आजकल रोमांटिक फिल्मों के मुकाबले भारतीय दर्शकों को हॉरर फिल्में कुछ ज्यादा ही पसंद आ रही हैं। पिछले दिनों बॉलीवुड फिल्म स्त्री और यहां तक कि हॉलीवुड फिल्म ‘द नन’ ने भी भारतीय बॉक्स ऑफिस पर कमाल की कमाई की। बॉक्स ऑफिस इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, ओपनिंग डे पर ‘द नन’ ने 7.75 करोड़ रुपये कमाए। हॉरर कॉमेडी फिल्म ‘स्त्री’ को भी भारतीय दर्शकों ने खूब पसंद किया। इसी कड़ी में अगले महीने आने वाली फिल्म लुप्त के अभी लॉन्च हुए ट्रेलर को भी खासा पसंद किया जा रहा है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि वो कौन सी 25 फिल्में हैं, जो आपका दिन- रात के चैन के साथ- साथ आपकी नींद भी उड़ा सकती हैं।
1. लुप्त (2018)
‘लुप्त’ सच्ची घटना पर आधारित बॉलीवुड फिल्म है। इस फिल्म में जावेद जाफरी को क्रॉनिक इनसोमनिया (नींद न आने) की बीमारी से जूझते दिखाया गया है, जिसकी वजह से उन्हें अदृश्य लोग भी नजर आने लगते हैं। इसके बाद ऐसी घटना होती हैं, जिसे देखने के बाद कोई भी डर सकता है। इस हॉरर फिल्म में दरवाजों की आवाज, तेज आवाजें, लाइट्स का जलना-बुझना और डरावने चेहरे दिखाई देते हैं। फिल्म में सुपरनेचुरल घटनाएं भी देखने को मिलेंगी। प्रभुराज के डायरेक्शन वाली इस फिल्म के जरिये जावेद जाफरी ने फिल्मों में वापसी की है। यह फिल्म आने वाले 5 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है। देखें ट्रेलर –
2. स्त्री (2018)
वह स्त्री हर साल चार दिनों के लिए आती है और फिर गायब हो जाती है। इन चार दिनों में शहर के बहुत से पुरुष गायब होने लगते हैं। सिर्फ उनके कपड़े मिलते हैं। वह पुरुषों को उठा कर न ले जाए, इसलिए लोग अपने घर की दीवार पर कौवे और चमगादड़ के खून से लिखा रखते हैं, ओ स्त्री कल आना। वह पढ़ना जानती है, सोचती है कि ठीक है आज यहां कोई नहीं है, और वह लौट जाती है। एक बार फिर वह आती है, और एक ही रात में बीस पुरुषों को उठा कर ले जाती है। हर तरफ सन्नाटा और डर पसरा रहता है। स्त्री हल्की-फुल्की हॉरर – कॉमेडी फिल्म है। राजकुमार राव कहानी को आगे बढ़ाते हैं परंतु इसमें जान डालते हैं पंकज त्रिपाठी। देखें ट्रेलर –
3. परी (2018)
पुरानी हवेली, दरवाजों की डरावनी आवाज, सफेद सा़ड़ी में औरतें और एक डरावने मेकअप में हीरो, अनुष्का शर्मा की परी में ऐसा कुछ नहीं है। यह बाकी हॉरर फिल्मों से काफी अलग है और आपको कुछ नया देखने को मिलेगा। पहली बार डायरेक्ट कर रहे प्रोसित राय ने इस फिल्म में शैतानों की प्रेम कहानी को बखूबी दिखाया है और साथ ही वो इंडियन सिनेमा को हॉरर फिल्म में कुछ अलग दिखाने में भी कामयाब हुए हैं। यह बात तो आप भी मानेंगे कि दिल दहलाने वाले डिस्टर्बिंग विजुअल देख पाना और दिखा पाना सबके बस की बात नहीं होती। प्रोसित राय के पक्ष में सबसे अच्छी बात ये है कि वो पहले फ्रेम से ही वो माहौल बनाने में सफल हुए हैं जो किसी भी हॉरर फिल्म में जरुरी हैं। यह फिल्म कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है।
