दाद खाज खुजली (daad khujli) जिसे दिनाय या रिंगवॉर्म के नाम से जानते है, यह एक ऐसी समस्या है जिससे हर कोई काफी ज्यादा परेशान हो जाता है। खासतौर पर दाद में होने वाली असमयिक खुजली से। कई बार सार्वजनिक स्थल पर खुजली करने को लेकर शर्मिंदा भी होना पड़ता है। साथ ही ये संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी आसानी से पहुंच जाता है। इसीलिए दाद से पीड़ित व्यक्तियों को खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। क्योंकि ये संक्रमण मात्र छूने से भी फ़ैल सकता है। वास्तव में ये संक्रमण त्वचा से त्वचा, कपड़ों के संपर्क में आने यहां तक कि सतह के माध्यम से भी फैल सकता है। इसीलिए इस लेख के जरिए हम आपको दाद के लक्षण, कारण, दवा के साथ दिनाय का घरेलू उपचार (daad ka ilaj) भी बता रहे हैं जिसकी मदद से आप दाद से छुटकारा पा सकते हैं।
दाद क्या है – what is ringworm in Hindi
दाद, जिसे डर्माटोफाइटिस, डर्माटोफाइट संक्रमण या टिनिया के रूप में भी जाना जाता है। यह एक तरह का स्किन इंफेकशन है, जो कि फंगस यानि कवक के कारण होता है। इसे अंग्रेजी में रिंग वॉर्म (Ringworm) कहते हैं, क्योंकि इस संक्रमण की वजह से होने वाला घाव गोलाकार अंगूठी के आकार का दिखता है। दाद का संक्रमण मानव और जानवरों दोनों को प्रभावित कर सकता है। ये संक्रमण शुरू में त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लाल धब्बे के रूप में दिखाई देता है और बाद में शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है। यह हमारी स्कैल्प, पैर, नाखून, कमर, दाढ़ी यानि चिन एरिया या अन्य क्षेत्रों को भी प्रभावित कर सकता है।
दाद कितने प्रकार के होते है – Types of Ringworm in Hindi
दाद के लक्षण – Symptoms of Ringworm in Hindi
- स्किन पर लाल रैसेज, खुजली और जलन होना।
- स्किन पर पपड़ीदार पैच, या त्वचा के पर उभरा हुआ दाग
- दाग का धीरे-धीरे आकार बड़ा होना
- दाग पर फफोला (pustules) बनने लगना।
- दाग का बाहरी तरफ से किनारों पर लाल हो जाना या एक अंगूठी के समान आकृति वाला दाग।
- ऊपर की तरफ उभरे हुए किनारों वाले दाग।
- नाखूनों पर दरार दिखना व उनका मोटा व फीका होना
- स्कैल्प में खुजली करते समय दर्द, जलन होना और उस दौरान बाल गिरना।
दाद खाज खुजली होने के कारण – Causes of Ringworm in Hindi
मेडिकल भाषा में तीन अलग-अलग प्रकार के फंगल दाद का कारण बनते हैं। ये फंगल माइक्रोस्पोरोन (Microsporon), ट्राइकॉफ़ाइटॉन (Trichophyton), एपिडर्मोफ़ाइटॉन (Epidermophyton) या टीनिया जाति की होते हैं और कई रूपों में शरीर के अंगों पर आक्रमण करते हैं। लेकिन सामान्य तौर पर कई तरह के फंगस भी रिंगवॉर्म का कारण बनते हैं। इसी वजह से डॉक्टरों ने दाद (daad khujli) को अलग-अलग नामों से पुकारा है, जहां यह शरीर को प्रभावित करता है उसी तरह इसका नाम है। तो आइए जानते हैं उन सामान्य कारणों के बारे में जिनकी वजह से दाद खाज खुजली जैसी समस्या होती है।
- दाद संक्रमित व्यक्ति को प्रभावित क्षेत्र पर छुने से फैल सकता है।
- चोट या घाव वाले स्थान का फंगस के संपर्क में आने से।
- टाइट जींस और जूते पहनें से।
- किसी संक्रमित व्यक्ति का सामान जैसे उसके कपड़े, तौलिया, कंघी, फुटवियर आते छुने से।
- लंबे समय तक स्किन को गीला रखने या गीले कपड़े पहनने से।
- बालों को लंबे समय से न धोने पर।
- ऐसे जानवरों के संपर्क में आने से जिन्हें खुजली ज्यादा होती हो।
- इम्यूनिटी वीक होने पर।
- एलर्जी की शिकायत होने पर।
दाद का घरेलू उपचार – Daad ka Gharelu Ilaj
दाद खाज खुजली एक इस बीमारी के वजह से लोग न जाने कितने पैसे फूंक देते हैं लेकिन फिर भी कोई फायदा नही मिल पाता है। ऐसे में अगर आप भी दाद खाज खुजली (khujli ka ilaj) से परेशान हो चुके हैं तो नीचे दिये गये तरीकों से दाद का घरेलू उपचार करें। इससे आप भी हमेशा के लिए इस बीमारी से मुक्ति पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं दाद को जड़ से मिटाने के उपाय के बारे में –
