गर्मियों के दौरान ब्लोटिड महसूस करना एक बहुत ही सामान्य परेशानी है। दरअसल, आपके शरीर में वॉटर रिटेंशन तब होता है जब आपके शरीर में जरूरत ज्यादा पानी होता है। हमारे शरीर में 55% से 60% पानी होता है। हालांकि, कई बार जरूरत से अधिक पानी के कारण आपके शरीर के अन्य हिस्सों में स्वेलिंग हो जाती हैं। जैसे कि पैर, हाथ, आंखें आदि। आमतौर पर प्रेगनेंसी या फिर मेंस्ट्रुएशन के समय अधिक महिलाओं में वॉटर रिटेंशन की समस्या आती है। इसके अलावा एक्सेसिव सॉल्ट, कम एक्टिव लाइफस्टाइल, एल्कॉहल के सेवन या फिर खराब डाइट के कारण भी शरीर में वॉटर रिटेंशन हो सकता है। हालांकि, वॉटर रिटेंशन से छुटकारा पाना कोई नामुमकिन काम नहीं है। इस वजह से हम यहां आपको 5 तरीके बताने वाले हैं, जिनकी मदद से आप वॉटर रिटेंशन (how to prevent water retention in the body) को अवॉइड कर सकती हैं।
सॉल्टी खाने को कहें ना
जब आपके शरीर में सोडियम की मात्रा अधिक होती है तो इससे आपके शरीर में अधिक पानी इकट्ठा हो जाता है क्योंकि नमक में पानी को एब्जॉर्ब करने की क्षमता होती है और इस वजह से आपके शरीर के हिस्सों में अधिक पानी इकट्ठा हो जाता है और आपको ब्लोटिड महसूस होने लगता है। ऐसे में नमक का सेवन कम करना जरूरी है और इस वजह से आपको फ्राइज, चिप्स और अन्य स्नैक्स के सेवन से बचना चाहिए।
अधिक पानी पीएं
एक डीहाइड्रेटिड बॉडी में भी वॉटर रिटेंशन (how to avoid water retention in body) होने की संभावना रहती है। अगर आपके शरीर में पानी की कमी है तो आपकी बॉडी के कुछ हिस्सों में सूजन आ सकती है क्योंकि वो अधिक पानी इकट्ठा कर लेते हैं। इस वजह से जरूरी है कि आप अधिक से अधिक पानी पीएं। आमतौर पर एक अडल्ट के लिए दिनभर में 2 से 3 लीटर पानी पीना काफी होता है। साथ ही पानी पीने से आपके शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और साथ ही एक्स्ट्रा सॉल्ट भी।
खुद को एक्टिव रखें
वॉटर रिटेंशन का एक बड़ा कारण हमारा लाइफस्टाइल भी है। जब भी हम अपने शरीर को मूव करते हैं या फिर खुद को एक्टिव रखते हैं तो हमारी बॉडी में पानी का स्तर बना रहता है। इस वजह से खुद को फिजिकल एक्टिविटी में जरूर घुसाएं। साथ ही रोजाना थोड़ी स्ट्रेचिंग करने से भी आपको इसमें मदद मिलती है। इसके अलावा अगर आप एलिवेटर की जगह सीढ़ियों का सहारा लेते हैं तो भी वॉटर रिटेंशन की समस्या कम होती है।
वॉटर लेवल को मैंटेन करने के लिए पॉटैशियम है जरूरी
आलू, केले, लेंटिल्स, पालक, ऑरेंज और ड्राई फ्रूट्स पॉटैशियम का बहुत ही अच्छा सोर्स होते हैं। इस वजह से अगर आपकी बॉडी में पॉटैशियम और सोडियम की लेवल सही नहीं है तो आपकी बॉडी में वॉटर रिटेंशन की समस्या हो सकती है। इस वजह से आपको अपनी डाइट में पॉटैशियम से भरपूर खाने को शामिल करना चाहिए।
अपनी डाइट को बेहतर बनाएं
खराब और इंबेलेंस डाइट के कारण भी वॉटर रिटेंशन की समस्या होती है। इस वजह से जरूरी है कि आप अपनी डेली डाइट को सुधारें। प्रोसेस्ड फूड को अपनी डाइट से कट करें क्योंकि उनमें काफी अधिक शुगर और नमक होता है। साथ ही फाइबर वाला खाना जैसे कि गाजर, एवोकाडो, एप्पल आदि खाना शुरू करें। इस तरह का खाना खाने से आपके शरीर में मौजूद अधिक सॉल्ट बाहर निकलता है और आपकी बॉडी ब्लॉटिड फ्री रहती है।