भारतीय शहरों में बढ़ता वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जैसा कि लगातार बढ़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) से पता चल रहा है। हालांकि इस गंभीर प्रदूषण के कारण दैनिक जिम्मेदारियों और काम को रोक देना संभव नहीं है लेकिन फिर भी आप अपनी लाइफस्टाइल में कुछ ऐसे बदलाव कर सकते हैं जिनकी मदद से आप अपने स्वास्थ्य को इस मुश्किल वक्त में भी अच्छा रख सकते हैं।
AQI स्तरों में लगातार वृद्धि एक बढ़ती हुई चिंता का विषय है, जो विशेष रूप से इन शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर रही है। वाहनों के उत्सर्जन, इंडस्ट्रियल एक्टीविटीज, कंस्ट्रक्शन और फसल को जलाने के कारण एयर क्वालिटी खराब होती जा रही है और इसका असर लाखों जिंदगियों पर हो रहा है। इस जोखिम से पूरी तरह बच पाना तो संभव नहीं है लेकिन आप अपने स्वास्थ्य के लिए जरूरी कदम उठा सकते हैं।
एयर क्वालिटी के खराब होने के साथ आप हवा के साथ क्या ले रहे हैं अंदर?
एयर पॉल्यूशन में कई सारे हानिकारक सब्सटांस होते हैं जिन्हें हम इन्हेल करते हैं और ये हमारी लंग्स और रेस्पिरेटरी सिस्टम पर असर डालते हैं। इसमें पॉल्यूशन में पार्टिकुलेट मैटर होते हैं जो सॉलिड या लिक्विड पार्टिक्लस होते हैं। इसमें ऑजोन, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोक्साइड और कई इंडस्ट्रियल इमिशन होते हैं। जब आप इन चीजों को सांस के साथ अंदर लेते हैं तो इससे आपको रेस्पिरेटरी इरिटेशन हो सकती है जिसकी वजह से आपको खांसी, सांस लेने में परेशानी आदि चीजें हो सकती हैं।
इसके अलावा एयर पॉल्यूशन के कारण लंग फंक्शन में दिक्कत हो सकती है, जिसकी वजह से आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है। जिन्हें पहले से ही सांस की परेशानी होती है उन्हें पॉल्यूशन के बढ़ने की वजह से अधिक परेशानी होती है और उन्हें बीमारी भी हो जाती है।
एयर पॉल्यूशन के असर को कम करने के लिए इन चीजों का करें सेवन
बाहरी तौर पर एयर पॉल्यूशन से लड़ने के बहुत सारे तरीके हैं लेकिन अंदरूनी तौर पर खुद का ध्यान रखने के लिए हेल्दी डाइट फॉलो करना जरूरी है। इस वजह से हम यहां आपके लिए ऐसे फूड ऑप्शन लेकर आए हैं जिनको आपको एयर पॉल्यूशन के असर को कम करने के लिए अपनी डाइट में इन दिनों जरूर शामिल कर लेना चाहिए।
1. एंटीऑक्सीडेंट रिच फल और सब्जियां
आपको इस वक्त एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड खाना चाहिए। इसमें बेर, पालक, शिमलामिर्च आदि शामिल है। वहीं फलों में संतरा, कीनू और आवंला आदि शामिल है जो प्रदूषण के असर को कम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रलाइज करते हैं और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं।
2. ओमेगा-3 फैटी एसिड
ऐसी चीजें जिनमें अधिक मात्रा में ओमेगा-3 होता है जैसे कि फैटी फिश, अलसी और अखरोट आदि में एंटी-इंफ्लामेट्री प्रोपर्टीज होती हैं जो रेस्पीरेटरी सिस्टम को पॉल्यूशन से होने वाले डैमेज से बचाती हैं।
3. हल्दी
हल्दी में Curcumin नाम का एक एक्टिव कंपाउंड होता है जो अपनी एंटी-इंफ्लामेट्री और एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टी के लिए जाना जाता है। अगर आप अपनी डाइट में हल्दी मिलाते हैं तो इससे इंफ्लामेट्री इफेक्ट कम होते हैं।
4. अदरक
अदरक अपनी एंटी-इंफ्लामेट्री और इम्यून बूस्टिंग प्रोपर्टीज के लिए जाना जाता है। अगर आप अपनी डाइट में अदरक को शामिल करते हैं तो इससे एयर पॉल्यूशन के कारण होने वाले इंफ्लामेट्री अफेक्ट कम होते हैं।
5. ग्रीन टी
ग्रीन टी में पॉलीफेनल होता है जो एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है और ये बॉडी में इंफ्लामेशन को कम करता है। अगर आप नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करते हैं इससे आपकी बॉडी को एयर पॉल्यूशन के कारण होने वाले ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से राहत मिलती है।