4. फोबिया (2016)
फोबिया एक थ्रिलर साइकोलॉजिकल फिल्म है, जिसे पवन कृपलिनी ने डायरेक्ट किया है। सीमित बजट में ऐसी स्टार कास्ट को लेकर बनाई गई इस फिल्म में बेशक एक नई कहानी है, लेकिन इसके बावजूद मसालों की कमी की वजह से यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट नहीं हो पाई। राधिका आप्टे ने अपने किरदार को ऐसे सशक्त ढंग से निभाया है। फिल्म में उनके किरदार और बेहतरीन ऐक्टिंग को देखने के बाद कोई भी उसका फैन बन जाए। करीब दो घंटे की इस फिल्म की कहानी को पर्दे पर उतारने के लिए फ्लैशबैक का कुछ ज्यादा ही सहारा लिया गया है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर कहानी और माहौल पर पूरी तरह से फिट है। देखें ट्रेलर –
5. ‘1920 लंदन’ (2016)
फिल्म के टाइटल ‘1920’ के पहले ही 2 कामयाब सीक्वल आ चुके हैं। फिल्म की कुछ ख़ामियों की बात करें तो फ़िल्म में अगर भूत होगा तो जादू टोना होगा। उसको भगाने के लिए एक तांत्रिक होगा, डरावने चेहरे होंगे, भूत भाग जाए ऐसी कुछ तरकीब ढ़ूंढनी होगी। ‘1920 लंदन’ में, न तो स्पेशल इफ़ेक्ट्स में कोई नयापन है और न ही ये फ़िल्म आपको डरा पाने में कामयाब होती है। शरमन जोशी अपने किरदार में काफी रमे हुए लगते हैं। कहानी का ढ़ाचा भी ठीक है लेकिन इसकी बारीकियों को बुनने में और मेहनत की ज़रूरत थी। फ़िल्म का इंटरवल प्वॉइंट रोचक है और ट्विस्ट भी दिलचस्प लगता है। देखें ट्रेलर –
6. ‘अलोन’ (2015)
बिपाशा बासु को हॉरर क्वीन यूं हीं तो नहीं कहा जाता, राज़, आत्मा जैसी बेहतरीन हॉरर फिल्में करने के बाद आज भी बिपाशा को हॉरर फिल्मों के लिए पहली पसंद माना जाता है। वो दर्शकों को सिर्फ अपने किरदारों के रोंगटे खड़े कर देने वाले अभिनय से सिर्फ डराती नहीं हैं बल्कि उन्हें अपने किरदारों, अलौकिक शक्तियों के मौजूद होने का एहसास भी करा देती हैं। फिल्म की कहानी बेहद रोमांचक है और अंत तक फिल्म का सस्पेंस बना रहता है। फिल्म की शुरुआत थोड़ी धीमी जरुर है लेकिन फिल्म में किरदारों को बेहद खूबसूरती से दिखाया गया है। साथ ही इंसानी जज्बातों- डर, प्यार, ईर्ष्या, गुस्सा आदि को भी बेहतरीन तरीके से किरदारों में ढाला गया है। कुल मिलाकर अलोन फिल्म एक बेहतरीन हॉरर फिल्म है और इसे देखा जा सकता है। देखें ट्रेलर –
7. ‘पिज़्ज़ा’ (2014)
पिज्जा ऐसी हॉरर सुपरनैचरल थ्रिलर मूवी है जिसमें आपके आसपास हो रही कुछ अलौकिक घटनाओं को सहज ढंग से उठाने की पहल की गई। 3डी में होने की वजह से फिल्म के कई सीन भी आपको जोर का झटका दे सकते है। यंग डायरेक्टर अक्षय अक्किनेनी की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने फिल्म के क्लाइमेक्स में एक मेसेज देने की अच्छी पहल भी की है। इंटरवल के बाद कहानी रफ्तार पकडती है, जो दर्शकों को पूरी तरह से बांधे रखती है। अगर हॉरर फिल्मों के शौकीन है तो इस फिल्म को अलग किस्म की कहानी और प्रस्तुतीकरण के लिए एकबार देख सकते हैं। देखें ट्रेलर –
