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पैरों से तीर चलाकर गोल्ड जीतने वाली शीतल देवी के फैन हुए आनंद महिंद्रा, और दे दिया ये बड़ा इनाम

पैरों से तीर चलाकर गोल्ड जीतने वाली शीतल देवी के फैन हुए आनंद महिंद्रा, और दे दिया ये बड़ा इनाम

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमेन आनंद महिंद्रा हमेशा ही यंग माइंड्स को प्रोत्साहित करते हैं और भारत में एक्स्ट्राऑर्डिनरी टैलेंट को सपोर्ट भी करते हैं। हाल ही में X पर एक पोस्ट करते हुए इंडस्ट्रलिस्ट ने 16 साल की Paralympic Sheetal Devi के लिए एक पोस्ट शेयर किया है। बता दें कि शीतल देवी ने सभी ऑड्स को मात देते हुए एशियन पैरा गेम्स में भारत के लिए कई गोल्ड मेडल जीते हैं। आनंद महिंद्रा ने उनकी स्पीरिट की दात देते हुए और उनके भारत की पहली बिना हाथ वाली आर्चर बनने का जश्न मनाया है। आनंद महिंद्रा ने कहा कि वह अपनी जिंदगी में आने वाली छोटी परेशानियों पर कभी भी कम्प्लेन नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने शीतल को टीचर भी बताया जो लोगों को कई लाइफ लेसन दे रही हैं। 

आनंद महिंद्रा द्वारा शेयर किए गए वीडियो में उन्होंने शीतल की जर्नी को दिखाया जो कश्मीर के एक छोटे से गांव में रहती हैं और उनके माता-पिता रोजाना बकरी चराते हैं और उनकी छोटी बहन उनका घर पर ध्यान रखती हैं। साथ ही उन्होंने वीडियो में शीतल के काम की झलक भी दिखाई और दिखाया कि उन्होंने किस तरह से अपने गोल्स को पूरा किया है। 

इस इंस्पीरेशनल वीडियो को X पर शेयर करते हुए आनंद महिंद्रा ने उन्हें उनकी जरूरत के मुताबिक कार कस्टमाइज करके देने की भी बात की है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, ”मैं आज के बाद कभी भी अपनी जिंदगी में आने वाली छोटी परेशानियों पर परेशान नहीं होऊंगा। शीतल देवी, आप हम सभी के लिए टीचर हैं। आप हमारी रेंज में से किसी भी कार को पिक कर सकती हैं और हम इसे आप तक आपकी जरूरत के मुताबिक कस्टमाइज करके पहुंचाएंगे।”

आनंद महिंद्रा के इस कदम से माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लोग काफी प्रभावित हुए हैं। एक यूजर ने लिखा, ”थैंक्यू आनंद महिंद्रा जी। जब हम पहली बार उन्हें बेंगलोर लाए थे और उन्होंने मेरी पार्क कार के स्टीरिंग पर अपना पैर रखा था था और कहा था कि एक दिन मैं भी गाड़ी चलाऊंगी। सपने सच में पूरे होते हैं और हम जानते थें कि वह ऐसा जरूर करेंगी।”

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अन्य यूजर ने लिखा, ”सबसे अच्छा उदाहरण है ये आपके पास जो है उसके बारे में कभी कंप्लेन नहीं करने का। वो कई लोगों के लिए इंस्पीरेशन हैं।”

यहां देखें लोगों के रिएक्शन – 

बता दें कि शीतल का जन्म Phocomelia नाम की बीमारी के साथ हुआ था जो एक डिसऑर्डर है, जिसमें लिंब्स सही से डेवल्प नहीं हो पाते हैं। वह जम्मू और कश्मीर के किश्तवर के लोइधर गांव में रहती हैं। 

27 अक्टूबर को शीतल ने वुमन इंडीविजुअल कंपाउड ऑपन ईवेंट में Hangzhou Asian Para Games में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था। इससे एक दिन पहले उन्होंने और राकेश कुमार ने मिक्स्ड टीम कंपाउंड ईवेंट में भारत के लिए गोल्ड जीता था। इससे पहले उन्होंने वुमन डबल कंपाउड ईवेंट में सरीता के साथ भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता था।

30 Oct 2023

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