बचपन में आप सबने यह सुना ही होगा कि किसी के व्यक्तित्व के बारे में जानना हो तो उसके फुटवियर को ध्यान से देखें। भले ही इस बात को हम सबने बचपन में हल्के में लिया हो लेकिन सच्चाई तो यही है कि फुटवियर असल में व्यक्तित्व का आईना ही होते हैं। इन दिनों हाई हील्स पहनने का रिवाज सा चल निकला है। ऑफिस मीटिंग हो तो भला हाई हील्स के बिना कैसे काम चलेगा? किसी की हाइट कम हो तो वह रोजाना ही बिना हाई हील्स के नहीं रह सकती है। त्योहार हैं तो ट्रेडिशनल ड्रेसेज के साथ हाई हील्स ही अच्छी लगती हैं। पार्टी में जाना है तो भी हाई हील्स के बिना कैसे जा सकते हैं? कहने का मतलब यह है कि फुटवियर की बात आते ही कलेक्शन में हाई हील्स अपने आप शामिल हो जाती हैं। अधिकतर एक्ट्रेसेस भी बिना हाई हील्स के नजर ही नहीं आती हैं, उनकी वजह से भी हाई हील्स ने आम जिंदगी में अपनी जगह को पुख्ता कर लिया है। लेकिन क्या कभी आपने ध्यान दिया है कि नियमित तौर पर हाई हील्स को पहनने से पैरों में दर्द के साथ ही अन्य परेशानियों का भी सामना करना पड़ जाता है महिलाओं के पैरों में दर्द
जापानी हैशटैग कुटू – Japanese Hashtag Kutu
हाई हील्स पहनने के नुकसान – Side Effects of Wearing High Heels in Hindi
पीठ और कमर दर्द – Back and Waist Pain
कैसे चुनें सही फुटवियर – How To Choose Right Footwear in Hindi
नियमित तौर पर हाई हील्स पहनने से होने वाले नुकसान को ध्यान में रखते हुए दक्षिण कोरिया में शोधकर्ताओं ने एयरहोस्टेस की ट्रेनिंग लेने वाली कुछ लड़कियों पर रिसर्च की। जाहिर सी बात है कि एयरहोस्टेसेज को हाई हील्स ही पहननी होती हैं। इसके तहत उन्होंने ट्रेनिंग ले रही सभी लड़कियों को दो समूह में बांटा। एक वे, जो सीनियर थीं और दूसरी वे जिन्होंने तुरंत इस ट्रेनिंग को जॉइन किया था।
इन पर कंप्यूटराइज्ड एक्सरसाइज मशीन से जांच की गई। जांच में पाया गया कि ट्रेनिंग ले रही सीनियर लड़कियों के मुकाबले नई लड़कियों के टखने और मांसपेशियां अधिक मजबूत थीं।
जापान में अधिकतर कंपनियों में कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड है। पुरुषों के लिए अलग और महिलाओं के लिए अलग। यहां महिलाओं के लिए स्कर्ट के साथ हाई हील्स पहनना जरूरी है ताकि वे स्मार्ट और स्टाइलिश दिख सकें। सारा दिन काम पूरा करने की जद्दोजहद के साथ हाई हील्स पहनने की वजह से जापानी महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्हें लगातार पैर और एड़ी में दर्द रहने लगा है। इन परेशानियों को हाईलाइट करने के लिए यहां एक कैंपेन चलाया जा रहा है, जिसमें हाई हील्स को स्मार्टनेस की निशानी कम और मजबूरी ज्यादा बताया जा रहा है। इस कैंपेन का नाम मीटू की तर्ज पर कुटू रखा गया है। वर्कप्लेस पर काम करने के दौरान हाई हील्स पहनने से होने वाली तकलीफ को देखते हुए जापान की मॉडल और अभिनेत्री यूमी इशिकावा ने इस कैंपेन की शुरुआत की है।
जापान में कुत्सू का मतलब फुटवियर है, कुत्सू के कु और मीटू के टू को जोड़कर इस कैंपेन का नाम यूमी इशिकावा ने कुटू रख दिया है। इस कैंपेन को कुछ दिनों पहले तक पच्चीस हजार से ज्यादा महिलाओं का समर्थन मिल चुका है। इस कैंपेन को सर्व व्यापक बनाने के लिए यूमी इशिकावा ने सोशल मीडिया का सहारा लिया और अपने कैंपेन को लोकप्रिय बनाया। यूमी इशिकावा का कहना है कि इस कैंपेन के जरिए वह महिलाओं के खिलाफ होने वाले भेदभाव को खत्म करना चाहती हैं। अब इस कुटू हैशटैग ने जापान में एक आंदोलन का रूप ले लिया है। सिर्फ महिलाएं ही नहीं, जापानी पुरुष भी अपनी सहयोगियों के समर्थन में इस कैंपेन में शामिल हो गए हैं।