8. ‘रागिनी एमएमएस 2’ (2014)
बालाजी मोशन पिक्चर्स की ‘रागिनी एमएमएस 2’ अपने इरादे में स्पष्ट है। हॉरर और सेक्स के मेल से आम दर्शकों के मनोरंजन के लिए बनी यह फिल्म अपने मकसद में सफल रहती है। निर्देशक भूषण पटेल ने पिछली फिल्म के तार नई फिल्म की कहानी से जोड़ दिए हैं। साथ ही एक अघोषित प्रयोग भी किया है। ‘रागिनी एमएमएस 2’ में सनी लियोनी स्वयं के किरदार में हैं। इस फिल्म के लिए चुनने के साथ उन्हें उनके अतीत के संदर्भ के साथ पेश किया गया है। ‘रागिनी एमएमएस 2’ में हॉरर के साथ सेक्स का उत्तेजक मिश्रण है। खौफ और सेक्स के इस मिश्रण को लाइट, साउंड और सोशल इफेक्ट के तकनीक के जरिए रोमांचक और उत्तेजक बनाने की अच्छी कोशिश की गई है। ऐसी फिल्मों के विशेष दर्शक हैं। उन्हें ‘रागिनी एमएमएस 2’ पसंद आएगी।
9. ‘मुंबई 125 किमी’ (2014)
यह फिल्म पांच दोस्तों की कहानी है जो नए साल के जश्न में मुंबई जा रहे हैं। उन्हें हाईवे पार करते ही जंगल में बीच रास्ते पर एक पालना दिखता है। पालना साइड कर ये लोग आगे बढ़ जाते हैं। तभी घायल अवस्था में एक व्यक्ति उनके गाड़ी के सामने आ जाता है। थोड़ा और आगे जाने पर जंगल में एक लड़की दिखाई देती है, जिसकी गोद में एक बच्चा होता है। ऐसी कई रहस्यमयी बातें इनके साथ होती हैं। इसी दौरान जैक कहीं गायब हो जाता है और थोड़ी देर में एक कार उसकी लाश फेंक कर चली जाती है। इस पूरी फिल्म को अंधेरे में फिल्माया गया है, लेकिन इस हॉरर फिल्म में असली हॉरर की काफी कमी है। देखें ट्रेलर –
10. ‘3 A.M’ (2014)
‘3 एएम’ का भूत बाकी भूतों से जरा अलग हटकर है। यह भूत रात को तीन बजे ही सक्रिय होता है, लेकिन ऐसा क्यों है, इसका जवाब आपको ‘3 एएम’ में नहीं मिलता। मुंबई की एक भुतहा मिल में कुछ बच्चे पहुंचते हैं तो वहां एक भूत उन्हें कहानी सुनाता है। मिल के कंपाउंड में अच्छे और बुरे भूत रहते हैं। बुरा भूत इतना ताकतवर है कि वह अच्छे भूतों पर नियंत्रण रखता है। निर्देशक की फिलॉसफी यह कि इस दुनिया में दोनों तरह की ताकतें हैं। लेकिन बुरी ताकत है इसलिए अच्छी का अस्तित्व है। देखें ट्रेलर –
11.’6-5=2′ (2014)
सच्ची घटना पर बनी यह फिल्म दूसरी बॉलीवुड टाइप फिल्मों जैसी हॉरर फिल्म नहीं है। यह फिल्म 6 दोस्तों की कहानी है, जो एक खास टूर पर घने जंगलों में घूमने का प्लान बनाते हैं। अपने इस एडवेंचर टूर को हाथों-हाथ कैमरे में भी कैद कर रहे होते हैं। जंगल में एडवेंचर टूर पर गए इन दोस्तों में से 3 की हत्या हो जाती है, 2 गायब हो जाते हैं और एक बच जाता है। कन्नड़ में बनी इस फिल्म ने टिकट खिड़की पर 3.5 करोड़ का बिजनस किया था, इसलिए अगर लीक से हटकर बनी फिल्मों के शौकीन हैं तो यकीनन फिल्म आपको अपसेट नहीं करेगी। देखें ट्रेलर –
12. ‘मछली जल की रानी है’ (2014)
