प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन की समस्या बेहद कॉमन है। कई महिलाएं यह समझ ही नहीं पाती कि उनकी त्वचा में इस बदलाव के पीछे क्या कारण है। वे सिर्फ यह समझकर इस समस्या को नजरअंदाज कर देती हैं कि आम दिनों में भी उन्हें ड्राई स्किन की समस्या होती है। शायद यही वजह है कि इस बात पर वे ज्यादा गौर नहीं करती हैं।
यूं तो गर्भावस्था के दौरान त्वचा का खुष्क होना नॉर्मल है। कई बार कुछ महिलाओं में यह स्थिति दुखदाई हो जाती है। यही वजह है आज इस लेख में गर्भावस्था के दौरान ड्राई स्किन का कारण के बारे में चर्चा करेंगे।
साथ ही लेख में प्रेग्नेंसी में खुष्क त्वचा से बचाव संबंधी उपाय के बारे में भी जानेंगे। लेख को पढ़ने से पहले यह समझना जरूरी है कि घरेलू नुस्खे कुछ हद तक समस्या में राहत प्रदान कर सकते हैं। लेकिन, इस परेशानी का सही इलाज डॉक्टर से सलाह लेकर ही करना चाहिए।
हां, प्रेग्नेंसी में रूखी त्वचा होना सामान्य है। दरअसल, गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में हार्मोन में होने वाले उतार-चढ़ाव की वजह से कई सारे बदलाव होते हैं। इसमें से एक है ड्राई स्किन। ऐसा त्वचा की लोच और नमी की कमी के कारण होता है।
बहुत सारी महिलाओं को बढ़ते हुए पेट पर रूखी त्वचा की परेशानी होती है। वहीं, कुछ महिलाओं को जांघों, ब्रेस्ट और हाथों पर ड्राईनेस होती है। कई बार यह ड्राईनेस इतनी बढ़ जाती है कि इससे त्वचा सफेद पपड़ीदार या लाल हो सकती है। कुछ मामलों में खुजली की शिकायत होने लगती है।
नीचे हम ऐसे 5 घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जो आपको प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन की समस्या से बड़ी राहत दिला सकते हैं। तो चलिए जानते हैं गर्भावस्था में ड्राई स्किन के घरेलू नुस्खे, जो कुछ इस प्रकार हैं:
गर्भावस्था में रूखी त्वचा के लिए योगर्ट का इस्तेमाल लाभकारी हो सकता है। दरअसल, योगर्ट में प्रोटीन के साथ लैक्टिक एसिड मौजूद होता है। यह त्वचा को हाइड्रेट रखने के साथ डिटॉक्स करता है। साथ ही डेड स्किन को दूर करता है। यह झुर्रियों को भी काफी हद तक कम कर त्वचा को जवां लुक देता है।
योगर्ट लगाने के लिए प्लेन योगर्ट को उंगलियों की टिप्स की मदद से लगाएं। इसे 2 से 3 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें। अब हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें।
प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन के लिए एप्पल साइडर विनेगर से क्लींजर बना सकते हैं। इसके लिए एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर में 4 चम्मच पानी मिलाएं। रूई की मदद से इसे लगाएं। ये क्लींजर त्वचा का पीएच स्तर बनाए रखने के साथ ड्राई स्किन से बचाव कर सकता है।
गर्भावस्था में रूखी त्वचा के लिए मिल्क शावर भी लाभकारी हो सकता है। योगर्ट की तरह दूध में भी लैक्टिक एसिड होता है, जो डेड स्किन सेल्स को दूर कर त्वचा को नमी प्रदान करने का काम करता है। इस आधार पर प्रेग्नेंसी में होने वाली ड्राइनेस को दूर करने के लिए इसे एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है।
2 कप मिल्क पाउडर में आधा कप कॉर्न स्टार्च और आधा कप बेकिंग सोडा मिलाकर होममेड मिल्क बाथ बनाएं। तैयार मिश्रण को नहाने वाले पानी में मिलाकर शावर लें।
नारियल का तेल और ऑलिव ऑयल से नियमित रूप से मसाज करने से गर्भावस्था में होने वाली रूखी त्वचा से राहत मिल सकती है। ये दोनों तेल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के साथ त्वचा को गहराई से नमी प्रदान करते हैं। मॉइश्चर को लॉक करने के लिए रोजाना सुबह नहाने के बाद व सोने से पहले प्रभावित जगह पर आधे चम्मच तेल से मसाज करें।
प्रेग्नेंसी में साबून का इस्तेमाल त्वचा को पहले से ज्यादा ड्राई बनाने का काम करता है। त्वचा को साफ करने व डेड स्किन को हटाने के लिए साबुन की जगह ओटमील का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक शोध में यह साफतौर से बताया गया है कि ओटमील रूखी त्वचा में नमी प्रदान करने का काम करता है। ऐसे में भीगे हुए ओटमील को एक सूती कपड़े में बांधकर नहाने का लूफा बना सकते हैं। इसके अलावा, बाथ टब में भी ओटमील को मिलाया जा सकता है।
यूं तो गर्भावस्था के दौरान ड्राई स्किन होना नॉर्मल है। लेकिन रूखी त्वचा के साथ खुजली, लाल पैचेज व अन्य गंभीर लक्षण नजर आने पर लेख में दिए गए घरेलू उपायों पर निर्भर न रहें। रूखी त्वचा के कारण त्वचा पर क्रैक नजर आए या खून निकले, तो बिना देरी करे चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर होगा।
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