अगर आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं तो हो सकता है कि आपने हर किसी की टिप और सुझाव की जरूरत नहीं होती है। लेकिन आपका वजन ना घटने के पीछे कई अन्य कारण हो सकते हैं, फिर चाहे आप जितना मर्जी कोशिश क्यों न कर रहे हों। इन कारणों में वेट लॉस प्लैटू से लेकर सही डाइट फॉलो न करने तक कई कारण हो सकते हैं। इन्ही में से एक वॉटर वेट का बढ़ना है, जिसकी वजह से आपको हर वक्त ब्लोटिड महसूस हो सकता है। इस वजह से हम यहां ऐसे कुछ कारणों के बारे में बताने वाले हैं, जिनकी वजह से ऐसा होता है।
वॉटर वेट क्या होता है?
जब फ्लूइड्स, टिशू में इकट्ठे हो जाते हैं तो इससे स्वेलिंग होती है। ऐसे में वॉटर वेट वो हिस्सा होता है, जहां ये एकत्रित होने लगता है और ऐसे में पानी आपकी बॉडी के ऑर्गन और स्किन के बीच में स्टोर होने लग जाता है। यह आपको असहज बनाता है यह कुछ वक्त के लिए हो सकता है। हालांकि, वॉटर वेट असल में वेट गेन नहीं होता है।
वॉटर वेट बढ़ने का असल कारण
वॉटर बढ़ने का असल कारण नमक और कार्ब्स होता है। अगर आप अधिक मात्रा में नमक का सेवन करते हैं तो इससे सोडियम बाइंड के रूप में वॉटर गेन होता है और यह बॉडी में ही रह जाता है। इस वजह से आप जितना अधिक नमक का सेवन करेंगे उतना अधिक ही आपके वॉटर वेट बढ़ने का चांस होगा। ऐसे ही अगर आप अधिक मात्रा में कार्ब लेते हैं तो उससे भी वॉटर वेट बढ़ता है। इससे फ्लूइड रिटेंशन बढ़ता है और कार्ब्स का सेवन करने पर बॉडी उसका सही से इस्तेमाल नहीं करती है तो वो ग्लाइकोजेन के रूप में स्टोर हो जाते हैं। ऐसे में ग्लाइकोजेन अधिक पानी को आकर्षित करते हैं और वॉटर वेट बढ़ने के चांस बढ़ जाते हैं।
वॉटर वेट बढ़ने के अन्य कारण
दवाइयां : अगर आप कुछ प्रकार की दवाइयां खा रहे हैं तो इससे फ्लूइड रिटेन हो सकता है। खासकर हाई ब्लड प्रेशर, एंटी-इंफ्लामेटरी ड्रग्स या फिर डायबिटीज की दवाइयां। ऐसे में जरूरी है कि आप हेल्थ एक्सपर्ट से कंसल्ट करें।
खराब ब्लड सर्कुलेशन : वॉटर वेट बढ़ने का अन्य कारण है खराब ब्लड सर्कुलेशन। हमारे पैर की वेन से ही दिल की ओर ब्लड फ्लो होता है। लेकिन जब ब्लड सर्कुलेशन खराब होता है तो इससे ब्लड पूल बनने लगते हैं और फ्लूइड रिटेंशन हो जाता है।
प्रेग्नेंसी : प्रेग्नेंसी के कारण भी वॉटर वेट बढ़ने लग जाता है। ऐसा तब होता है जब महिला की ड्यू डेट नजदीक होती है। इस वजह से प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में महिलाओं के हाथ और पैर सूज जाते हैं। इसके लिए आप अपने बदलते हुए हार्मोन को जिम्मेदार मान सकती हैं लेकिन बढ़ता हुआ पेट भी इसका कारण होता है। इससे आपकी ब्लड वेसल पर प्रभाव पड़ता है और फ्लूइड टिशू में जाता है। यदि प्रेग्नेंसी में आपको स्वेलिंग में दर्द भी होता है तो यह सीरियस मामला हो सकता है और आपको तुरंत अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
वॉटर गेन को कैसे रोकें
आप निम्नलिखित तरीकों से वॉटर गेन को रोक सकते हैं –
- अधिक मात्रा में नमक के सेवन से बचें।
- जब आप कम पानी पीते हैं और अचानक अधिक पानी पीना शुरू करते हैं तो इससे शरीर में पानी रहने लगता है।
- चाय, कॉफी और शराब का जरूरत से अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करना क्योंकि स्वेटिंग वॉटर वेट को कम करने में मदद करती है।
- हाइड्रेटिंग फूड का सेवन करना।
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