प्रेग्नेंसी पीरियड महिलाओं के लिए नौ महीने का वो सफर है, जिसमें उन्हें एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखना पड़ता है। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को नई-नई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें से एक है प्रेग्नेंसी के दौरान आंखों के नीचे होने वाले डार्क सर्कल यानी आम भाषा में कहे तो डार्क सर्कल।
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को थोड़ी-थोड़ी देर में थकान होने लगती है और थकान के कारण नींद नहीं आती है। ऐसे में दिनभर की थकान और नींद नहीं आने के कारण उनके चेहरे पर काले घेरे ओर भी ज्यादा उभरकर दिखने लगते हैं।
वाकई में प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए यह नौ महीने का सफर एक तरफ तो सपने देता है तो दूसरी तरफ बड़ी अग्निपरीक्षा भी लेता है। पर आप घबराएं नहीं, हर परेशानी का कुछ न कुछ सॉल्यूशन भी होता है। बस आप नीचे दी गई बातों पर ध्यान दें, जो प्रेग्नेंसी के दौरान आंखों के नीचे काले घेरे कम करने के लिए बड़े काम आएंगी।
गर्भावस्था में काले घेरे होने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं, इसके बारे में नीचे जानकारी दे रहे हैं:
गर्भावस्था के दौरान मेलानिन का उत्पादन अधिक होता है, जिस वजह से आंखों के नीचे पिगमेंटेशन यानी काले घेरे बनने लगते हैं।
गर्भवती महिला में डार्क सर्कल होने का एक मुख्य कारण शरीर में हॉर्मोन परिवर्तन है। हॉर्मोन का स्तर असंतुलित होने के कारण आंखों के नीचे की सतह पर रक्त कोशिकाओं की मात्रा बढ़ जाती है। वहीं, आंखों के आस-पास की त्वचा बहुत पतली और संवेदनशील होती है। इस वजह से आंखों के आस-पास का हिस्सा गहरा दिखने लगता है।
अमूमन सभी गर्भवती महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस और जी मिचलाने की शिकायत होती है। इससे शरीर में पानी व पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इस दौरान खाना न खा पाने और सिकनेस की शिकायत का सीधा असर चेहरे पर पफी स्किन और डार्क सर्कल के रूप में दिखने लगता है।
गर्भावस्था के दौरान डार्क सर्कल होने का एक कारण नींद पूरी न होना भी हो सकता है। प्रेग्नेंट महिलाओं पर किए गए एक शोध में इसका जिक्र मिलता है। शोध में बताया गया है कि पर्याप्त नींद न लेने से आंखों के नीचे का हिस्सा काला दिखाई देने लगता है।
प्रेग्नेंसी में काले घेरे से राहत पाने के लिए नीचे हम कुछ आसान उपाय बता रहे हैं। इन्हें अपनाकर डार्क सर्कल की समस्या से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है।
गर्भावस्था में आंखों के काले घेरों को दूर करने के लिए सोयाबीन का लेप लगाना लाभकारी हो सकता है। एक शोध की मानें तो सोयाबीन का अर्क त्वचा में मेलेनिन के स्तर को नियंत्रित करता है। जैसा कि लेख में ऊपर बताया जा चुका है कि त्वचा में मेलेनिन का स्तर बढ़ने से डार्क सर्कल की समस्या हो सकती है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि सोयाबीन का लेप प्रेग्नेंसी में डार्क सर्कल को दूर कर सकता है।
आइसक्यूब की मदद से प्रेग्नेंसी में डार्क सर्कल की समस्या का समाधान किया जा सकता है। इसके लिए खीरे और आलू को कद्दूकस करके इनका रस निकाल लें। इसमें नींबू का रस मिलाएं। तैयार मिश्रण में पानी मिलाकर आइसक्यूब बनने के लिए रख दें। डार्क सर्कल की समस्या को कम होने में समय लग सकता है, लेकिन इसे एक कारगर तरीका माना जाता है।
गुलाब जल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की कोशिकाओं को मजबूत करते हैं। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से त्वचा जवां और निखरी नजर आती है। इसे लगाने के लिए सोने से पहले कॉटन पैड में गुलाब जल लें। इसे आंखों के नीचे 15 मिनट के लिए लगा कर रखें।
प्रेग्नेंसी में डार्क सर्कल के घरेलू उपाय खोज रहे हैं, तो इस लिस्ट में एक नाम टमाटर का हो सकता है। इसके पीछे इसमें मौजूद लाइकोपीन नामक फाइटोकेमिकल को जिम्मेदार माना जा सकता है। यह डार्क सर्कल को कम कर त्वचा को फ्रेश लुक देने में सहायक हो सकता है। ध्यान रखें संवेदनशील त्वचा वाले लोग इसमें गुलाबजल मिलाकर लगाएं।
गर्भावस्था में आंखों के काले घेरों को कम करने के लिए रोजाना रात को बादाम तेल की बूंदों से मालिश कर सकते हैं। इसमें मौजूद एमोलिएंट गुण त्वचा की रंगत को निखारने के साथ सूर्य की हानिकारक किरणों से सुरक्षा कवच प्रदान करता है। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से डार्क सर्कल काफी हद तक कम हो सकते हैं।
लेख में ऊपर आपने गर्भावस्था के दौरान काले घेरों के घरेलू उपायों के बारे में जाना। यहां इससे जुड़े कुछ अन्य टिप्स दे रहे हैं, जो डार्क सर्कल से बचाव में सहायक हो सकते हैं:
ज्यादातर महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान डार्क सर्कल की समस्या होती है। लेख में इससे बचाव के लिए कुछ जरूरी टिप्स साझा किए हैं। साथ ही कुछ घरेलू उपायों के बारे में जानकारी दी गई है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले एक बार अपने चिकित्सक से जरूर परामर्श लें। हैप्पी एंड सेफ प्रेग्नेंसी।
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