यह 2022 है और हम सभी ने कभी न कभी लिप ग्लॉस में इंवेस्ट किया है। हालांकि, इसका मतलब ये नहीं है कि लिप ग्लॉस, मैट लिपस्टिक को कम ग्लैमरस बनाता है, लेकिन एक कम्यूनिटी के रूप में ग्लॉस और लिप ऑयल दोनों को अपने डेली रूटीन का हिस्सा बनाने लगे हैं। और हम ऐसा क्यों ना करें जब लिप ग्लॉस प्रोडक्ट्स इतने ट्रेंडिंग हैं और वायरल हो रहे हैं।
अब अगर आप तैयार हैं तो बता दें कि जूसी लिप प्रोडक्ट के 2 मेजर फॉर्मेंट्स हैं, जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए और यह लिप ग्लॉस और लिप ऑयल हैं। अगर आप नहीं जानते तो बता दें कि दोनों एक जैसे नहीं हैं और दोनों आपके लिप्स के लिए अलग-अलग तरह से काम करते हैं। तो चलिए आपको लिप ग्लॉस और लिप ऑयल के बीच में अंतर बताते हैं, ताकि आप जान सकें कि आपके लिए क्या चीज ज्यादा अच्छी है।
लिप ऑयल क्या होता है?
लिप ऑयल नरिशिंग स्किनकेयर प्रोडक्ट्स हैं, जिसके कई बार मेकअप बेनेफिट्स भी होते हैं। ये नैचुरल ऑयल से फॉर्मुलेटिड होते हैं और अन्य कंडीशनिंग चीजे होती हैं, जो आपके लिप्स के मॉइश्चराइज करती है और लिप्स को हाइड्रेट भी रखती है। इनकी कंसिस्टेंसी लिप ग्लॉस जैसी होती है लेकिन ये अधिक लाइटवेट होते हैं और नॉन-स्टिकी भी। लिप ऑयल आमतौर पर टिंटिड और शिमर फॉर्मुलेशन वाले होते हैं। हालांकि, लिप ऑयल ट्रांसफर प्रूफ नहीं होते हैं।
लिप ग्लॉस क्या होता है?
लिप ग्लॉस एक मेकअप प्रोडक्ट है, जिसका इस्तेमाल लिप्स को ग्लॉसी बनाने के लिए किया जाता है। यह फॉर्मुलेशन आपको प्लंप और ग्लेज्ड इफेक्ट देता है और साथ ही स्टेटमेंट पाउट भी। लिप ग्लॉस कई बार स्किनकेयर इंग्रीडिएंट से भरपूर होता है और इस वजह से यह लिप्स की स्किन के लिए अच्छा होता है। लिप ग्लॉस, ऑयल के मुकाबले अधिक थिकर होते हैं और ये क्लीयर, शिमर और टिंटिड फॉर्मुलेशन में आते हैं। इसके अलावा कुछ लिप ग्लॉस फॉर्मुलेशन ट्रांसफर प्रूफ भी होते हैं।
लिप ऑयल और लिप ग्लॉस के बीच अंतर
लिप ग्लॉस | लिप ऑयल |
यह एक मेकअप प्रोडक्ट है जो आपके लिप्स को वॉल्यूम और शीन देता है। | लिप केयर प्रोडक्ट जो आपके लिप्स की स्किन को नरिश करता है और ग्लॉस इफेक्ट देता है। |
इसके स्किनकेयर बेनेफिट्स हो भी सकते हैं और नहीं भी। | ग्लॉस और शाइन के साथ लिप केयर बेनेफिट्स देता है। |
थिकर कंटीस्टेंसी। | इसकी कंसिस्टेंसी लाइटवेट होती है। |
टिंटिड, शिमर और क्लीयर फॉर्मेशन। | यह टिंटिड, शिमर और क्लीयर फॉर्मुलेशन में आता है। |
अधिक वक्त तक टिका रहता है और कई बार ट्रांसफर प्रूफ होता है। | यह ट्रांसफर प्रूफ होता है और इसे रिएप्लिकेशन की जरूरत होती है। |