पृथ्वी दिवस भारत सहित पूरी दुनिया में हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस (earth day 2020) यानि इंटरनेशनल अर्थ डे के मौके पर पर्यावरण संरक्षण के बारे में सभी लोगों को जागरूक किया जाता है। लोगों को इस दिन के महत्व के बारे में बताया जाता है। साथ ही सभी पर्यावरण को बेहतर बनाने का संकल्प लेते हैं। वैसे तो हमें हर दिन को पृथ्वी दिवस मानकर उसके संरक्षण के लिए कुछ न कुछ करते रहना चाहिए। लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर इंसान अगर विश्व पृथ्वी दिवस के दिन ही थोड़ा बहुत योगदान दे तो धरती के कर्ज को उतारा जा सकता है। हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की बहुत जरूरत है, नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब पृथ्वी पर जीवन नरक से बदतर हो जाएगा।
पृथ्वी इस संसार में सबसे अनमोल वस्तु है, जो जीवन के लिए आवश्यक वस्तुएं जैसे कि ऑक्सीजन और पानी को रखती है। लेकिन माानव उसका कर्जदार होने की बाजय उसको ही नुकसान पहुंचा रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो पृथ्वी के साथ-साथ मानव का भी विनाश हो जाएगा। यहां हम आपके साथ पृथ्वी दिवस के मौके पर पृथ्वी को बचाने के उद्देश्य से हिंदी स्लोगन साझा कर रहे हैं, जिन्हें आप दूसरों के साथ शेयर कर उन्हें पृथ्वी के संरक्षण के लिए जागरूक कर सकते हैं -
हमारे परिवार और परिवार को भेजे जाने वाले हर उत्सव के संदेश की तरह, इस साल भी 22 अप्रैल को अपनी धरती (earth day 2020) अपना जीवन बचाने और लोगों को पृथ्वी के प्रति जागरूक करने के लिए इस दिन पृथ्वी दिवस पर संदेश (massage on earth day in hindi) भेंजे। इस दिन को विश्व पृथ्वी पूजा दिवस (world earth day) की तरह मनाएं।
आधुनिकता की दौड़ में हम कहीं न कहीं उस पृथ्वी को नुकसान पहुंचा रहें हैं जो हमारी जननी है। इसी पृथ्वी ने हमें हवा, पानी, अन्न और रहने के लिए जगह दी। आज वही पृथ्वी हमारे कर्मों के कारण ही धीरे-धीरे अपनी अस्तित्व खोती नजर आ रही हैं और हम मूक दर्शक बने तमाशा देख रहे हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी आने वाली पीढ़ी भी उसी पृथ्वी की गोद में आराम कर सकें जिसमें आप पले-बढ़ें हैं तो जागरूक हो जाइए। क्योंकि अगर पृथ्वी (world earth day) को समय रहते नहीं बचाया गया तो इसका एक दिन सर्वनाश होना तय ही है। यहां हम आपके लिए लाये हैं कुछ ऐसे ही बेहतरीन पृथ्वी दिवस पर स्लोगन (slogan on earth) के कलेक्शन, जिन्हें आप फेसबुक, वाट्सऐप और मैसेज के जरिए एक-दूसरे को भेज कर जागरूकता का संदेश दे सकते हैं -
पृथ्वी दिवस (Happy Earth Day) पूरे विश्व में 22 अप्रैल को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाना और जागरूक करना है। दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए इस दिन समर्थन प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया जाता है। इस तारीख के समय उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत और दक्षिणी गोलार्द्ध में शरद का मौसम रहता है। दुनियाभर में साल में दो दिन पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। 21 मार्च को मनाए जाने वाले 'इंटरनेशनल अर्थ डे' 9international earth day) को संयुक्त राष्ट्र का समर्थन हासिल है, लेकिन इसका वैज्ञानिक तथा पर्यावरण संबंधी महत्व ही है। लेकिन 22 अप्रैल को मनाए जाने वाले विश्व पृथ्वी दिवस (earth day 2020) का सामाजिक तथा राजनीतिक भी महत्व है। इसीलिए दुनिया के अधिकांश देशों में अब 22 अप्रैल को ही 'वर्ल्ड अर्थ डे' मनाया जाने लगा।
22 अप्रैल 1970 को आयोजित पहले पृथ्वी दिवस में 20 मिलियन अमेरिकी लोगों ने भाग लिया था, जिसमे आज हर समाज, वर्ग और क्षेत्र के लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। ये दिवस आधुनिक समय के सबसे बड़े पर्यावरण आन्दोलन में बदल गया है। इससे लोग जागरूक होते हैं कि वो इस नाजुक धरती को किस तरह से नष्ट होने से बचा सकते हैं। विश्व पृथ्वी दिवस, पर्यावरण संरक्षण प्रदान करने के लिए और सारी दुनिया से इसमें सहयोग और समर्थन करने के लिए मनाया जाता है। इसे उत्तरी गोलार्ध के वसंत तथा दक्षिणी गोलार्ध के पतझ़ड़ के प्रतीक स्वरूप मनाया जाता है। इंटरनेशनल अर्थ डे (Happy Earth Day) को मनाने के पीछे यही कारण है लोग अपनी पृथ्वी के बारे में जागरूक हो पाएं।
