तनाव से अब कोई स्टिगमा जुड़ा हुआ नहीं है क्योंकि ये सबकी जिंदगी का एक हिस्सा है। हालांकि, स्ट्रेस की वजह से आपकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ भी प्रभावित होती है। लेकिन फिर भी लोग तनाव को एक छोटी सी समस्या ही समझते हैं और हम अक्सर कहते हैं कि ये बस थोड़ा सा तनाव है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके चेहरे पर इसका क्या प्रभाव होता है?
ड्राइनेस, झुर्रियां और एक्ने तो इसके केवल कुछ ही स्टेप हैं तो चलिए आपको बताते हैं कि स्ट्रेस किस तरह से आपके चेहरे को प्रभावित करता है।
त्वचा और बालों पर स्ट्रेस से होने वाले प्रभाव
एक्ने – जब आप तनाव में होते हैं तो आप अधिक कॉर्टिसॉल उत्पन्न करते हैं। कॉर्टिसॉल के बदले में हाइपोथैलेमस CRH प्रोड्यूस करता है। सीआरएच, हेयर फॉलिसेल्स के आसपास ऑयल प्रोडक्शन को स्टिम्यूलेट करता है और ये ऑयल प्रोडक्शन आपके पोर्स को बंद कर सकते हैं और एक्ने का कारण बन सकते हैं।
आंखों के नीचे काले घेरे – आंखों के नीचे काले घेरे सूजन या फिर पफिनेस के कारण होते हैं। उम्र के साथ ये काफी सामान्य हो जाते हैं क्योंकि आंखों को सपोर्ट करने वाली मसल कमजोर हो जाती हैं। हालांकि, स्ट्रेस के कारण नींद नहीं आ पाती है, जिसकी वजह से त्वचा पर फाइन लाइन या फिर अनईवन पिगमेंटेशन आदि होने लगता है।
झुर्रियां – स्ट्रेस की वजह आपकी त्वचा में मौजूद प्रोटीन बदलने लगता है जिसकी वजह से त्वचा की इलास्टिसिटी खत्म होने लग जाती है। इलास्टिसिटी के कम होने की वजह से त्वचा पर झुर्रियां दिखाई देने लग जाती हैं।
रैश – स्ट्रेस के कारण आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से डिसबायोसिस हो जाता है जिसकी वजह से आपके गट और त्वचा में बैक्टीरिया का इमबैलेंस हो जाता है। जब त्वचा पर इमबैलेंस दिखता है तो रैश और रेडनेस हो सकती है।
ड्राई स्किन – आपकी त्वचा की बाहरी लेयर पर कुछ प्रोटीन और लिपिड्स अहम भूमिका निभाते हैं और त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद करते हैं। ये साथ ही आपकी त्वचा को अंदर तक प्रोटेक्ट करने में भी मदद करता है। अगर आपकी आउटर लेयर स्ट्रेस के कारण सही से काम नहीं कर रही है तो आपकी त्वचा ड्राई और इची हो सकती है।
फेस फ्लशिंग – आपकी ब्रीथिंग हैबिट तनाव के कारण बदलने लगती है जिसकी वजह से आपका चेहरा कई बार बहुत ही खराब लगने लगता है। हालांकि, ये परमानेंट नहीं होता है।
सफेद बाल और हेयर लॉस – ये तो सभी जानते हैं कि तनाव के कारण बाल जल्दी सफेद होने लग जाते हैं। हाल ही में वेज्ञानिकों ने इसके पीछे के कारण का पता लगा लिया है। दरअसल, मेलानिन नाम का पिगमेंट मेलानोसाइट नाम के सेल से प्रोड्यूस होता है जो इसके कलर के लिए जिम्मेदार होता है। हालांकि, स्ट्रेस की वजह से इसका प्रोडक्शन प्रभावित होता है और बालों का बढ़ना भी इससे प्रभावित होता है जिसकी वजह से बहुत अधिक हेयर फॉल होने लग जाता है।
स्ट्रेस मैनेज करने के टिप्स
- जितना हो सकें उतना हंसे क्योंकि इससे एंड्रोफिन रिलीज होता है और स्ट्रेस का लेवल कम होता है।
- सेंट वाली मोमबत्ती को जलाएं और अरोमाथेरेपी ट्राई करें।
- थोड़ा गर्म पानी पिएं।
- अपने पेट के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं।
- मसाज थेरेपी ट्राई करें।
- कैफिन का इनटेक कम करें।
- अपनी भावनाओं और फीलिंग्स के बारे में लिखें।
- च्वींग गम खाएं।
- अपने चाहने वालों के साथ समय बिताएं।
- गले लगाएं, किस करें और स्ट्रेस को कम करें।
- डीप ब्रीथिंग ट्राई करें।
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