बदलती लाइफस्टाइल के साथ बैलेंस बिठाने के लिए लोगों ने अपने जीने के तरीके को ही बदल लिया है। हर व्यक्ति अपनी लाइफ में इतना व्यस्त है कि उसे खुद के लिए कुछ करने का मौका ही नहीं मिलता है। माना कि हमारे आसपास ऐसे बहुत से लोग होते हैं, जो हमारा ख्याल रख सकें पर थोड़ी ज़िम्मेदारी तो अपने ऊपर भी होनी चाहिए। जिस तरह सेविंग्स करने के लिए बैंक में अकाउंट खोला जाता है, उसी तरह एक हेल्दी लाइफ के लिए अपने हैपिनेस बैंक में इन्वेस्टमेंट करना भी बहुत ज़रूरी है। तो अब एक वादा करिए खुद से, हमेशा खुश और पॉज़िटिव रहने का।
शुरूआत खुद को स्वीकारने से
कोई दूसरा आपकी अच्छाइयों और बुराइयों को तभी समझ सकेगा, जब आप खुद उन चीज़ों के साथ कंफर्टेबल होंगे। इसलिए अपने व्यक्तित्व के नेगेटिव और पॉज़िटिव पॉइंट्स को समझ कर उन्हें कंट्रोल करना सीखें। हमेशा दूसरों से बराबरी करते रहने के बजाय उन चीज़ों, हालातों और लोगों के साथ खुश रहें, जो आपके हैं। खुश रहने के लिए हर कंडीशन में खुद को ऐक्सेप्ट करना बहुत ज़रूरी है।
हर दिन करें एक अच्छा काम
जिस तरह आप हर रोज़ अपने काम और परिवार के साथ कमिटेड रहते हैं, उसी तरह से थोड़ा कमिटमेंट खुद के साथ भी रखिए। अपने शेड्यूल में कुछ समय अपने लिए रखें, जिसमें आप सिर्फ वह काम करें, जिससे आप रिलैक्स महसूस करें। अगर एक्सरसाइज़ करने से खुशी मिलती हो तो वही करें, इससे आप रिलैक्स महसूस करने के साथ ही फिट भी रहेंगे। हर दिन अपनी वजह से किसी और के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने से भी आपके हैपिनेस बैंक में इन्वेस्टमेंट बढ़ सकती है।
सेट करें कुछ प्राथमिकताएं
अपनी लाइफ को भले ही एक सेट टाइमटेबल में न ढालें पर उसे सही तरीके से जीने के लिए कुछ गोल्स ज़रूर सेट करें। ये गोल्स कुछ भी हो सकते हैं, अच्छा खानपान, रेगुलर चेकअप्स या फ्यूचर करियर गोल्स…। बिल्कुल स्ट्रेस फ्री रहें और अपनी डाइट का ध्यान रखें। जब कभी पर्सनल या प्रोफेशनल लाइफ में स्ट्रेस की स्थिति लगे तो गहरी सांस लेकर कुछ देर दिमाग को शांत होने का मौका दें।
खुद को माफ करें
अगर आप नॉर्मल हैं तो आपसे गलतियां होना भी स्वाभाविक है पर उन गलतियों को दिल और दिमाग में बिठाए रखना गलत बात है। जब तक आप खुद को माफ नहीं करेंगे, तब तक दूसरों से भी माफी की उम्मीद नहीं की जा सकती है। अगर आपने किसी का दिल दुखाया है या अनजाने में आपसे कोई गलत काम हो गया है तो एक बार उसका पश्चाताप करके उसे भूल जाइए और हां, उस गलती को कभी न दोहराने का खुद से वादा ज़रूर करें।
इनटॉक्सिफिकेशन भी है ज़रूरी
अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से टॉक्सिक लोगों को बहुत दूर रखें। यह करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है पर एक बार ठान लेंगे तो समस्या नहीं आएगी। अगर किसी की बात आपको पसंद न आ रही हो या कोई बहुत ही नेगेटिव हो तो उसे समझाएं। उससे सिर्फ इसीलिए न बात करते रहें कि उसे आपका समझाना बुरा लग सकता है। खुश रहने के लिए पॉज़िटिव माहौल और लोगों के बीच रहना ज़रूरी है।
अपने दिल की सुनें
हमेशा दूसरों के कहने पर चलना कभी-कभी बोझ लगने लगता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो अब अपने मन की बात भी सुनें। जब आप खुद से प्यार करने लगते हैं तो गलत निर्णय लेने का चांस अपने आप ही कम हो जाता है। अगर कोई परिस्थिति या व्यक्ति आपको गलत लग रहा है तो उसके साथ आगे बढ़ने से पहले एक बार अपने दिल की बात ज़रूर सुनें।
पैंपर करें खुद को
खुश रहने के लिए दूसरों पर निर्भर रहने की कोई ज़रूरत नहीं है। अगर आप अपने लिए कुछ करना चाहते हैं तो ज़रूर करें। कभी खुद को डेट करें तो कभी स्पा ट्रीटमेंट गिफ्ट करें। अगर आपका कोई मूवी देखने का मन है पर कोई साथी नहीं मिल रहा है तो कोई बात नहीं, इस बार एक मूवी डेट अपने लिए बुक कर लीजिए।
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