‘वजाइना’ (Vagina) एक ऐसा शब्द, जिसके बारे में ज्यादातर महिलाएं या लड़कियां बात करने में शर्मा जाती हैं। वजाइना और वजाइना से जुड़ी चीज़ें लोगों के बीच टैबू की तरह हैं। इसे बारे में शायद ही कोई बात करना चाहे। यहां तक की दो लड़कियां भी आपस में वजाइना के बारे में बात करने से हिचकिचाती हैं। यही वजह है कि लोगों ने इसे ‘लड़कियों का प्राइवेट पार्ट’ नाम दे रखा है। जबकि यह भी शरीर के अन्य हिस्सों की तरह एक और हिस्सा भर है। प्राइवेट पार्ट कहलाने के चलते खुद महिलाओं के इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं होती। जबकि महिलाओं में वजाइना का स्वास्थ भी काफी महत्वपूर्ण बात है। भले ही इसका मूल काम सेक्स करने से लेकर प्रजनन तक हो। लेकिन एक नई जान को दुनिया में लेकर आना कोई बच्चों का खेल नहीं। इसलिए हर महिला को वजाइना से जुड़े तथ्य का पता होना बेहद जरूरी है।
वजाइना के बारे महत्वपूर्ण तथ्य
वजाइना बच्चों को जन्म देने जितना महत्वपूर्ण काम करती है। ऐसे में वजाइना के बारे में महिलाओं को महत्वपूर्ण तथ्य पता होने बहुत जरूरी हैं। ज्यादातर महिलाएं इसके बारे में आधी-अधूरी जानकारी रखती हैं। जो मां से समझा दिया या फिर जो सहेली से जान लिया बस इतनी ही जानकारी सीमित रह जाती है। मगर हम यहां आपको वजाइना के बारे महत्वपूर्ण तथ्य बता रहे हैं। इन्हें जानकर आप अपनी वजाइना का खास ख्याल रख सकती हैं। इसके अलावा यह तथ्य ऐसे हैं, जिनसे शायद आप अब तक अनजान हों। इन्हें जान लिया तो समझ लीजिये आपने अपनी वजाइना को पूरी तरह से जान लिया।
वजाइना बदलती है आकार
क्या आप जानते हैं उत्तेजना बढ़ने पर वजाइना का साइज भी बढ़ जाता है। दरअसल, एक एवरेज वजाइना का साइज उत्तेजित होने पर 3 से 4 इंच तक बढ़ जाता है। फोरप्ले लंबा खिंचने से उत्तेजना बढ़ती है और वजाइना फैलता है। वहीं बच्चे को जन्म देने के दौरान वजाइना 200 प्रतिशत तक फैल सकती है। उसके बाद यह कुछ दिनों में वापस अपने पुराने आकार में भी आ जाती है। है न हैरान कर देने वाली बात।
वजाइना रखती है खुद को साफ
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि महिला को अपनी वजाइना साफ रखनी चाहिए। इसके लिए आप नहाते समय इसे साफ कर सकती हैं। मगर क्या आप जानती हैं कि वजाइना खुद को भी साफ रख सकती है। जी हां, वजाइना में अच्छे बैक्टीरिया और हानिकारक बैक्टीरिया दोनों ही होते हैं जो कि पीएच बैलेंस बनाकर रखते हैं। इसके अलावा वजाइना से निकलने वाला द्रव्य उसे मृत कोशिकाओं से साफ रखता है। इस वजह से यह खुद को साफ रखने में खुद ही सक्षम है।
क्लाइटोरिस में होती है हजारों नसें
क्लाइटोरिस, वजाइना का एक ऐसा हिस्सा है, जिसे सिर्फ छूने भर से महिलाएं सेक्स के लिए उत्तेजित हो जाती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस छोटे से हिस्से में 8000 नसें होती हैं। यह पुरुषों के लिंग की नसों से लगभग दोगुनी होती है। क्योंकि पुरुषों के लिंग में चार हजार नसें ही होती हैं। यही नहीं उत्तेजना के दौरान क्लाइटोरिस आकार में 300 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। यही कारण है कि क्लाइटोरिस महिलाओं के शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा होता है।
वजाइना के जरिये चीज़ें अंदर नहीं जा सकतीं
