माँ बनना इतना आसान नहीं है, जितना लोग समझते हैं। प्रेग्रेंसी के पहले दिन से और पूरे नौ महीने तक गर्भवती के लिए एक-एक दिन बहुत चैलेंजिंग होता है। पोस्ट प्रेग्नेंसी यानि डिलीवरी के बाद हेयर लॉस ऐसे परेशानियों में से एक है। बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन्स का स्तर गिरने से यह समस्या शुरू होती है। लेकिन इसे लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है।
इस लेख में हम आपको डिलीवरी के बाद हेयर फॉल की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए होममेड शैंपू के बारे में बताने जा रहे हैं। ये शैंपू नैचुरल हैं और इन्हें आप घर पर आसानी से तैयार कर सकती हैं। तो चलिए जानते हैं डिलीवरी के बाद हेयर लॉस कम करने के लिए होममेड शैंपू की विधि और प्रकार के बारे में।
प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन, ऑक्सीटोसिन और प्रोलेक्टिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। यही वजह है गर्भावस्था में महिलाओं का हेयरफॉल काफी कम हो जाता है।
वहीं, प्रसव के बाद महिला के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर तेजी से गिरता है। इस वजह से हेयर फॉल की परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि, ऐसा 6 से 8 महीने के लिए ही होता है। हार्मोन्स के वापस से सामान्य स्तर पर आते ही बालों का झड़ना अपने आप कम हो जाता है।
नीचे डिलीवरी के बाद बालों के झड़ने की समस्या को नियंत्रित करने के लिए कुछ होममेड शैंपू के बारे में बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:
सामग्री:
बनाने का तरीका:
कैसे है फायदेमंद:
शिकाकाई में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन डी के साथ कई एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं। ये सभी गुण बालों को स्वस्थ रखने के साथ पोषण देने का काम करते हैं। इसके अलावा, इसमें उच्च मात्रा में एल्केलाइड मौजूद होते हैं, जिस वजह से बालों को साफ करने के लिए इसे उपयोगी माना जाता है।
वहीं, बात करें मेथी दाने की तो एक शोध में साफतौर से इसे हेयरफॉल की समस्या के लिए उपयोगी बताया गया है। इसके पीछे इसके अर्क में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन (एस्ट्रोजन हार्मोन को बढ़ावा देने वाला) प्रभाव को उपयोगी बताया गया है। ऐसे में शिकाकाई और मेथी दाने शैंपू को पोस्टपार्टम हेयर फॉल की समस्या को दूर करने के लिए लाभकारी माना जा सकता है।
सामग्री:
बनाने का तरीका:
कैसे है फायदेमंद:
बालों के लिए शिकाकाई के फायदे लेख में ऊपर बताए जा चुके हैं। बात करें आंवले की तो आयुर्वेद में इसे बालों के लिए औषधि बताया गया है। इसमें बालों को बढ़ाने के साथ घना बनाने की क्षमता होती है। कई शोध में इसे हेयरफॉल का टॉनिक बताया गया है।
प्रसव के बाद होने वाले हेयर फॉल को रोकने के लिए लेख में दिए गए नैचुरल शैंपू का इस्तेमाल करने के साथ कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जिनके बारे में नीचे जानकारी दे रहे हैं:
लेख में आपने होममेड शैंपू के बारे में जाना, जो पोस्टपार्टम हेयर फॉल को काफी हद तक कम करने में मदद कर सकते हैं। ये शैंपू केमिकल बेस्ड शैंपू की तुलना में कम झाग बनाते हैं। परंतु इसका यह मतलब नहीं है कि आपके बाल साफ नहीं होंगे। ये बालों की गंदगी को प्राकृतिक रूप से साफ करते हैं। नियमित रूप से इनके इस्तेमाल के साथ लेख में दी गई अन्य टिप्स को फॉलो कर बालों के झड़ने की समस्या में काफी हद तक कमी आ सकती है।
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