हरे-भरे पौधे और रंग-बिरंगे फूलों से आपके घर की बालकनी, छत और गार्डन की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है। हर कोई चाहता है कि उसके घर में एक ऐसा हरा-भरा कोना हो जिसे देखते ही सारी थकान उतर जाये साथ ही उन्हें बढ़ते हुए अपनी आंखों देंखे। गार्डनिंग (Home Gardening Tips) करना चाहते हैं तो इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें। बहुत से लोग पौधे तो लगवा लेते हैं लेकिन उन्हें पता नहीं होता है कि कैसे और कब-कब पानी देना है, खाद देनी और गुड़ाई करनी आदि। ऐसे में पौधे ग्रो करने की जगह खराब हो जाते हैं। वैसे घर में बागबानी करना कोई मुश्किल काम नहीं है बस आपको पौधों की देखभाल की जरूरत होती है।
बागवानी से जुड़े कुछ आसान से टिप्स को अपनाकर आप अपने होम गार्डन को बेहतर बना सकते हैं। इससे आपका बगीचा, क्यारी या बालकनी गार्डन बेहद हरा-भरा और खूबसूरत नजर आएगा। तो आइए जानते हैं घर पर बागबानी करने के टिप्स एंड ट्रिक्स (Home Gardening Tips) के बारे में -
आप जिस मिट्टी में पौधे लगाने वाले हैं उसे एक-दो दिन पहले एक पेपर या किसी स्थान पर फैला दें और धूप दिखा लें। इससे मिट्टी में मौजूद कीड़े-मकौड़े और फंगस आदि खत्म हो जाते हैं।
पौधे जल्दी ग्रो करें इसके लिए कंपोस्ट की खाद या गोबर की खाद हफ्ते में 1 बार एक से दो बड़ी चम्मच खाद पौधों में जरूर से डालें। आप चाहें तो बाजार में मिलने वाले फर्टीलाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
हम में से ज्यादातर लोग पौधों की देखरेख के लिए बस उनमें नियमित रूप से पानी डालते हैं। लेकिन उसके बावजूद भी पौधे खराब हो जाते हैं। इसकी वजह है सही मात्रा में पानी न डालना। जी हां, ज्यादा पानी देने से मिट्टी के कणों के बीच मौजूद ऑक्सिजन पौधों की जड़ों में नहीं पहुंच पाती इसलिए आपको जब गमले में मिट्टी की ऊपरी परत सूखी लगें, तभी पानी डालें। साथ ही सर्दियों के मौसम में हर 4 दिन बार पानी और गर्मियों में हर दिन या दूसरे सही ही पानी डालें।
अगर आप घर से 12-15 दिन के लिए कहीं बाहर जा रहे हैं तो पौंधों को उनकी खुराक का इंतजाम करके जायें। इसके लिए जाने से पहले गमले या पॉट में लीचन को अच्छी तरह बिछाकर पानी डालें। इससे लंबे समय तक पौधों में नमी बनी रहेगी। लीचन एक तरह के तालाब में उगने वाले कुछ खास पौधे जो आपको किसी भी नर्सरी से मिल जाएंगे।
इनडोर प्लांट्स को भी धूप की आवश्यकता होती है। इसीलए हफ्ते में 1-2 बार इन्हें कुछ घंटों के लिए धूप में रखें। गर्मियों में कड़कती धूप से पौधों को बचाने के लिए उनपर नेट से छाया करें, ताकि आपके पेड़ खराब न हों।
अगर आप अपने पौधों का जल्दी विकास चाहतें या फिर आपके पास किचन गार्डन के लिए पर्याप्त मिट्टी नहीं है तो आप कोकोपीट का इस्तेमाल कर सकते हैं। कोकोपीट तकनीक (cocopeat farming) नारियल की भूसी और खाद से तैयार की गई कृत्रिम मिट्टी होती है। इसमें कई तरह के जरूरी पोषत तत्व पाये जाते हैं, जो पौधों को जल्दी ग्रो करने में सहायक होते हैं। इसे आप नर्सरी या फिर ऑनलाइन स्टोर से भी खरीद सकते हैं।
हमारे घरों में अक्सर विटामिन्स की पुरानी दवाइयां रखी- रखी एक्सपायर हो जाती हैं, जिसे हम सीधे कूड़ेदान में डाल देते हैं लेकिन अगर आप गार्डनिंग का शौक रखते हैं तो अब ऐसा बिल्कुल मत कीजिएगा। इन दवाइयों को फेंकें नहीं, बल्कि उन्हें गमले में डाल दें। इससे फूलों में कीड़े नहीं लगेंगे।
पौधों की मिट्टी में गुड़ाई करना बेहद जरूरी है। अकसर ज्यादातर लोग यही स्टेप स्किप कर देते है और उनके पौधे मुरझा जाते हैं। गमलों की मिट्टी में उंगली गाड़कर देखें। अगर मिट्टी बहुत सख्त है तो गुड़ाई करें। कम से कम महीने में एक या दो बार मिट्टी की गुड़ाई करें। इससे मिट्टी को हवा और पानी अच्छी तरह मिलती है।
अगर आप चाहते हैं आपकी गार्डन फूलों से भरा रहे तो मौसम के हिसाब से नहीं बल्कि बारहमासा पौधे लगवाएं। जैसे कि बोगनवेलिया, हैबिस्कस, रात की रानी, चमेली, मोतिया, मोगरा, मोरपंख, फाइकस, गेंदा आदि। ये आपको साल भर फूल देंगे और आपका गार्डन फूलों से गुलजार रहेगा।
जिस तरह से हम इंसानों को खुश रहने और बढ़ने के लिए पॉजिटिव माहौल और दोस्तों की जरूरत होती है उसी तरह पौधों को भी। ज़्यादातर पौधों के दूसरे पौधे दोस्त की तरह होते हैं। ऐसे में अगर आप इन पौधों को एकसाथ या नज़दीक रखते हैं तो इन्हें बढ़ने में मदद मिलती है।
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