हाई हील्स पहनने से पैरों और एड़ियों में दर्द तो होता ही है, शरीर के अन्य हिस्सों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। दरअसल हाई हील्स पहनने से पैर के आगे वाले हिस्सों पर अतिरिक्त भार पड़ता है, जिससे कई तरह की बीमारियां घर कर लेती हैं।
हाई हील्स भले ही आपको स्टाइलिश और स्मार्ट लुक देती हैं लेकिन सच तो यह है कि इन्हें पहनकर चलते समय आपके पैर स्वाभाविक तौर पर नहीं घूमते हैं। इसमें शॉक ऑब्जर्वेशन न के बराबर होता है तो आपके घुटनों पर जबरदस्त तौर पर दबाव पड़ता है। यही दबाव कुछ दिनों में दर्द का कारण बन जाता है।
पैरों में दर्द तो इतनी आम शिकायत है कि आज हर दूसरी लड़की इसकी शिकार है। दिन के कुछ घंटे बीतने के बाद ही पैरों में दर्द होने लगता है, जो शाम होते – होते काफी बढ़ जाता है। यदि आप किसी कारणवश रोजाना हाई हील्स पहनती हैं तो आपके पैरों में दर्द रहने का यह एक कारण हो सकता है। रोजाना हाई हील्स पहनने के कारण पैर के साथ ही पैर के तलवे में भी जबरदस्त दर्द रहने लगता है।
चूंकि हाई हील्स में एड़ियों पर अलग तरह का जोर पड़ता है तो एड़ियों में दर्द का होना स्वाभाविक है। ऐसे में रक्त संचार असंतुलित तरीके से होता है, जिसकी वजह से भी एड़ियों में दर्द होता है।
हाई हील्स पहनने के बाद कई बार महिलाएं अपना संतुलन खो बैठती हैं। इससे उनके गिरने का डर बना रहता है। हाई हील्स पहनने के बाद अगर जरा भी पैर इधर- उधर डगमगाया तो टखने में मोच या चोट लगने का डर बना रहता है।
महिलाओं में पीठ और कमर दर्द की शिकायत आम हो चली है। हर दूसरी महिला को शिकायत रहती है कि उसकी पीठ या कमर में जबरदस्त तरीके से दर्द होता है। कभी- कभी यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि असहनीय होने की स्थिति तक पहुंच जाता है। इसके लिए कुछ महिलाएं अपनी खराब जीवनशैली को जिम्मेदार मानती हैं तो कुछ दिन भर देर तक काम करने को। सच तो यह है कि पीठ के निचले हिस्से में दर्द का एक प्रमुख कारण हाई हील्स को पहनना है। हाई हील्स पहनकर चलने की वजह से आपके पूरे शरीर का वजन बराबर तौर पर बंट नहीं पाता है। यह असंतुलित बंटवारा पीठ में दर्द का कारण बनता है।
यदि आपका वजन ज्यादा है और आप नियमित तौर पर हाई हील्स पहनती हैं तो इससे आपका संतुलन खराब हो सकता है। हाई हील्स शिराओं और पिंडलियों की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी है।
हाई हील्स का आकार कुछ इस तरह का होता है कि नसों में रक्त प्रवाह बराबर तरीके से नहीं हो पाता है। कहने का मतलब है कि रक्त प्रवाह में कमी होने लगती है। रक्त प्रवाह में कमी दिमाग पर प्रभाव डालती है, जो बिल्कुल भी सही नहीं है।
माइग्रेन का दर्द कम करने के घरेलू उपाय
हाई हील्स पहनना भले ही आपको पसंद है लेकिन सच तो यह है कि इससे शरीर का अधिकतर वजन कमर, कूल्हे, कंधे और रीढ़ की हड्डी पर आ जाता है। इससे शरीर का पोश्चर खराब हो जाता है। शरीर बेढंग भी दिखने लगता है, जो किसी को पसंद नहीं होगा।
अगर हाई हील्स पहनने के कारण अक्सर पैरों या एड़ियों में दर्द रहने लगा है तो इसके कुछ उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप हाई हील्स से होने वाले दर्द को कम कर सकती हैं। यदि आप ड्राइविंग करती हैं तो ड्राइव के दौरान हाई हील्स उतार कर कोई आरामदायक फुटवियर पहन लें। यदि किसी मीटिंग में व्यस्त हैं तो इस दौरान फुटवियर को उतारा जा सकता है। इससे आपके पैरों को राहत मिलेगी। ध्यान रखें कि कभी भी हाई हील्स पहनकर दौड़ने या सीढ़ियां चढ़ने से बचें। इससे आपके पैरों को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचेगा।
हर्बल टी पीने से दर्द में मिलती है राहत
