अमूमन हर महिला प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस की शिकायत होती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो इसे हेल्दी प्रेग्नेंसी का लक्षण माना जाता है। इसमें सुबह-सुबह प्रेग्नेंट महिलाएं उल्टी और जी मिचलाना आदि महसूस करती हैं। कुछ महिलाओं में यह परेशानी इतनी ज्यादा होती है कि उनके लिए यह स्थिति काफी तकलीफदेह हो जाती है।
यदि आप प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से परेशान हैं, तो लेख में कुछ ऐसी चीजों के बारे में जानेंगे जिनका सेवन करने से इस समस्या को कम किया जा सकता है। तो बिना देर किए शुरू करते हैं लेख और जानते हैं प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से राहत पाने के लिए कुछ आसान उपाय।
प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस के घरेलू उपाय
नीचे कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिनका सेवन करने से गर्भावस्था में मॉर्निंग सिकनेस की समस्या को कम किया जा सकता है।
1. अदरक

गर्भावस्था में अदरक खाने से उल्टी और जी मिचलाने की समस्या को कम को सुरक्षित और प्रभावी माना गया है। इसकी पुष्टि एनसीबीआई पर उपलब्ध एक शोध में की गई है। हालांकि, इसको सीमित मात्रा में लेने के लिए कहा गया है। प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस को दूर करने के लिए सुबह नाश्ते में अदरक की चाय पीना बेहतर साबित हो सकता है।
2. थीन व्हीट बिस्कीट
सुबह ब्रेकफास्ट में व्हीट बिस्कीट का सेवन करने से भी काफी हद तक मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण में आराम मिल सकता है। दरअसल, इनमें उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है। यह पाचन को दुरुस्त कर कब्ज को दूर करता है। क्योंकि कब्ज होने से भी जी मिचलाने लगता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से बचाव के लिए ब्रेकफास्ट में थीन व्हीट बिस्कीट का सेवन किया जा सकता है।
3. प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से राहत पाने के लिए सौंफ
जिन प्रेग्नेंट महिलाओं में उल्टी और जी मिचलाने की समस्या अधिक होती है उनके लिए सौंफ का सेवन प्रभावी हो सकता है। एक शोध में इसे अपच, पेट फूलना व मॉर्निंग सिकनेस के घरेलू इलाज के तौर पर उपयोगी पाया गया है। बशर्ते, इसे सीमित मात्रा में लेने की सलाह दी गई है। इसकी ओवरडोज से मिसकैरज का खतरा हो सकता है।
4. ठंडा पानी
प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से बचाव के लिए खुद को हाइड्रेट रखें। हर थोड़ी देर में ठंडा पानी पीती रहें। दरअसल, इस दौरान कई महिलाओं को पेट में गर्म महसूस होता है। ऐसे में ठंडा पानी उन्हें कुछ हद तक बेहतर एहसास करा सकता है। साथ ही ठंडे पानी को अपच और एसिडिटी जैसी पाचन संबंधी परेशानियों के लिए भी उपयोगी माना गया है। इस तरह ठंडा पानी मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण से राहत प्रदान कर सकता है।
5. पेपरमिंट टी

गर्भावस्था में पुदीने की चाय पीने के कई सारे फायदे हैं। इनमें से एक उल्टी, बेचैनी और मतली को कम करना है। इसका सेवन करने से पाचन संबंधित परेशानियों में भी फायदा होता है। प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए दिनभर में दो कप पुदीने की चाय का सेवन सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में इसका ओवरडोज न करें।
6. नींबू
प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस का नींबू कारगर इलाज है। एक शोध में साफ तौर से बताया गया है कि नींबू को सूंघने भर से उल्टी व जी मिचलाने की समस्या में आराम मिलता है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस का एक कारण डिहाइड्रेशन होता है। विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर नींबू डिहाइड्रेशन से भी बचाव करता है। इस तरह ब्रेकफास्ट में सेंधा नमक से तैयार नींबू पानी का सेवन एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
7. प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- प्रेग्नेंसी में बहुत चीजों की क्रेविंग होती है। क्रेविंग के चक्कर में किसी भी चीज का सेवन करने से परहेज करें। प्रेग्नेंसी में ज्यादा तीखा खाना खाने से एसिडिटी की परेशानी हो सकती है।
- एक बार में अधिक खाना न खाएं। दिनभर में छोटे-छोटे मील में कई बार खाना खाएं।
- खाना खाने के तुरंत बाद लेटे नहीं।
- पर्याप्त आराम करें। ज्यादा थकावट होने से भी जी मिचलाना व उल्टी ट्रिगर कर सकती है।
- लाइट और कम ऑयल वाला खाना खाएं। तला और मसालेदार खाने को पचाने में मुश्किल हो सकती है।
- कमरे की खिड़कियां खुली रखें, जिससे आपको ताजी हवा मिलती रहे।
मॉर्निंग सिकनेस गर्भावस्था के आम लक्षण में से एक है। गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में अमूमन हर महिला को इसका सामना करना पड़ता है। लेख में दी गई फूड हैबिट्स से इस परेशानी को कुछ हद कंट्रोल किया जा सकता है। यदि आपको जरूरत से ज्यादा उल्टी व जी मिचलाने की समस्या हो रही है, तो इसे लेकर अपने चिकित्सक से परामर्श लें।
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