फिल्म की कहानी एक ऎसे कपल के इर्द-गिर्द घूमती है, जो मुंबई में एक खुशहाल शादी शुदा जिंदगी व्यतीत कर रहा है। उदय जो कि मैकेनिकल इंजीनियर है, एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। एक दिन दोनों एक पार्टी से लौट रहे होते हैं, तभी रास्ते में उनकी कार का एक्सीडेंट हो जाता है। इस हादसे में उनकी कार से टकराई कार के ड्राइवर की आयशा की खिडकी से टकराकर मौत हो जाती है जिसे देखकर वह डर जाती है और टेंशन में रहने लगती है। आयशा को घर में किसी अनजान शख्स की मौजूदगी का अहसास होने लगता है। डर और किसी अननोन रीजन से उसका उसमें अजीब बदलाव आते हें जिसे उसके अलावा और कोई भी समझ नहीं पाता। उसका डर बढता जाता है और वह अजीब वियर्ड बिहेव करने लगती है। देखें ट्रेलर –
13. ‘हॉरर स्टोरी’ (2013)
यह फिल्म सात यंगस्टर्स के चारो ओर घूमती है जो स्कूल और कॉलेज में साथ पढ़े हैं और वर्षों बाद मिलते हैं। एक दोस्त जो विदेश जाने वाला है, की फेयरवेल पार्टी कुछ और रूप ले लेती है। वे एक पब में पहुंचते हैं। पीने-पिलाने का लंबा दौर, वाद-विवाद, के बाद वे अचानक खुद को एक हांटेड होटल में पाते हैं। वे इस होटल में मौज-मस्ती करते हैं, लेकिन यह उनकी जिंदगी की सबसे भयावह रात या यूं कहें कि आखिरी रात साबित हो सकती है। चीखने की आवाजें, दीवारों पर लटकते, उड़ते भूत और बैकग्राउंड से डराने की आवाजें। आपको डराने की पूरी कोशिश की जाती है। फिल्म के कलाकार नए हैं। अगर वीकेंड में कुछ खास करने लायक न हो और हॉरर फिल्मों के बेहद शौक़ीन हों तो ही इस फिल्म को एक बार देखने का रिस्क उठा सकते हैं। देखें ट्रेलर –
14. ‘एक थी डायन’ (2013)
कन्नन अइय्यर की फिल्म एक थी डायन को देखने के बाद आपकी रातें तो जागते हुए ही कटनी वाली हैं। फिल्म में निर्देशक ने गजब का सस्पेंस बना के रखा है और फिल्म के एक भी सीन में आपको ऐसा नहीं लगेगा कि फिल्म अपने ट्रेक पर से उतर रही है। कहानी के साथ ही फिल्म के एकटर्स ने भी गजब की एक्टिंग की है। कोंकड़ा सेन शर्मा की तो आंखें ही आपके शरीर में झुनझुनी ला देंगी। और दूसरी तरफ काल्की कोचलीन और हुमा कुरैशी की एक्टिंग आपको अपनी सीट पर जमे रहने पर मजबूर कर देंगी। देखें ट्रेलर –
15. ‘आत्मा’ (2013)
फिल्म की कहानी माया वर्मा (बिपाशा बसु) के इर्द गिर्द घूमती है जिसके पति अभय मेहरा (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) की कार एक्सिडेंट में मौत हो चुकी है। अचानक एक दिन माया को लगता है कि निया अचानक अपने पापा के साथ बातें करती है। माया को लगने लगता है कि अभय अपने साथ निया को लेकर जाना चाहता है। यहीं से शुरू होती है माया की अपनी बेटी की जिंदगी बचाने की जंग। इस फिल्म में यंग डायरेक्टर सुपर्ण वर्मा ने विदेशी लेटेस्ट तकनीक का इस्तेमाल करके फिल्म में कई ऐसे बेहतरीन सीन्स रखे हैं, जो उनकी काबलियत को दर्शाते हैं। सुपर्ण ने दर्शकों को डराने के लिए शायद पहली बार साउंड में एक नई तकनीक का प्रयोग किया है, जो दर्शकों को कहानी के साथ बांधने में कामयाब हुई है। देखें ट्रेलर –