लहसुन से दाद का उपचार
लहसुन में एंटी फंगल गुण मौजूद होते हैं, जिसकी वजह से स्किन इंफेक्शन को कम किया जा सकता है। इसके लिए लहसुन की चार-पांच कलियां लेकर उनका छिलका उतार लें। फिर इनका पेस्ट बनाकर दाद की जगह पर लगाएं। इसे एक से दो घंटे के लिए लगा रहने दें औऱ फिर गुनगुने पानी से इसे साफ कर दें।
कपूर से दाद का इलाज
फंगल इंफेक्शन की हर तरह की समस्या में कपूर बेहद लाभदायक साबित होता है। कपूर में मौजूद एंटी-फंगल गुण आपके चेहरे से सभी बैक्टीरिया को मारने का काम करते हैं और इससे फंगल इंफेक्शन आसानी से दूर हो जाता है। इसके लिए नारियल के तेल में कपूर को डालकर हल्का गुनगुना गरम कर लें। फिर ठंडा होने पर प्रभावित स्थान पर लगा लें।
नींबू से दाद का इलाज
नींबू का इस्तेमाल करके भी दिनाय का घरेलू उपचार किया जा सकता है। दाद फंगस की वजह से होता है। इसी वजह से इसको बढ़ने से रोकने में नींबू का एंटी-फंगल गुण मदद कर सकता है। इसके लिए नींबू के टुकड़े को काटकर दाद पर मलने से दाद की खुजली कम हो जाती है और थोड़े ही दिनों में दाद बिल्कुल छूमंतर हो जाता है।
दाद के लिए नारियल तेल
नारियल का तेल त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। अगर आपको दाद वाली जगह खुजली हो रही और दाद का दाग पड़ गया है तो रोजाना उस जगह पर नारियल का तले लगाएं। ऐसे करने से स्किन बहुत जल्दी हील होगी और खुजली (daad khujli) तो जड़ से खत्म।
फिटकरी से दाद का इलाज
कैसा भी पुराने से पुराना दाद हो फिटकरी लगाते ही छूमंतर हो जाएगा। जी हां, फिटकरी कई चर्म रोगों के इलाज में इस्तेमाल की जाती है। फिटकरी से दाद ठीक करने के लिए सबसे पहले फिटकरी वाले पानी से दाद वाली जगह को धुले और फिर फिटकरी में नींबू मिलाकर लगाएं।
एलोवेरा से दाद का इलाज
एलोवेरा हमारी स्किन के बेहद गुणकारी पौधा है। इसके अंदर मौजूद एंटीबैक्टिरिअल प्रोपर्टी बैक्टिरिया को स्किन पर पनपने नहीं देती और दाद की समस्या को दूर करने में मदद करती है। इसके लिए आप एलोवेरा की पत्ती को छीलकर उससे निकलने वाले जेल को सीधा दाद वाले प्रभावित एरिया पर लगाएं। रोजाना रात में सोने से पहले लगा लें। हफ्ते भर में फर्क नजर आने लगेगा।
कोलगेट से दाद का इलाज
इसके लिए एक कटोरी लें और उसमें दो चम्मच डिटॉल डालें और इसमें एक चम्मच सफेद रंग का कोलगेट टूथपेस्ट डालकर इसका लेप तैयार करें। इस लेप को आप दिन में कम से कम तीन से चार बार दाद खाज और खुजली वाली जगह लगाएं। बहुत जल्दी आराम मिलेगा।
नीलगिरी का तेल
नीलगिरी तेल में शक्तिशाली एंटी-फंगल प्रभाव होता है। पुराने समय में लोग दाद से छुटकारा पाने के लिए नीलगिरी तेल का ही इस्तेमाल करते थें। इसके लिए आप एक कटोरी में 1 चम्मच नीलगिरी तेल लें और उस डायलूय्ट करने के लिए थोड़ा पानी डालें। फिर इसमें रूई को डुबोकर दाद खाज वाली जगह पर लगाएं।
नीम है गुणकारी
अगर आपके शरीर में कहीं भी फंगल इंफेक्शन हो रहा है तो बाजार की क्रीम लगाने से अच्छा है कि घर पर नीम की पत्तियों को मसलकर उसका पेस्ट या फिर नीम का तेल उस जगह पर लगाएं। इससे दाद खाज खुजली और दूसरे भी फंगल इंफेक्शन में जल्द ही रोहत मिल सकती है।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल फंगल इंफेक्शन की समस्या को कुछ समय में ही दूर कर देता है। कॉटन में थोड़ा सा टी ट्री ऑयल लेकर प्रभावित जगह में लगाएं। ऐसा दिन में 3-4 बार करें। कुछ ही दिनों में आपको दाद खाज से छुटकारा (daad ka ilaj) मिल जाएगा।
दाद खाज खुजली की दवा – Dad Khaj Khujli ki Dawa
