है। अक्सर लोगों का यही सवाल होता है कि आखिर ये मूर्ति किसकी है। तो हम आपको बता दें कि ऑस्कर को मैक्सिकन फिल्ममेकर और एक्टर एमिलियो फर्नांडीज की नेकेड फोटो से इंस्पायर होकर बनाया गया था।
ऑस्कर ट्राफी किसने डिजाइन की है?
साल 1927 में एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंसेज की मीटिंग में पहली बार इस ट्रॉफी के डिजाइन पर चर्चा की गई थी। इस दौरान लॉस एंजिल्स के कई कलाकारों ने अपने-अपने डिजाइन पेश किये। लेकिन आखिर में मूर्तिकार जॉर्ज स्टैनली की बनाई हुई मूर्ति को पसंद किया गया। अब शिकागो की आर.एस आएंस कंपनी ऑस्कर ट्राफी बनाती है।
ऑस्कर ट्राफी किस धातु की बनी होती है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑस्कर विजेता अभिनेता को जो गोल्डन डॉल मिली है, वह तांबे की बनी है। पहले ट्रॉफी तांबे की होती थी क्योंकि विश्व युद्ध के दौरान धातु की कमी हो गई थी। मगर अब यह 24 कैरेटे शुद्ध सोने के पानी चढ़े ब्रिटैनियम से बनती है। ट्रॉफी करीब 13 इंच लंबी होती है। एक अनुमान के मुताबिक ट्रॉफी की कीमत 400 से 600 डॉलर के बीच होती है।
ऑस्कर अवार्ड जीतने वाला पहला भारतीय कौन था?
साल 1983 में पहली बार एक महिला ने देश के लिए ऑस्कर जीता था। देश को पहला ऑस्कर अवार्ड दिलाने वाली कॉस्टयूम डिजाइनर भानु अथैया ने गांधी फिल्म के लिए बेस्ट कॉस्टयूम डिजाइन कर ये अवॉर्ड अपने नाम किया था।
एकेडमी अवॉर्ड का नाम ऑस्कर कैसे पड़ा?
एकेडमी अवॉर्ड अब ऑस्कर अवॉर्ड नाम से पहचाना जाता है। 1939 से इसका ऑफिशियल नाम ऑस्कर पड़ा था। लेकिन इसका नाम ऑस्कर कैसे पड़ा इसे लेकर काई आपसी मतभेद हैं।
ऑस्कर अवॉर्ड से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें –

- जिन सेलेब्स को ऑस्कर अवॉर्ड मिलता है उन्हें इन्हें बेचने का अधिकार नहीं होता है। अगर अवॉर्ड जीतने वाला चाहे तो इसे एकेडमी को ही इसे बेच सकता है और कहीं भी नहीं।
- ये बात भी बहुत कम लोग जानते हैं कि ऑस्कर अवॉर्ड के साथ किसी भी तरह का कोई अन्य तोहफा विजेता को नहीं मिलता है। बस ऑस्कर जीतने वाले की ब्रांड वैल्यू बढ़ जाती है।
- ऑस्कर के इतिहास में केवल 3 लोग ही ऐसे हैं जिन्होंने ये अवॉर्ड लेने से मना कर दिया था।
- साल 1929 से लेकर अब (2022) तक एक रिपोर्ट के मुताबिक 3140 ऑस्कर अवॉर्ड बांटे जा चुके हैं।
- आज तक सिर्फ एक बार ही ऑस्कर ट्रॉफी लड़की की बनाई गई थी. जिसे 1938 में अमेरिकी एक्टर EDGAR BERGEN को दिया गया था।
- सेकेंड वर्ल्ड वार के दौरान तांबे की कमी हो गई थी, जिसके चलते तीन साल तक ऑस्कर ट्रॉफी प्लास्टर की बनाई गई थी बाद में उस पर पेंट करके रंग चढ़ाया गया था।
- जैक निकोलसन सबसे ज्यादा बार नॉमिनेट होने वाले एक्टर हैं जिन्हें 12 ऑस्कर्स मिल चुके हैं।
- ऑस्कर अवॉर्ड का ऑफिशियल नाम ‘ अकादमी अवॉर्ड ऑफ मेरिट’ है।
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