भाग कर शादी करने से लेकर बच्चे न करने तक, सुधा चंद्रन ने अपनी शर्तों पर जी है जिंदगी
हम सभी सुधा चंद्रन के बारे में जानते हैं जो हिंदी टीवी सीरियल कहीं किसी रोज में रमोला सिकंद के किरदार से काफी मशहूर हुई थीं लेकिन आप और मैं शायद उनकी स्ट्रगल्स के बारे में नहीं जानते हैं और बता दें कि उनकी यह जर्नी बिल्कुल भी आसान नहीं थी। एक लीडिंग डेली के मुताबिक सुधा चंद्रन टैलेंटिड भरतनाट्यम डांसर थीं लेकिन 17 वर्ष की आयु में उनके साथ एक हादसा हुआ और इसके बाद उनके पैर को काटना पड़ा था। हालांकि, प्रोस्थेटिक लेग की मदद से उन्हें अपनी मोबिलिटी वापस मिल गई और इसके बाद उन्होंने कई देशों में जाकर डांस किया फिर भी यह उनके जीवन की कुछ पहली मुश्किलों में से एक थी।
एक्ट्रेस ने बताया, ”मेरे पास कोई च्वॉइस नहीं थी, मेरे पार केवल दो ही रास्ते थे। एक या तो मैं दोबारा चलना शुरू करूं और या फिर अपनी जिंदगी बर्बाद कर लूं। असल में हादसे के बाद मैं जीना नहीं चाहती थी लेकिन मेरे पेरेंट्स के सपोर्ट की मदद से मैंने दोबारा चलना सीखा और चीजें की।”एक्ट्रेस को जिंदगी में बाद में असिस्टेंट डायरेक्टर रवी दांग से प्यार हुआ जिनसे उन्होंने 1994 में शादी की थी लेकिन सुधा के माता-पिता इसके खिलाफ थे। दरअसल, सुधा एक तमिल परिवार से आती हैं और रवी पंजाबी परिवार से आते हैं। इस वजह से दोनों ने भाग कर चेंबूर के मंदिर में शादी थी। दोनों की शादी को 29 साल हो गए हैं और दोनों का कोई बच्चा नहीं है।
इतना ही नहीं सुधा के पास लगभग 7 सालों तक कोई काम नहीं था। उन्होंने कहा, ”मैं मेरे करियर में 7 सालों तक अनएम्पोलिइड रही हूं। जबकि मैंने उससे पहले नैशनल अवॉर्ड भी जीता था लेकिन फिर भी मुझे 7 सालों तक घर बैठना पड़ा। आज लोग महामारी जैसी स्थिति में 6 महीने नहीं बैठ पाते हैं और मैं 6 साल तक बिना काम किए रही हूं।”
लेकिन फिर जादू हुआ और सुधा को रमोला सिकंद का किरदार निभाने का मौका मिला। उन्होंने कहा, ”यह मेरे लिए टर्निंग प्वॉइंट था क्योंकि वही लोग जिन्होंने मुझे एक बार इंडस्ट्री छोड़ देने की सलाह दी थी, मेरे पास आए और मुझे बेस्ट नेगेटिव एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया और मैं इसे मेरे करियर में अचीवमेंट मानती हूं।”

सुधा चंद्रन ने अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जी है और उन्होंने कभी स्टीरियोटाइप्स को अपनी जिंदगी डिक्टेट नहीं करने दी है। वाकई उनकी जर्नी बेहद शानदार रही है।