क्या आप अपनी आने वाली ट्रिप का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं लेकिन इस वजह से चिंता में हैं कि कहीं मोशन सिकनेस या फिर डिजिनेस आपकी ट्रिप या फिर आपके मूड को खराब न करदे? दरअसल, इस बीमारी के होने का कारण यही होता है कि आपके कान के अंदर के हिस्से और आंखों के बीच में आपको एक सेंसेशन महसूस होने लग जाती है और आपको कॉन्फ्लिक्टिंग मैसेज मिलने लगता है कि आपके आसपास कुछ चल रहा है। इस वजह से जैसे ही आपको मोशन सिकनेस (Motion Sickness) महसूस हो तो आपको तुरंत अपनी पोजीशन बदलनी चाहिए या फिर खुद को बिजी रखना चाहिए ताकि आप इसके लक्षणों के सामने आने से पहले ही इसे कंट्रोल कर सकें। इस वजह से हम यहां आपके लिए 5 ऐसे सुझाव लाए हैं, जिनकी मदद से ट्रेवलिंग के दौरान आपकी मोशन सिकनेस कम हो सकती है।
क्या आप जानते हैं कि आपका सिटिंग पॉजिशन भी बहुत मायने रखता है क्योंकि इससे ही पता चलता है कि आप किस तरह से वॉमिट की अपनी जरूरत को मैनेज करते हैं। हो सकता है कि आपके दिमाग को लगने लगे कि आप पीछे की दिशा में जा रहे हैं और आप इस तरह से बैठे हैं कि आप अपॉजिट साइड देख रहे हैं। इस वजह से आपका माइंड ज्यादा कंफ्यूज होता है और आपको मोशन सिकनेस होने लग जाती है।
अगर आपको मोशन की वजह से बहुत ज्यादा अजीब लग रहा है तो विंडो की तरफ आ जाएं या फिर बाहर निकलकर एक वॉक लें। ऐसे में अगर आप अपनी कार की खिड़की को नीचे करते हैं तो इससे बहुत असर होता है और आपकी परेशानी कम होती है। साथ ही एयर कंडीशनर को अपनी ओर कर लें या फिर अगर आप कार में नहीं हैं तो पंखे से खुद के चेहरे पर हवा करें।
हमेशा सलाह दी जाती है कि ट्रेवल करते वक्त हल्का खाना खाना चाहिए। आपको इस दौरान कम मात्रा में प्लेन या फिर सादा खाना खाना चाहिए। कई ट्रेवलर ऐसे होते हैं जो ट्रेवल करते वक्त फ्राइड खाना, क्रिस्प, और चिप्स आदि नहीं खाते हैं। दरअसल, ऐसा इसलिए क्योंकि ऑयली खाने को पचाने में समय लगता है और इस वजह ट्रेवल करते वक्त आपको परेशानी हो सकती है।
मोशन सिकनेस के लक्षणों को कम करने के लिए आप अपनी पसंद के गाने सुन सकते हैं। खुद को इस फीलिंग से डिस्ट्रैक्ट करने के लिए आप रेडियो ऑन कर सकते हैं या फिर अपने कानों में इयरफोन लगा कर गानें सुन सकते हैं या फिर किसी से बात कर सकते हैं। दरअसल, आप अपने ध्यान को ट्रेवल से हटा कर कुछ और कर सकते हैं और आपको इससे बेहतर महसूस होगा।
हालांकि, दवाई का सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए और उसी के मुताबिक आपको ट्रेवलिंग के दौरान दवाई रखनी चाहिए। इस तरह की दवाइयां आपको आसानी से किसी भी दवाई के स्टोर में मिल जाएगी और साथ ही ट्रेवल करते समय आपको अधिक परेशानी भी नहीं होगी।