आप लोगों को घर से बाहर निकलने से पहले अपनी त्वचा को प्रोटेक्ट करने के लिए सनस्क्रीन ज़रूर लगाना चाहिए। हालांकि, कई बार सन प्रोटेक्शन क्रीम लगाने के बाद भी त्वचा टैन हो जाती है। ऐसे में इस फेस पैक को लगाने से आपकी टैनिंग खत्म होगी। एक ओर जहां नींबू में विटामिन सी होता है तो वहीं कच्ची घानी तेल में विटामिन ई होता है और दोनों ही टैनिंग को हटाने में काफी प्रभावशाली होते हैं।
फाइन लाइन्स और स्किन का लटकना कुछ ऐसा है, जो कोई नहीं चाहता है। हालांकि, बढ़ती उम्र के साथ और पर्यावरण में हो रहे बदलाव के कारण बॉडी की इलास्टिसिटी कम होने लगती है। सरसों के तेल में मौजूद विटामिन ई झुर्रियों और बढ़ती उम्र के निशान को कम करने में मदद करता है। हालांकि, सरसों के तेल के फेस पैक (Mustard Oil Face Pack) के अलावा आपको अपनी डाइट और स्किन केयर रूटीन पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है।
केवल डार्क स्पॉट ही नहीं बल्कि घर पर बने सरसों के तेल के मास्क से आपकी त्वचा का रंग हल्का होता है और फेस का कॉम्प्लेक्शन ब्राइट होता है। इसका कारण सरसों के तेल में मौजूद विटामिन बी कॉम्लेक्स और न्यूट्रिएंट्स हो सकते हैं, जो त्वचा की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इस फेस पैक से अलग आप चाहें तो रोज़ रात को सोने से पहले सरसों और नारियल के तेल के मिश्रण को भी लगा सकती हैं। हालांकि, तेल से मालिश करने के बाद माइल्ड फेस वॉश से अपने चेहरे को धोना ना भूलें।
सर्दियां बस आने ही वाली हैं और इस मौसम में लिप्स बहुत ही ज्यादा सूखते हैं। आमतौर पर लिप बाल्म और पेट्रोलियम जेली एक या दो घंटों के लिए लिप्स को सॉफ्ट रखने में मदद करती हैं। हालांकि, अगर आप हर वक्त अपने होठों को मुलायम रखना चाहती हैं तो रात को सोने से पहले सरसों की तेल की कुछ बूंदें अपनी नाभी में लगा कर सोएं। इससे आपके लिप्स सूखेंगे नहीं।
शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने का प्राकृतिक तरीका पसीना आना है। ऐसे में सरसों के तेल को सीधे शरीर पर लगाने से आपके ग्लैंड्स स्टिम्यूलेट हो जाते हैं और स्किन के पोर्स खुल जाते हैं। इससे ना केवल शरीर का तापमान कम होता है बल्कि शरीर में मौजूद सारे टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं। अगर आपकी स्किन ऑयली नहीं है तो आप सरसों के तेल को अपने चेहरे पर लगा सकती हैं। इससे आपके पोर्स खुल जाएंगे और आपको शाइनी स्किन मिलेगी।