हिंदू धर्म ग्रंथों में प्रकृति को पूजनीय माना गया है। जिस तरह से जीवन के लिए अन्न, पानी और हवा जरूरी है, उसी तरह हमारे आस-पास हरे-भरे पेड़-पौधे होने भी जरूरी हैं, क्योंकि इनके बिना शुद्ध हवा पाना नामुमकिन है। कहते हैं कि घर के आस-पास अगर हरियाली हो तो बीमारियां भी दूर रहती हैं, लेकिन हर किसी के घर के नजदीक पार्क या हरियाली होना संभव नहीं है। आप चाहें तो अपने घर पर ही कुछ ऐसे पौधे लगा सकते हैं, जिनसे आपको सकारात्मक ऊर्जा भी मिलेगी और साथ शुद्ध हवा भी।
पेड़-पौधे हमारे जीवित रहने के लिए जितने जरूरी हैं, अनेक मान्यताओं के अनुसार उतने ही हमारे ग्रह-नक्षत्रों के बुरे प्रभाव को कम करने के काम भी आते हैं। आजकल ज्यादातर लोग अपने घर को सजाने के लिए पेड़-पौधे लगाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि हर तरह के पेड़-पौधे घर के लिए शुभ नहीं माने जाते हैं। कुछ पौधे नकारात्मक ऊर्जा देते हैं और कुछ पौधे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करते हैं। आइए जानते हैं कि किन पौधों को लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और बीमारियां भी कोसों दूर रहती हैं।
तुलसी का शाब्दिक अर्थ होता है ‘अतुल्यनीय पौधा’। भारत में तुलसी को सबसे पवित्र जड़ी-बूटी माना जाता है। कहते हैं कि अगर आपके घर में किसी तरह की निगेटिव एनर्जी मौजूद है तो ये पौधा उसे नष्ट करने की भी क्षमता रखता है। तुलसी को ‘हर्ब क्वीन’ यानी कि ‘औषधियों की रानी’ कहा जाता है। भारत जैसे देश में तो तुलसी को पूजनीय दर्जा दिया गया है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि तुलसी (Basil) के पत्तों और फूलों में कई तरह के ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं, जो अनेक बीमारियों को रोकने व उसे जड़ से खत्म करने तक की ताकत रखते हैं। इसी वजह से कई बीमारियों की दवा में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी में अनेकानेक गुण होने के कारण इसके पत्ते ही नहीं, बल्कि इसकी टहनी, फूल, बीज आदि सभी भागों को आयुर्वेद और नैचुरोपैथी में भी इलाज के लिए प्रयोग में लाया जाता है। कैंसर जैसा रोग हो या सर्दी-जुकाम, तुलसी का इस्तेमाल सदियों से घर-घर में होता चला आ रहा है।
मोगरे का पौधा घर में लगाना बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि ये पौधा मन को आनंदित करने वाली खुशबू तो देता ही हैं, साथ ही पूजा-अर्चना में भी काम आता है। इसके पौधे को आंशिक छाया के साथ एक गर्म स्थान पर, जहां सूर्य की रौशनी आती हो, वहां लगाना उचित रहता है। अपनी सुंदरता और महक के साथ-साथ मोगरा बहुत गुणकारी भी होता है। मोगरे के फूलों का उपयोग एरोमा थेरेपी में भी किया जाता है। इसके अलावा इसे कान में दर्द व कई तरह की त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आपके घर में बगीचे या बागबानी का स्पेस है तो आप उस जगह आंवले का पेड़ लगा सकते हैं। कहा जाता है कि अगर घर के उत्तर और पूरब दिशा में आंवले का पेड़ लगा तो वह अत्यंत लाभदायक होता है। ये आपके कष्टों का निवारण करता है और साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है।
मनीप्लांट सबसे अधिक प्रचलित इनडोर प्लांट माना जाता है, क्योंकि ये लगभग ज्यादातर घरों में लगा होता है। ये देखने में जितना अच्छा लगता है, उतना ही इसे लगाने के फायदे भी हैं। ये पौधा घर के वातावरण को शुद्ध बनाने के साथ ही हवा को भी स्वच्छ रखता है। वास्तु के अनुसार, घर में मनीप्लांट लगाने से आर्थिक तंगी दूर हो जाती है। कहते हैं कि ये पौधा जितना हरा-भरा रहेगा, घर में आमदनी उतनी ही बढ़ेगी, क्योंकि इस पौधे को लक्ष्मी का रूप भी माना जाता है, इसीलिए इसे मनीप्लांट कहते हैं। दक्षिण-पूर्व दिशा में इसे लगाने से घर के सभी तरह के वास्तु-दोष समाप्त हो जाते हैं।
शास्त्रों में जिन नवग्रहों से संबंधित पेड़-पौधों का जिक्र मिलता है, उन्हीं में से एक है शमी का पौधा। शमी का संबंध भगवान शनिदेव से है। शनि की कृपा पाने के लिए शमी का पेड़ लगाकर इसकी पूजा-उपासना की जाती है। शमी का पेड़ भी घर में होना शुभ माना गया है। घर के मुख्य द्वार के बाईं ओर इस पौधे को लगाना अच्छा रहता है। अगर किसी के घर में यह पौधा लगा है तो वह कर्ज, कष्ट और बीमारियों के प्रकोप से कोसों दूर रहता है।