प्रेगनेंसी में महिलाओं के न सिर्फ शरीर में परिवर्तन होते हैं, बल्कि त्वचा संबंधित भी कई बदलाव होते हैं। ऐसा गर्भधारण के बाद शरीर में होने वाले हार्मोंस में उतार चढ़ाव के कारण होता है। लेकिन इससे गर्भवती माँ को घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ बातों का ध्यान रखते हुए आप अपने सौंदर्य को बरकरार रख सकती हैं। चलिए लेख में विस्तार से जानेंगे प्रेग्नेंसी ब्यूटी केयर टिप्स, जो बेहद ही आसान और सिंपल हैं।
प्रेग्नेंसी में होने वाली त्वचा संबंधित परेशानियां (Skin Problems During Pregnancy in Hindi)
गर्भवती महिलाओं को त्वचा संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा उनके शरीर में हॉर्मोन्स में होने वाले बदलाव के कारण होता है। नीचे गर्भावस्था में होने वाली स्किन प्रोब्लम्स के बारे में बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
- पिगमेंटेशन की समस्या
- कील-मुहांसे होना
- ड्राई स्किन की परेशानी
- त्वचा में खिंचाव होना
- पेट और जांघों पर स्ट्रेच मार्क्स
- चेहरे पर काले धब्बे
प्रेग्नेंसी ब्यूटी केयर टिप्स: गर्भावस्था में ग्लो को मेंटेन रखने के टिप्स (Tips to Maintain your Glow During Pregnancy in Hindi)
लेख में ऊपर प्रेग्नेंसी में होने वाली त्वचा संबंधित परेशानियों के बारे में आप जान ही चुके हैं। नीचे इन परेशानियों से बचाव के लिए कुछ टिप्स साझा कर रहे हैं। चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी ब्यूटी केयर टिप्स।
1. प्रेग्नेंसी ब्यूटी केयर टिप्स: पिगमेंटेशन से बचाव के लिए
प्रेग्नेंसी में पिगमेंटेशन से बचाव के लिए नियमित रूप से एसपीएफ युक्त क्रीम का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। यह गर्भवती की त्वचा को सन एक्सपोजर से सुरक्षा प्रदान करने के साथ पिगमेंटेशन से लड़ने में सहायक होती है। गर्भावस्था में त्वचा पिगमेंट का अधिक उत्पादन करती है। इसलिए रोजाना 45+ एसपीएफ युक्त सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
गर्भावस्था में सनस्क्रीन चुनाव करने से पहले यह जरूर जान लें कि हमेशा प्रेग्नेंसी सेफ सनस्क्रीन का चुनाव करें। बेहतर होगा यदि सनस्क्रीन नेचुरल प्रोडक्ट्स से तैयार किया गया हो और डर्मेटोलॉजिस्ट टेस्टेड हो।
2. स्किन केयर रूटीन में विटामिन-सी को करें शामिल
प्रेग्नेंसी में त्वचा के ग्लो को बरकरार रखने के लिए स्किन केयर रूटीन में विटामिन-सी को शामिल करने के कई सारे फायदे होते हैं। यह त्वचा को ग्लोइंग बनाने के साथ फ्री रेडिकल्स से बचाव करता है। त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए इसे जरूरी माना जाता है। गर्भावस्था में स्किन केयर के लिए जहां तमाम प्रोडकट्स के इस्तेमाल की पाबंदी होती है। वहीं, विटामिन-सी सुरक्षित सामग्री में से एक है।
3. एक्ने के लिए नेचुरल स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
गर्भावस्था के दौरान महिला को नॉर्मल से अधिक पसीना आता है। इस वजह से उन्हें एक्ने की समस्या अधिक होती है। इससे बचाव के लिए गर्भवती को सही स्किन केयर प्रोडक्ट्स का चुनाव करना चाहिए। प्रेग्नेंसी में एक्ने की समस्या को दूर करने के लिए नैचुरल ग्रीन टी फेस वॉश और फेस क्रीम का इस्तेमाल लाभकारी हो सकता है।
‘द मॉम्स को’ की ऑयली स्किन केयर किट में मौजूद ग्रीन टी और काओलिन क्ले त्वचा से अत्यधिक ऑयल को साफ करने के साथ एक्ने से निजात दिलाती है। साथ ही इसमें मौजूद एलोवेरा और स्कवालेन त्वचा को हाइड्रेट करते हैं।
4. स्ट्रेच मार्क्स को कम करने वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
प्रेग्नेंसी में महिला को सबसे ज्यादा शरीर में होने वाले स्ट्रेच मार्क्स की चिंता सताती है। आमतौर पर ये स्ट्रेच मार्क्स उनके पेट, हिप्स और थाइस पर होते हैं। गर्भावस्था के दौरान सही प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से त्वचा की लोच में सुधार होता है। साथ ही स्ट्रेच मार्क्स से काफी हद तक बचाव होता है।
प्रेग्नेंसी में स्ट्रेच मार्क्स से बचाव के लिए द मॉम्स को द्वारा उत्पादित किए गए नेचुरल स्ट्रेच ऑयल और नेचुरल बॉडी बटर का इस्तेमाल करना लाभकारी हो सकता है।
प्रेग्नेंसी ग्लो को बरकरार रखने के लिए लेख में दी गई बातों को विशेष ख्याल रखें। किसी भी स्किन केयर उत्पाद का इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट करना न भूलें। प्रेग्नेंसी बेहद नाजुक समय होता है। ऐसे में केमिकल युक्त स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से सख्त बचें। हमेशा नैचुरल और प्रेग्नेंसी सेफ प्रोडक्ट्स को ही प्राथमिकता दें। हैप्पी एंड सेफ प्रेग्नेंसी।
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