दाद को जड़ से खत्म करने की दवा मार्केट में आसानी से मिल जाती हैं। लेकिन यह एक तरह का स्किन इंफेक्शन है इसीलिए आपको अपने डॉक्टर की परमार्श के बाद ही दाद खाज खुजली की दवा क्रीम इस्तेमाल करनी चाहिए। क्योंकि सबकी स्किन अलग होती है और उसपर असर भी अलग-अलग तरह से दिखता है। यहां हम आपको उन दाद खाज खुजली की अंग्रेजी दवा क्रीम, दाद खाज खुजली की दवा (khaj khujli ki dawa) का नाम बता रहे हैं, जिन्हें आमतौर पर दाद की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। तो आइए जानते हैं दाद खाज खुजली की दवा के बारे में –
दाद खाज खुजली की आयुर्वेदिक दवा – khujli ki Ayurvedic Dawa
अगर आप दाद खाज खुजली की आयुर्वेदिक दवा (daad ki dawa) का नाम खोज रहे हैं तो ‘चरमोजा’ इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक आयुर्वेदिक दाद खाज खुजली की दवा है, जिसे प्रभावित स्थान पर लगाने से दाद का नामोनिशान मिट जाता है।
दाद खाज खुजली की अंग्रेजी दवा tablet
ऐसी जगहों पर जहां क्रीम ठीक से नहीं लगाई जा सकती वहां पर दाद की बढ़ती गंभीरता को रोकने के लिए खाने की दवाइयों का प्रयोग किया जाता है। दाद खाज खुजली की दवा का नाम (khujli ki tablet) – ग्रेसियोफल्विन (Griseofulvin), टर्बिनेफाइन (Terbinafine), इंट्राकोनेजोल (Itraconazole) और फ्ल्यूकोनेजोल (Fluconazole) हैं। लेकिन इसकी कितनी खुराक कब तक लेनी है इसके लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
दाद खाज खुजली की अंग्रेजी दवा cream
दाद खाज खुजली की अंग्रेजी दवा क्रीम शरीर के उन हिस्सों के दाद के लिए (khujli ki dawa) सही होती है, जहां आप इसे आसानी से लगा सकते हैं। दाद में स्टेरॉइड क्रीम फंगस इन्फेक्शन को जड़ से ख़त्म करने का काम करता हैं। इनके नाम हैं, इचगार्ड, लूलीफॉर्ड (Luliford), डर्मी-5 (Dermi-5),बेटनोवेट (Betnovate-C), पेंडेरम प्लस (Panderm++) आदि।
पतंजलि दाद की दवा
पंतजलि ने विशेष तौर पर दाद की दवा नहीं बनाई है। लेकिन स्किन इंफेक्शन को दूर करने के लिए पंतजलि में दिव्य कायाकल्प तेल मिलता है। लोगों का ऐसा मानना है कि किसी भी तरह के स्किन इंफेक्शन से छुटकारा पाने के लिए लगा सकते हैं। इसे दाद खाज खुजली (khujli ka ilaj) में भी कारगर माना गया है।
दिनाय का घरेलू उपचार से जुड़े सवाल और जवाब
दाद खाज खुजली एक तरह स्किन इंफेक्शन हैं। लेकिन दूसरी बीमारी की तुलना में ये बहुत जिद्दी किस्म की परेशानी है। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो ये चर्म रोग का रूप ले लेती है।
दाद ठीक होने के बाद एक निशान छोड़ देता है। दाद के दाग को मिटाने के लिए रोजाना उस पर नारियल की तेल से मालिश करें।
खुजली को तुरंत शांत करने के लिए (khujli ka ilaj) प्रभावित जगह पर सेब के सिरके में रूई को डुबा कर लगाएं। सेब के सिरके में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी फंगल और एंटी सेप्टिक गुण पाए जाते हैं। ये तुरंत खुजली (daad khujli) शांत करने का बेस्ट तरीका है।
दाद खाज खुजली की अंग्रेजी दवा क्रीम नाम हैं, इचगार्ड, रिंगगार्ड, चरमोजा, लूलीफॉर्ड (Luliford), डर्मी-5(Dermi-5),बेटनोवेट (Betnovate-C), पेंडेरम प्लस (Panderm++) आदि।
दाद का उपचार संक्रमित स्थान और उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। दाद खाज खुजली अगर शुरूआती चरण में है तो घरेलू नुस्खों से ठीक की जा सकती है। यदि समस्या गंभीर है तो बेहतर रहेगा कि डॉक्टर से ही परामर्श लें।
खुजली शांत करने के लिए पंतजलि का दिव्य कायाकल्प तैल अच्छा होता है। इसे इस्तेमाल कर आप दाद खाज खुजली से छुटकारा पा सकते हैं।
दाद खाज खुजली की दवा का नाम (khujli ki tablet) – ग्रेसियोफल्विन (Griseofulvin), टर्बिनेफाइन (Terbinafine), इंट्राकोनेजोल (Itraconazole) और फ्ल्यूकोनेजोल (Fluconazole) हैं।
अगर आपको दाद खाज खुजली की समस्या है तो बेहतर रहेगा कि आप कोई मेडिकेटेड या एंटी-सेप्टिक साबुन का ही इस्तेमाल करें। दूसरे कैमिकल बेस्ड साबुन आपकी स्किन को जला सकते हैं।
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