अगर आपके लिए हाई हील्स पहनना मजबूरी है या आपके काम का अभिन्न अंग है तो आप कुछ सावधानियां बरत कर खुद को हाई हील्स पहनने के नुकसान से बचा सकती हैं। इन दिनों बाजार में फुट कुशन्स उपलब्ध हैं, जिन्हें आप अपनी हाई हील्स के अंदर लगाकर पैरों को राहत दे सकती हैं। चाहें तो बैंडएड ब्लिस्टर ब्लॉक का प्रयोग भी कर सकती हैं। केमिस्ट स्टोर्स में जेल इन्सर्ट भी मिलते हैं, जो आपको दर्द के अहसास से काफी हद तक बचाने की क्षमता रखते हैं। पैर की उंगलियों के पास फोम या रुई रखें, जिससे वहां दर्द नहीं होगा और आपको वहां रिलैक्सेशन महसूस होगा। अपने पैरों की नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें, पैर के हर हिस्से को सही तरीके से घुमाएं ताकि हर जगह रक्त का संचार बराबरी से हो। अपने पैर को एप्सम नमक वाले गुनगुने पानी में कुछ देर के लिए डुबोकर रखें ताकि रक्त संचार बेहतर हो और आपके पैरों से थकान गायब हो जाए।
जब भी बात फुटवियर से पैरों को नुकसान पहुंचने की आती है, हम हाई हील्स से होने वाले नुकसान पर भी गौर फरमाते हैं। अधिकतर लोगों का मानना है कि फ्लैट चप्पलें सेहत की सहेली होती हैं। इनसे पैरों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है। जबकि सच्चाई इसके ठीक विपरीत है। हमेशा फ्लैट फुटवियर को पहनने से भी पैरों को तकलीफ पहुंचती है। सबसे पहले तो यह जान लें कि ऐसा क्यों होता है? दरअसल फ्लैट फुटवियर पहनने से पैरों की गोलाई को सपोर्ट नहीं मिलता है। यही नहीं, एड़ी पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसकी वजह से एड़ी में दर्द रहना आम है। आप ध्यान देंगी तो आपको पता चलेगा कि अगर फ्लैट चप्पल पहनकर आप अधिकतर समय खड़ी रही हैं या चलती रही हैं तो आपकी एड़ियों में दर्द होने लगता है।
हमारे पूरे शरीर का भार हमारे पैरों पर ही पड़ता है, खासकर पैर के निचले हिस्सों पर। इसलिए जरूरी है कि हम अपने पैर के उस हिस्से की खास देखभाल करें। यदि हम फुटवियर खरीदते समय पैर की लंबाई, उनके स्ट्रक्चर, उंगलियों की फैलावट, पैर के निचले हिस्से की गोलाई जैसी महत्वपूर्ण चीजों पर ध्यान देकर फुटवियर खरीदेंगे तो पैरों में दर्द भी नहीं होगा और न ही इसके बाद होने वाली परेशानियों से सामना करने की जरूरत पड़ेगी। फुटवियर खरीदते समय ध्यान रखें कि उसका सोल ठीक- ठाक मोटा हो। पतली स्ट्रैप वाली चप्पलों को पहनते समय पैरों में ग्रिप बनने में दिक्कत होती है। इसलिए हमेशा मोटी और बेहतर फिटिंग वाली स्ट्रैप चप्पलें ही खरीदें। सस्ती चप्पलें खरीदने के चक्कर में अपने पैरों को नुकसान पहुंचाने से बचें। बेहतर होगा कि आप अपने पैर को ध्यान में रखते हुए ब्रांडेड चप्पल ही लें।
यदि आप जबरन खुद को हाई हील्स पहनाना चाहती हैं तो ऐसा बिल्कुल न करें। जब तक कि आप हाई हील्स पहनने को लेकर कंफर्टेबल न हों, इसकी जगह पर प्लेटफॉर्म या वेजेस पहन सकती हैं।
रोजाना हर समय हाई हील्स पहनने से आपके पैर सबसे पहले नकारात्मक तौर पर प्रभावित होते हैं। नियमित तौर पर हाई हील्स पहनने से एड़ी और टखने में अंतर अपने आप पता चलने लगता है।
सबसे पहले तो हाई हील्स को उतार दें। यदि कोई घाव हो गया है तो वहां डिसइंफेक्टेंट लगाएं। चाहें तो अपने पैर को नमक युक्त गुनगुने पानी में डुबोकर रखें।
फुटवियर खरीदते समय पैर की लंबाई, उनके स्ट्रक्चर, उंगलियों की फैलावट, पैर के निचले हिस्से की गोलाई पर ध्यान देना चाहिए।
फ्लैट चप्पलें पहनने से पैर के गोलपन को सपोर्ट नहीं मिलता है। एड़ी पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसकी वजह से एड़ी में दर्द रहना आम है।
ये भी पढ़ें –
सरोजिनी नगर मार्केट से खरीद सकते हैं बेहतरीन फुटवियर
पार्टनर को गिफ्ट करें ऐसा फुटवियर