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इन तरीकों से अपने बच्चों की सोशलाइज होने में करें मदद, सिखाएं ये चीजें

Megha Sharma  |  Mar 29, 2023
इन तरीकों से अपने बच्चों की सोशलाइज होने में करें मदद, सिखाएं ये चीजें

नए लोगों से मिलना और उनसे बात करना हर किसी के लिए आसान नहीं होता है। एक बार को अडल्ट्स इस तरह की परिस्थिति में अपना रास्ता बना लेते हैं लेकिन छोटे बच्चों के लिए कई बार ऐसा कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। साथ ही अपने बच्चे को दोस्त बनाने में दिक्कत होते हुए देखना सबसे मुश्किल काम है। सोशल कनेक्शन और दोस्त बनाना सेल्फ एस्टीम के लिए बहुत जरूरी होता है। ऐसे में कई बार कुछ बच्चों को दोस्त बनाने के लिए थोड़ी प्रैक्टिस की जरूरत होती है। वैसे तो हम यह नहीं कह सकते हैं कि इसमें आपके सभी सवालों के जवाब मिलेंगे लेकिन हां हम यहां कुछ ऐसी टिप्स लेकर आए हैं, जिनकी मदद से आपके बच्चे आसानी से दोस्त बना सकते हैं।

बच्चों को सवाल करना सिखाएं

बच्चे कई अलग-अलग तरीकों से बातचीत करना शुरू कर सकते हैं और उसे अच्छे से आगे भी बढ़ा सकते हैं। इन्ही में से एक तरीका सवाल करना भी है। इसके लिए बच्चे, उस इंसान से उनके बारे में सवाल पूछ सकते हैं और ये कनेक्शन बनाने या फिर बात करने की बहुत ही अच्छी अप्रोच है। अपने बच्चों को ऐसे सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करें, जिनमें उन्हें हां या ना से अधिक कुछ बात करने का मौका मिले।

रोल मॉडल बनें

जब आपके बच्चे आपको देख रहे होते हैं तब दूसरों से बात करते वक्त आपको थोड़ा माइंडफुल होना चाहिए। एक बार दूसरों से सवाल करने के बाद आपको ध्यान से उनकी बात सुननी चाहिए और धैर्य रखना चाहिए। साथ ही क्या आप सही में अपने दोस्तों और परिजनों की परवाह करते हैं क्योंकि बच्चे इन सभी चीजों पर ध्यान देते हैं और ऐसे में जरूरी है कि आप उनके लिए अच्छे रोल मॉडल बनें।

बच्चों को इंट्रस्ट को फॉलो करें

सोशल स्किल्स डेवलप करने का ये सबसे पहला स्टेप है फिर चाहे इसके लिए आपको अपने बच्चे के पंसदीदा खेल का हिस्सा बनना हो या फिर उनके पसंदीदा इंस्ट्रूमेंट को बजाना हो या उनके पसंद के क्लब को ज्वॉइन करना हो। इस तरह से बच्चों को नए लोगों से मिलने का जरिया मिलता है और उन्हें कई चीजों के बारे में पता चलता है और उनकी सोशल स्किल्स भी बेहतर होती हैं।

बच्चों को बनाएं एंपेथेटिक

अगर बच्चों को ये पता हो कि उन्हें दूसरे लोगों के लिए कैसा महसूस करना है तो वो जल्दी लोगों से कनेक्ट कर पाते हैं और बेहतर रिश्ते बना पाते हैं। इस वजह से आपको अपने बच्चों को एंपेथी भी सिखानी चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि आप उन्हें सुनना सिखाएं। इससे वो दूसरों की बातों को ध्यान से सुनेंगे और एक बार बात खत्म होगी तो वो इस पर ज्यादा बेहतर प्रतिक्रिया दे पाएंगे।

बच्चों की सीमाओं को समझें

कुछ बच्चे अन्यों के मुकाबले सोशलाइजिंग में बेहतर होते हैं। ऐसे में यदि कोई बच्चा नेचर से शाई या फिर इंट्रोवर्ट है तो उससे आपको ऐसी उम्मीदें नहीं करनी चाहिए कि वह जल्दी लोगों से घुल मिल जाए। वहीं कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो बहुत ही आसानी से लोगों से घुल मिल जाते हैं। वहीं कुछ बच्चों के लिए बड़े ग्रुप का हिस्सा बनना भी आसान होता है लेकिन कुछ बच्चे छोटे ग्रुप का हिस्सा बनने में भी वक्त लगाते हैं। ऐसे में आपको अपने बच्चे पर अधिक प्रेशर नहीं डालना चाहिए और उनकी सीमाओं को समझना चाहिए।

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