आजकल पीरियड के समय पैड के अलावा टैम्पोन भी काफी चलन में है। ज्यादातर लड़कियां अभी भी टैम्पोन इस दर से इस्तेमाल नहीं करतीं कि कहीं यह वजाइना में खो न जाये या फिर वजाइना के जरिये अंदर न चला जाये। तो हम आपको बता दें कि ऐसा बिलकुल नहीं है। दरअसल, वजाइना के रास्ते कोई भी चीज़ न तो खो सकती है और न ही अंदर जा सकती है। इसलिए वजाइना में टैम्पोन खो जाना असंभव है। ये हो सकता है कि टैम्पोन उसमें अटक जाये लेकिन खो कभी नहीं सकता।
सेक्स करने से वजाइना ढीली नहीं होती
कई महिलाओं को यह गलतफहमी रहती है कि ज्यादा सेक्स करने से वजाइना ढीली हो जाती है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वजाइना को अपना आकार संतुलित रखना अच्छे से आता है। दरअसल, उत्तेजना के समय यह अपने आप आकार को बढ़ा लेती है मगर ऑर्गेज्म के बाद या खुद ब खुद अपने आकार में वापस आ जाती है। इसके अलावा कई दिनों तक सेक्स न करने से यह टाइट भी हो जाती है। सवाल रहा वजाइना के ढीली होने का तो उम्र बढ़ने के के साथ यह जरूर कुछ ढीली हो सकती है।
आपका खाना करता है वजाइना की गंध को प्रभावित
वजाइना से एक अलग तरह की गंध आती है यह तो आपको पता ही होगा। मगर वजाइना से जुड़ा एक तथ्य और भी है कि आपकी योनि की गंध आपके खाए गए खाना पर निर्भर करती है। इसीलिए अगर आपकी वजाइना से अधिक बदबू आ रही है तो इसका मतलब है कि आपको अपने आहार में परिवर्तन करने की जरूरत है। ध्यान रहे कई दिनों तक तीव्र गंध आने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। यह योनि संक्रमण का संकेत भी हो सकता है।
झिल्ली सिर्फ सेक्स करने पर ही नहीं टूटती
यौन अवस्था में आते ही लड़के और लड़कियों को यह बात घोल कर पिला दी जाती है कि लड़कियों की वजाइना की झिल्ली सिर्फ सेक्स करने के बाद ही टूटती है। अगर पहली बार सेक्स करने पर किसी लड़की की झिल्ली पहले से टूटी है तो इसका मतलब है कि वह वर्जिन नहीं है। या बात पूरी तरह से मिथ्या है। जबकि तथ्य यह है कि वजाइना की झिल्ली और भी कई वजहों से टूट सकती है। उदाहरण के तौर पर अधिक साइकिल चलाने से, एक्सरसाइज करने से, अधिक भाग-दौड़ करने से या फिर लड़की के किसी भी स्पोर्ट्स में शामिल होने से भी झिल्ली टूट सकती है।
वजाइना के लिए भी है एक्सरसाइज
एक्सरसाइज हमारे स्वस्थ जीवन के लिए बेहद जरूरी है। शरीर के हर हिस्से के लिए अलग-अलग एक्सरसाइज होती हैं। मगर क्या आप जानते हैं वजाइना के लिए भी एक एक्सरसाइज होती है। जी हां, वजाइना के बारे में एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि इसके लिए अलग से एक्सरसाइज होती है। इसका नाम है कीगल एक्सरसाइज। यह एक्सरसाइज वजाइना को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह एक्सरसाइज वजाइना को टाइट करने के काम भी आती है।
वाइन की तरह है वजाइना
वजाइना के बारे में ये महत्वपूर्ण तथ्य आपको जरूर हैरान कर कर देगा। क्या आप जानते हैं, आपकी वजाइना वाइन की तरह होती है। हम यहां टेस्ट की नहीं बल्कि पीएच स्तर की बात कर रहे हैं। दरअसल, वजाइना का सामान्य पीएच स्तर 4.5 होता है। यह वाइन के पीएच स्तर के बराबर है। बता दें कि वजाइना में लैक्टोबैसिली यानि अच्छे बैक्टीरिया होते हैं। यही बैक्टीरिया महिलाओं की वजाइना में पीएच स्तर को सामान्य रखने में मदद करते हैं और संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकते हैं।
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