16. ‘3जी’ (2013)
इस फिल्म की कहानी फिल्म में सैम बने नील नितिन मुकेश के इर्द गिर्द घूमती है जिसके 3जी वाले सेकेंड हैंड फोन पर फैंटम कॉल आनी शुरू हो जाती हैं। इस कॉल को रिसीव करने के बाद सैम खुद में कुछ बदलाव पाता है। सैम इस फैंटम कॉल के बारे में पता लगाने की कोशिश करता है, लेकिन कुछ पता नहीं चलता। सैम को लगता है कि सारी मुसीबत की जड़ उसका फोन है, तो वह अपने इस फोन को समुद्र में फैंक देता है, लेकिन थोड़ी देर बाद यही फोन फिर उसके पास होता है। सैम उस फोन को तोड़कर फैंकता है, लेकिन फोन फिर उसके पास पहुंच जाता है। देखे ट्रेलर –
17. ‘राज़ 3’ (2012)
जैसा कि मुकेश भट्ट की ज्यादातर फिल्मों में होता है, हीरोइन पर बुरी आत्मा की नजर पड़ जाती है और उसे हीरो मुक्ति दिलाता है, यही राज 3 में भी देखने को मिलता है। इस बार काले जादू से दर्शकों को डराने की कोशिश की गई है। शनाया शेखर (बिपाशा बसु) नामक एक्ट्रेस नई एक्ट्रेस संजना (ईशा गुप्ता) को पछाड़ने के लिए एक शैतानी आत्मा की मदद से ब्लैक मैजिक का सहारा लेती है। फिल्म का पहला हाफ ठीक-ठाक है और कुछ जगह डर के मारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। थ्री-डी में वर्जन में यह डर कई गुना बढ़ जाता है। एक्टिंग की बात की जाए तो बिपाशा बसु सब पर भारी हैं। वे न केवल ग्लैमरस लगी हैं बल्कि उन्होंने नफरत और ईर्ष्या की आग में जलती एक्ट्रेस को उम्दा तरीके से स्क्रीन पर पेश किया है। देखें ट्रेलर –
18. ‘भूत रिटर्न्स’ (2012)
पूरी फिल्म एक बंगले और और आधा दर्जन भर किरदारों के इर्द-गिर्द घूमती है। तरुण अवस्थी ( जे. डी. चक्रवर्ती) आर्किटेक्ट हैं जिन्हें एक आलीशान बंगला कम किराए पर मिलता है। तरुण की पत्नी नम्रता (मनीषा कोइराला) को शक है कि इतना आलीशान बंगला उन्हें इतने कम किराए पर क्यों मिला। तरुण की छह साल की बेटी निम्मी को अपने रूम में प्यारी सी गुड़िया मिलती है, जिसे निम्मी शब्बो के नाम से बुलाने लगती है। इस बंगले में आने के बाद ही निम्मी में अजीबोगरीब बदलाव नजर आने लगते हैं। निम्मी हर वक्त एक खाली जगह की ओर इशारा करके वहां अपनी अदृश्य सहेली शब्बो को देखती है और उससे बातें करने लगती है। देखें ट्रेलर –
19. ‘रागिनी एमएमएस’ (2011)
कहानी पर गौर किया जाए तो रागिनी एमएमएस रामसे ब्रदर्स की सी-ग्रेड फिल्मों की तरह लगती है। उनकी फिल्मों में भी वीकेंड मनाने के लिए सुनसान हवेलियों को चुना जाता था और फिर हवेली के भूत और चुड़ैल प्यार करने वालों को परेशान करते थे। लेकिन रागिनी एमएमएस में इस कहानी का प्रस्तुतिकरण तकनीकी रूप से बहुत सशक्त है। शॉट टेकिंग, एडिटिंग, बैकग्राउंड म्यूजिक और चरित्र ऐसे जो आम जिंदगी से उठाए गए हो इस फिल्म को रामसे ब्रदर्स की फिल्मों से अलग करते हैं। कुलमिलाकर एक साधारण कहानी की अच्छी तरह पैकेजिंग की गई है। देखें ट्रेलर –
