हम सभी कभी न कभी अपने जीवन में एन्जाइटी, टेंशन और परेशान होना आदि का सामना करते हैं लेकिन दिक्कत तब आती है जब ये लक्षण ज्यादा बढ़ जाते हैं या फिर अधिक समय तक रहते हैं और या फिर इनकी वजह से आपकी दिनचर्या प्रभावित होने लग जाती है। अगर आप किसी को जानते हैं, जिन्हें रात में सोने में परेशानी हो रही है और वो मानसिक रूप से परेशान हैं। भले ही उनकी मानसिक स्थिति को ठीक होने में समय लगे लेकिन उनमें से कुछ को प्रोफेशनल हेल्प की जरूरत होती है और इस वजह से आप भी कुछ ना कुछ तरीकों से इसमें उनकी मदद कर सकते हैं। इस वजह से हम आपके लिए यहां 4 तरीके लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप मानसिक रूप से परेशान अपने दोस्त या फिर किसी करीबी की मदद कर सकते हैं।

सुनें
उन्हें बात करने का मौका दें और उनकी बात सुनें, उन्हें अपनी फीलिंग्स बताने दें। ये समझनें कि कोशिश करें कि उन्हें क्या चीज परेशान कर रही हैं। उनसे ओपन एंडिड चीजें पूछें, हां या ना वाले सवालों की जगह उनसे पूछें कि उन्हें क्या चीज परेशान कर रही है और उनसे खुलकर बात करने की कोशिश करें। आप इससे कब से डील कर रहे हैं या फिर आप किस तरह से इसका सामना कर रहे हैं?
सेल्फ केयर के बारे में बात करें
सेल्फ अवेयरनेस ट्रेनिंग की मदद से आप अपने इमोशन के पैटर्न के बारे में जान सकते हैं क्योंकि ऐसी स्थिति लक्षणों को बढ़ा देती है। डी-स्ट्रेस होने की तकनीक को जानें और सेल्फ-केयर को प्रैक्टिस करें और देखें कि इससे उनकी परिस्थिति बेहतर हो रही है। एक्सरसाइज, स्वस्थ आहार लेना और नींद पूरी लेने से आपकी मेंटल हेल्थ मैंटेन सुधरती है और आप खुश होते हैं।
अपने एक्सपीरियंस को दूसरों के कंपेयर ना करें
हर कोई मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों से जूझता है लेकिन अपने तरीके से इसका सामना करता है। हो सकता है कि आप अपने चाहने वाले को इसके बारे में बताना चाहते हों कि आपको एन्जाइटी आदि समस्या है या फिर या फिर आप ये बताना चाहेंगे कि आप भी इसी तरह की परिस्थिति का सामना कर रहे थे लेकिन किसी टैकनीक को फॉलो करने से आपको इसमें आराम मिला या फिर आपने किसी थेरेपी ली। आप इस टेंप्टेशन को अवॉइड कर सकते हैं। यहां तक कि अगर आप वो चीजें बताते हैं तो भी किसी को अच्छा महसूस हो सकता है।
अपनी लिमिट्स जानें
आपको अपनी लिमिट जाननी चाहिए कि आप किस हद्द तक उनकी मदद कर सकते हैं। किसी को देखना भी खुद के लिए काफी मुश्किल होता है। यदि आपको अपनी लिमिट्स पता होंगी तो आप बहुत ज्यादा चीजें लेने से बच पाएंगे और खुद को बर्न्ड आउट नहीं करेंगे। आप इसके लिए अपनी लिमिटेशन को सेट करने के लिए खुद का टाइम जोन सेट कर सकते हैं और अपनी पसंद का बात करने का मोड सेट कर सकते हैं।
ध्यान रखें कि अगर आपको खतरा महसूस हो या फिर आप ऐसी चोटें देखें जिन्हें मेडिकल अटेंशन की जरूरत है तो आपको तुरंत उनकी सेफ्टी के लिए काम करना चाहिए।