डिलीवरी के बाद बहुत सारी महिलाओं की त्वचा बेजान और डल-सी हो जाती है। वहीं, उन्हें बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग करानी होती है, जिस वजह से उन्हें कई स्किन केयर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल की भी मनाही होती है। यही वजह है इस लेख में हम डिलीवरी के बाद डल स्किन के निखार को वापस लाने के लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं। साथ ही डिलीवरी के बाद डल स्किन क्यों होती है, इसके बारे में भी चर्चा करेंगे।
पोस्टपार्टम डल स्किन की परेशानी क्यों होती है?
प्रसव के बाद महिला के चेहरे से रौनक खोने के कई कारण हो सकते हैं। इसका मुख्य कारण शरीर में हार्मोन्स के स्तर में बदलाव हो सकता है। दरअसल, बच्चे को जन्म देने के बाद महिला के शरीर में हार्मोन्स के स्तर में कई उतार चढ़ाव होते हैं, जिसका असर त्वचा और बालों पर पड़ता है।
साथ ही, डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में पोषण की भी कमी हो जाती है। इसकी वजह से भी महिला के चेहरे का निखार चला जाता है। कई बार शिशु की देखभाल के चलते माँ का दिन रात बिजी रहना व नींद तक पूरी न होने की वजह से होने वाली थकावट के कारण भी चेहरे पर डलनेस हो सकती है।
डिलीवरी के बाद डल स्किन की समस्या को दूर करने के लिए विटामिन-सी
पोस्ट प्रेग्नेंसी स्किन केयर के लिए विटामिन-सी सुरक्षित होता है, इसका पुष्टि कई शोध में की जा चुकी है। एनसीबाआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार विटामिन-सी त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। यह त्वचा में कोलेजन को बूस्ट कर झाइयां व काले धब्बों को होने से रोकता है। साथ ही त्वचा को गहराई से नमी प्रदान कर नरिश करता है। विटामिन-सी के ये सारे फायदे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि न्यू मॉम के स्किन केयर रिजीम में इसे शामिल करने से उनका खोया निखार वापस आ सकता है।
डिलीवरी के बाद डल स्किन के लिए विटामिन-सी युक्त क्रीम
डिलीवरी के बाद चेहरे के खोए निखार को वापस पाने के लिए विटामिन-सी युक्त क्रीम का इस्तेमाल किया जा सकता है। वैसे तो बाजार में विटामिन-सी युक्त कई क्रीम उपलब्ध हैं। लेकिन किसी क्रीम में विटामिन-सी होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि वह पूरी तरह से न्यू मॉम के लिए सुरक्षित है। कई विटामिन-सी युक्त क्रीम में कुछ ऐसे केमिकल मौजूद हो सकते हैं, जो माँ के शरीर से होते हुए बच्चे के शरीर में प्रवेश कर नुकसान का कारण बन सकते हैं।
न्यू मॉम्स के लिए ‘द मॉम्स को’ द्वारा तैयार की गई नैचुरल विटामिन-सी फेस क्रीम सेफ ऑप्शन है। यह क्रीम डर्मेटोलॉजिस्ट टेस्टेड होने के साथ प्रेग्नेंसी व ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित है। इस क्रीम में किसी तरह के टॉक्सिन्स, सल्फेट, पैराबींस, सिंथेटिक फ्रेग्रेंस, सिलिकॉन और हार्मफुल केमिकल्स मौजूद नहीं हैं।
कंपनी की माने तों यह क्रीम बहुत लाइट है, जिस वजह से यह त्वचा में आसानी से समां जाती है। बात करें इस क्रीम की सामग्री की तो इसमें विटामिन-सी, फेरुलिक एसिड, स्कवालेन और कैनेडियन विल्लो हर्ब को शामिल किया गया है। यह त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाने के साथ अच्छे से हाइड्रेट करने का काम करती है। इस तरह न्यू मॉम्स अगर त्वचा की डलनेस से परेशान हैं, तो उनके लिए इसका इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है।
कुछ महिलाओं ने इस क्रीम को इस्तेमाल कर इसके रिव्यू शेयर किए हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:
“डिलीवरी के बाद मेरे चेहरे की चमक कहीं खो गई थी, लेकिन इस मॉइश्चराइजर क्रीम को लगाने से मेरे चेहरे का निखार लौट आया है।”- पूनम
“पोस्ट प्रेग्नेंसी मुझे यह क्रीम मेरी डॉक्टर ने रिकमेंड की थी। मेरी स्किन पहले से बहुत बेहतर और फ्लॉलेस हो गई है। हर कोई मेरी स्किन की तारीफ करने लगा है। थैंक्स टू मॉम्स को” – शिखा
उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। अगर आप भी प्रेग्नेंसी के बाद रूखी और बेजान त्वचा से परेशान हैं, तो विटामिन-सी युक्त फेस क्रीम लगाएं। हर महिला की त्वचा अलग होती है। इसलिए, इसे प्रयोग में लाने से पहले पैच टेस्ट करना न भूलें।
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