हरियाणा के दक्षिण पूर्वी भाग में स्थित फरीदाबाद (Faridabad) देशभर का बहुत ही बड़ा इंडस्ट्रियल क्षेत्र है। इस शहर को ये नाम 12वीं शदी के सूफी संत शेख फरीद से मिला है। हालांकि, दिल्ली घूमने के चक्कर में लोग फरीदाबाद की खूबसूरत जगहों को पूरी तरह से भूल गए हैं लेकिन बता दें कि फरीदाबाद में भी कुछ बेहद ही खूबसूरत जगह हैं। तो चलिए आपको फरीदाबाद की 5 खूबसूरत जगहों (5 Places you must visit) के बारे में बताते हैं, जहां आपको भी घूमने जाने का प्लान बनाना चाहिए। कोलकाता में घूमने की जगह
राजा नाहर सिंह पैलेस
19वी शदी में स्थापित हुए राजा नाहर सिंह पैलेज को जाट नाहर सिंह के परिवार द्वारा बनाया गया था। इसे बल्लभगढ़ फोर्ट पैलेस के नाम से भी जाना जाता है, जो साउथ दिल्ली से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित है। इस जगह में विशाल मंडप, शानदार आंगन, सुंदर कमरे, विशाल मेहराब और बहुत कुछ है। इससे आपको इस क्षेत्र के समृद्ध इतिहास की एक झलक पाने का मौका मिलता है।
बड़खल झील
बड़खल झील एक बहुत ही मशहूर पिक्निक स्पॉट है, जहां टूरिस्ट बोटिंग, बर्डवॉचिंग, गेम्स आदि का आनंद ले सकते हैं। हालांकि, अब इस जगह की खूबसूरती केवल मानसून के समय ही नजर आती है। हालांकि, सालभर में आप यहां घुड़ सवारी, ऊंट की सवारी आदि सही कई एक्टिविटी कर सकते हैं। साथ ही आप बसंत के मौसम में होने वाले फूलों के शॉ का भी यहां आनंद ले सकते हैं।
बाबा फरीद का मकबरा
बाबा फरीद 12वीं सदी के सूफी संत थे और इस शहर का नाम उनके नाम के ऊपर रखा गया है। बाबा फरीद के मकबरे को 13वी शताब्दी में मुघलों द्वारा बनाया गया था। इसमें दो गेट, बशिष्टी दरवाजा और नूरी दरवाजा है। इस मकबरे में दो कब्र हैं, एक सूफी संत की और एक उनके बड़े बेटे की। कई लोग यहां दुनियाभर से कब्र पर चादर चढ़ाने और फूल अर्पित करने आते हैं। यहां हर गुरुवार को कई लोग इक्ट्ठा होते हैहं और कव्वाली गाते हैं, या मेहफिल-ए-समा सजाते हैं।
शिरडी साईं बाबा मंदिर
शिरडी साईं बाबा मंदिर एक बहुत ही मशहूर धार्मिक स्थल है और भक्त यहां साल के किसी भी समय आ सकते हैं। इस मंदिर को बहुत ही खूबसूरती से बनाया गया है और इसमें बड़ा व्हाइट, ग्रीन और येलो कलर का मार्बल स्टोन है। इस मंदिर को 3 एकड़ जमीन पर बनाया गया है और यहां 5.25 फीट लंबी श्री साईं बाबा की मूर्ती है। दिन की शुरुआत बाबा के पवित्र स्नान से होती है और उसके बाद प्रतिदिन पांच बार प्रार्थना की जाती है। मंदिर द्वारा आयोजित भंडारे में हर गुरुवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।