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UTI से जुड़े इन 7 मिथकों पर तो नहीं कर रहे हैं आप भरोसा, जल्दी से जान लें

Megha Sharma  |  Oct 26, 2022
UTI से जुड़े इन 7 मिथकों पर तो नहीं कर रहे हैं आप भरोसा, जल्दी से जान लें

Urinary Tract Infection (UTI) एक ऐसा इंफेक्शन है, जो शरीर के Urinary system में होता है। इसमें किडनी, ब्लेडर, यूट्रेस और यूरेथ्रा शामिल है। आमतौर पर यह इंफेक्शन Urinary Tract में ब्लेडर में और यूरेथ्रा में होता है। ऐसे में अगर आप भी UTI से जुड़े इन 7 मिथकों में भरोसा करती हैं तो यहां हम आपको इनके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।

मिथक 1- वजाइना को साबुन और पानी से साफ करने से UTI नहीं होता

अपने वजाइनल एरिया को किसी प्रोडक्ट से साफ करने से UTI को रोका नहीं जा सकता है। इतना ही नहीं इसकी वजह से आपके वजाइन का pH बिगड़ सकता है और बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है। वजाइना को वॉश करना या फिर उसे वाइप से क्लीन करने की जरूरत नहीं होती है। हालांकि, आप चाहें तो अपने जेनिटल्स के बाहरी हिस्से को जेंटली साबुन और पानी से साफ कर सकती हैं।

मिथक 2 – अगर आपके युरीन में स्मेल आ रही है तो आपको UTI है

कुछ स्टडीज का दावा है कि यदि आपके युरीन में स्मेल आती है तो इसका मतलब ये नहीं है कि आपको UTI क्योंकि इसका ताल्लुक आपके द्वारा पिए गए पानी और आप क्या खाते हैं से होता है। UTI के मुख्य लक्षणों में दर्द के साथ युरीन आना, जरूरत से अधिक वजाइनल डिस्चार्ज होना और युरीन में खून आना आदि होते हैं।

मिथक 3 – केवल महिलाओं को UTI होता है

महिलाओं में UTI की संभावना अधिक होती है लेकिन पुरुषों, गे आदि में भी UTI होने का खतरा होता है। साथ ही यह किसी भी उम्र के इंसान को या फिर प्रेग्नेंट महिलाओं तक को हो सकता है।

मिथक 4 – केवल सेक्शुअली एक्टिव लोगों को UTI होता है

भले ही सेक्शुअल इंटरकोर्स से UTI का खतरा बढ़ जाता है लेकिन इसके अलावा भी UTI होने के कई कारण हो सकते हैं और इसमें से एक शुगर भी है। इनकी वजह से आसानी से UTI ट्रिगर हो सकता है।

मिथक 5 – UTI अपने आप ठीक नहीं होता है

स्टडीज में पता चला है कि 25% से 42% महिलाओं में UTI की समस्या अपने आप बिना किसी दवाई को लिए ठीक हो जाती है। लेकिन अगर आपको अधिक दिक्कत हो रही है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इसके अधिक बिगड़ने का इंतजार नहीं करना चाहिए।

मिथक 6 – क्रैनबेरी जूस पीने से UTI ठीक होता है

क्रैनबेरी एक ऐसा फल जरूर है, जिसका सेवन करने से ब्लेडर की वॉल पर चिपकने वाले बैक्टीरिया अपने आप निकल जाते हैं लेकिन स्टडीज में सामने आया है कि क्रैनबेरी कुछ ही मात्रा में UTI से मदद करती है।

मिथक 7 – UTI में ही दर्द के साथ युरीन आना, या फिर अधिक युरीन आने की समस्या होती है

ऐसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि सेक्शुअली ट्रांसमिटिड बीमारी, इंटरसिस्टिकल सिस्टिटिस या फिर भी डायटरी बदलाव के कारण भी आपको अलग-अलग समस्याएं हो सकती हैं, जिनके लक्षण ऐसे ही होते हैं। ऐसे में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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