पूरे देश में शारदीय और चैत्र नवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। नवरात्रि के विशेष नौ दिनों के मौके पर लाखों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए जाते हैं और मनोकामनाएं मांगते हैं। नवरात्रि के मौके पर शहरों से भी बड़ी संख्याओं में श्रद्धालुओं का जत्था माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको कानपूर के वैष्णो देवी मंदिर के बारे में बताने वाले हैं, जिसे हूबहू कटरा के वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है। साथ ही मंदिर परिसर में बनी गुफा में जाकर आप मां वैष्णो देवी के पिंडी स्वरूप के दर्शन कर सकते हैं और साथ ही जम्मू वाली मां वैष्णो देवी के दर्शन जैसा आनंद भी प्राप्त कर सकते हैं।
कानपुर के बर्रा के दामोदर नगर में माता वैष्णो देवी का एक अनोखा मंदिर है, जिसमें माता रानी के दर्शन प्राप्त करने के लिए आपको कटरा के वैष्णो देवी मंदिर की तरह गुफाओं से गुजर कर जाना होता है। गुफाओं से गुजरते वक्त गुंजायामान माता के लगने वाले जयकारे को सुन आपको जम्मू में होने का ही अहसास होगा। 2000 में बसंत पंचमी के दिन खोले गए इस मंदिर को 80 वर्ग गज में बनाया गया है।
जानकारी के मुताबिक इस मंदिर में 900 भगवानों की मूर्तियों के साथ एक हजार हाथ वाली माता की विशेष मूर्ति भी स्थापित है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र है। साथ ही मंदिर में महाभारत और रामायण के सुंदर चित्र भी बनाए गए हैं। मंदिर में जो संकरी गुफा बनी है उसे कुशल कारीगरों द्वारा पत्थरों को जोड़ कर बनाया गया है। सालभर ही इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्रि के विशेष मौके पर मंदिर में लाखों भक्त माता के पिंडी रूप के दर्शन के लिए आते हैं।
माना जाता है कि इस मंदिर जो भी व्यक्ति सच्चे मन से मान्यता मांगता है और माता कि चुनरी को दरवाजे पर तीन गांठ बांधकर चढ़ाता है उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।