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ये 7 reasons कहते हैं instant noodles का कोई मुकाबला नहीं!

Riwa Singh  |  May 5, 2016

मैगी अब हमारी प्लेट से दूर चली गई, वो मैगी जो हमारे डाइन का आल-टाइम फूड हुआ करती थी। पर सिर्फ मैगी ही नूडल्स नहीं, इसमें बहुत सारी वैराइटीज़ हैं क्योंकि हमारे नूडल्स सिर्फ हमारा भोजन ही नहीं हैं। वो हमारी इच्छा, हमारी भूख से आगे बढ़कर हमारा फेवरेट फूड भी है (रात में भूख की नो टेंशन..noodles हैं न)। खाने के लिए छप्पन भोग होने के बावजूद हमें अब भी नूडल्स की सख्त ज़रूरत है। आज की भागम-भाग ज़िंदगी में कुछ तो होना चाहिए जो हमारी स्पीड से मैच करे। हम आपको बता रहे हैं वो 7 बातें जो साबित करेंगी कि आज भी इंस्टेंट नूडल्स का कोई मुकाबला नहीं।

1. आधी रात जब भूख सताए, तो नूडल्स ही याद आए

आधी रात को भूखा रहने का दर्द वही समझ सकता है जो इसका सामना आए-दिन करता हो। हॉस्टल की मैस (mess) का बेस्वाद खाना स्किप कर दिया, पर तब क्या करें जब रात के 2 बजे भूख आपकी नींद चुरा ले जाए? या फिर तब, जब ग्रुप स्टडीज़ करते वक्त पेट में चूहे दौड़ लगाएं? उस वक्त दिल को एक ही बात पर तसल्ली होती है- थैंक गॉड! नूडल्स हैं।

2. ऑफिस के लिए जब दौड़ लगाएं, नूडल्स ही साथ निभाएं

ऑफिस पहुंचने में लेट हो गए तो बॉस खटिया खड़ी कर देगा। दोपहर से पहले कुछ खाने को भी नहीं मिलने वाला और अभी तो खाना बनाने का टाइम बिल्कुल नहीं है, अब क्या करें??? ऐसे सुख-दुःख का साथी नूडल्स ही होते हैं। भूख की टेंशन खत्म सिर्फ 2 मिनट में।

3. छोटा पैकेट.. बड़ा धमाका, नूडल्स हैं न

अपनी लाइफ़ का इंजन चलाते रहने के लिए, फ़्यूल तो डालना ही पड़ेगा। जब भूख लगेगी तो कुछ तो खाना होगा न.. पर तब क्या करें जब हमारे पॉकेट का ही फ़्यूल कम पड़ जाए। पेट भी भरना है और पैसे भी बचाने हैं.. इस मामले में भी नूडल्स का कोई जवाब नहीं। गरमा-गरम नूडल्स का एक बड़ा बाउल मिल जाए तो काम बन जाता है और जेब पर भी भार नहीं।

4. इतने फ्लेवर्स इतनी वैराइटीज़..Just Wow!!

मन फीका-सा हो रहा है, कुछ टेस्टी या चटपटा खाने का मन है.. और जब 2 मिनट में आप इतना टेस्टी मील कुक कर सकते हैं तो फिर 2 घंटे तक भेजा फ्राई करने की क्या ज़रूरत है? टोमैटो, चीज़ी, बेबी कॉर्न, स्पाइसी, मशरूम, चिकन..और पता नहीं क्या-क्या। फ्लेवर्स की तो जैसे बाढ़ ही आ गयी है नूडल्स में।

5. नूडल्स के लिए भूख का इंतज़ार!!! हमसे न हो पाएगा..

किसने कहा कि हमें खाने के लिए भूख का इंतज़ार करना चाहिए? जब नूडल्स सामने हों तो इतना कंट्रोल किसके बस की बात है! मतलब ये कि नूडल्स आप कभी भी खा सकते हैं, ये वाकई ऑल-टाइम मील है। इसके लिए अलग से मूड बनाने की ज़रूरत नहीं, मूड अपने आप बन जाता है। 😉

6. आलस से जब उठा न जाए, नूडल्स हैं न

ज़रूरी नहीं कि हम थके हों या कहीं जाने के लिए लेट हो रहे हों तभी नूडल्स खाएं। काम न करने का मन तो कभी भी कर सकता है!! और जब हमें अपने आलस पर प्यार आता है, हम काम से जी चुराते हैं तो भले ही घर में सबकी डांट पड़े, पर ये नूडल्स हमारा हाल-ए-दिल बखूबी समझते हैं। 2 मिनट में तैयार..सुपरफास्ट नूडल्स!

7. एक्सपेरिमेंटल फ़ेज़(phase)..मास्टरशेफ़ इन नूडल्स

अभी हम में से ज़्यादातर लोग खाना बनाना नहीं जानते (डैट पर्फेक्ट वन), पर बड़े कॉन्फिडेंस से कह देते हैं कि वो अकेले सरवाइव कर सकते हैं। आपको नहीं लगता इसका बहुत बड़ा क्रेडिट नूडल्स को जाता है?? नूडल्स हमारी रसोई की पहली सीढ़ी बन गए हैं। इसमें सब्ज़ियां, मसाले, अंडे वगैरह डालकर एक अच्छा ज़ायकेदार मील तैयार करना, एक्पेरिमेंट में महारत हासिल करना और खुद को प्रोफेशनल कुक समझना..superb!! क्या आप ऐसे एक्सपेरिमेंट्स आलू-गोभी, शाही पनीर या मटन के साथ कर सकते हैं जब आप को रसोई की एबीसी भी न आती हो?

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