20. ‘शापित’ (2010)
अगर आप हॉरर फिल्मों के शौकीन हैं और हॉलीवुड हॉरर फिल्मों के अलावा देसी भूतिया फिल्में भी देखते हैं तो फिल्म शापित की कहानी में आप को कोई नयापन नहीं मिलेगा। फिल्म टेक्निकली स्ट्रांग हैं। इसलिए फिल्म के स्पेशल इफेक्ट्स दमदार लगते हैं। फिल्म का म्यूजिक औसत है। भट्ट कैंप को म्यूजिक की अच्छी समझ है लेकिन विक्रम ने इस फिल्म में संगीत का कुछ अधिक ही उपयोग किया है। पहली फिल्म के लिहाज से आदित्य इस फिल्म में सधे हुए नजर आए हैं। हां, ये अलग बात है कि आदित्य जैसे कम उम्र के लड़के को इतने स्टंट करते देख कोई इसे रियल मान भी पाएगा या नहीं। वहीं फिल्म की अभिनेत्री श्वेता अग्रवाल का अभिनय सामान्य है। देखें ट्रेलर –
21. ’13 बी फियर हैज अ न्यू एड्रेस ‘ (2009)
“13 बी” की कहानी रीढ़ की हड्डी में भी कंपकंपी पैदा कर देती है। फिल्म की कहानी एक व्यक्ति मनोहर और उसके परिवार के इर्दगिर्द घूमती है, जो 13वीं मंजिल पर एक फ्लैट में शिफ्ट होता है। उसके परिवार के लोग एक टीवी सीरियल देखते हैं और कुछ समय के बाद उन्हें महसूस होता है कि उनकी जिंदगी में भी टीवी सीरियल की ही तरह की घटनाएं घटने लगी हैं। यह किसी आत्मा का काम है जो उनसे बात करने के लिए टीवी को एक मीडियम की तरह इस्तेमाल कर रही है। देखें ट्रेलर –
22. ‘1920’ (2008)
फिल्म की कहानी अर्जुन और लीसा के इर्द गिर्द घूमती है जो एकदूसरे से प्यार करते हैं। जब वो एक हॉन्टेड हवेली में शिफ्ट होते हैं तो वहां के खतरों से अनजान होते हैं। जब लीसा पर एक आत्मा कब्जा कर लेती है तो अर्जुन उसे बचाने के लिए क्या- क्या करता है। साधारण कहानी है लेकिन यह फिल्म आपको बुरी तरह से डरा सकती है। देखें ट्रेलर –
23. ‘फूंक’ (2008)
इस फिल्म में एक कंस्ट्रक्शन इंजीनियर की कहानी है जो न तो आत्माओं पर विश्वास करता है और न ही ईश्वर पर। लेकिन कुछ ऐसा होता है जिसकी वजह से वह आत्माओं के अस्तित्व पर विश्वास करने के लिए मजबूर हो जाता है। इस फिल्म के लिए रामगोपाल वर्मा ने अकेले और बिना डरे पूरी फिल्म देखने पर 5 लाख का इनाम घोषित किया था। देखें ट्रेलर –
24. ‘डरना मना है’ (2003)
सिर्फ रामगोपाल वर्मा ही इतनी डरावनी फिल्में बना सकते हैं। इस फिल्म में डायरेक्टर ने छह छोटी छोटी क्रियेटिव शॉर्ट स्टोरीज़ को जोड़ा है और हर एक शॉर्ट स्टोरी में अलग- अलग तरह के ट्विस्ट हैं। देखें पूरी फिल्म –
25. ‘भूत’ (2003)
इस फिल्म को रामगोपाल वर्मा की बेहतरीन फिल्म कहा जा सकता है। इसमें दिखाया गया है कि जब एक विवाहित जोड़ा एक हॉन्टेड फ्लैट में शिफ्ट करता है तो उनके साथ बहुत अजीब अजीब घटनाएं घटती हैं। इन घटनाओं से नवविवाहिता यानि उर्मिला मातोंडकर लगभग पागल सी हो जाती है। इसके अलावा फिल्म में अजय देवगन और फरदीन खान भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। यहां देखें पूरी फिल्म –
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