विश्व में बढ़ती जनसंख्या तथा औद्योगीकरण से आज नए-नए खतरे पैदा हो रहे हैं। रोजाना घटती हरियाली व बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण से प्रकृति का मौसम चक्र भी अनियमित होता जा रहा है। अगर समय रहते कोई उपाय नहीं किए तो समस्याएं विकराल रूप धारण कर लेंगी, इसलिए हम सभी को पृथ्वी को बचाने में भागीदारी निभानी होगी। विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का महत्व और उद्देश्य यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग पृथ्वी संरक्षण को लेकर जागरूक हो सके। कुछ पर्यावरण प्रेमी अपने स्तर पर कोशिश करते रहे हैं, किंतु यह किसी एक व्यक्ति, संस्था या समाज की चिंता तक सीमित विषय नहीं होना चाहिए! सभी को इसमें कुछ न कुछ योगदान देना ही पड़ेगा।
अब तक पृथ्वी एक मात्र ऐसा ग्रह है जो प्राणी मात्र के रहने के लिए सबसे उत्तम है। लेकिन इस धरती पर मंडराते खतरे को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है। मनुष्य का ज्यादा से ज्यादा सुख साधन, विलासिता और आधुनिक दौड़ में आगे निकलने की होड़ ने धरती के लिए सकंट पैदा कर दिया है। जी हां, हमने तमाम ऐसे साधन पैदा कर लिये हैं जो पूरी पृथ्वी के लिए खतरनाक है। तो आइए जानते हैं वो ऐसी कौन-कौन सी परिस्थितियां हैं जिनके कारण पृथ्वी को खतरा है -
ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) के कारण धरती का मौसम बदल रहा है। अगर हिमालय और धरती के अन्य ग्लेशियर तापमान के कारण पिघलते रहे तो हमारी धरती समुद्र में समा जाएगी। हिमालयी ग्लेशियरों को लेकर संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने एक अध्ययन कराया था। इस अध्ययन ने साफतौर पर चेतावनी दी थी कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण हिमालय क्षेत्र की 15,000 हिमनद (ग्लेशियर) और 9,000 हिमताल (ग्लेशियर लेक) में आधे वर्ष 2050 और अधिकतर वर्ष 2100 तक समाप्त हो जाएंगे। इस बात की पुष्टि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने भी की है। ये सब कुछ प्रदूषण (ग्रीन हाउस गैसों) के कारण हो रहा है।
पिछले 100 सालों में, जनसंख्या 2 अरब से बढ़कर 7 अरब से भी अधिक हो गई है। जनसंख्या के बढ़ने के साथ-साथ औद्योगिक क्रांति ने पृथ्वी के संसाधनों को खर्च करने में अधिक समर्थ बना दिया है। विकासशील देशों में अब भी जनसंख्या का आकार तेजी से बढ़ते रहने के कारण संसाधनों की मांग और भी बढ़ रही है।
जानकार लोग लगातार इस बात की चेतावनी देते रहे हैं कि परमाणु और रासायनिक हथियारों का आतंकवादियों के हाथ लगना दुनिया के लिए सबसे खतरनाक होगा। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के तालिबान दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बनकर उभर रहे हैं।
एक रिसर्च के दौरान ये तथ्य सामने आया है कि दुनिया के अधिकांश जंगल खत्म हो गए हैं। पेड़ हमें ऑक्सीजन देते हैं, जल को छानते और साफ करते हैं, हवा को शुद्ध करते हैं, खेतों में मिट्टी का कटाव रोकते हैं और हमें भोजन भी देते हैं। यह सब कुछ मुफ्त में! जंगलों का नाश पृथ्वी की क्षमता को गंभीर रूप से नष्ट कर रहा है।
पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए बहुत से कारण जिम्मेदार हैं जिनमें प्लास्टिक एक बहुत बड़ा खतरा बनकर उभरा है। दिन की शुरूआत से लेकर रात में बिस्तर में जाने तक अगर ध्यान से गौर किया जाए तो आप पाएंगे कि प्लास्टिक ने किसी न किसी रूप में आपके हर पल पर कब्जा कर रखा है। कई जगहों पर प्लास्टिक बैन होने के बाद भी धड़ल्ले से इस्तेमाल की जा रही है। पूरे विश्व में प्लास्टिक का उपयोग इस कदर बढ़ चुका है और हर साल पूरे विश्व में इतना प्लास्टिक फेंका जाता है कि इससे पूरी पृथ्वी के चार घेरे बन जाएं।
देश में बढ़ता प्रदूषण धरती के लिए घातक होता जा रहा है। समय रहते पृथ्वी पर बढ़ रहे प्रदूषण पर अंकुश नहीं लगाया गया तो विनाश से कोई नहीं रोक सकता है। असमय जलवायु परिवर्तन होना बढ़ते प्रदूषण की वजह से ही है। वो समय दूर नहीं जब हवा जहरीली हो जाएगी और इंसान को सांस लेने और पानी पीने की भी कीमत चुकानी पड़ेगी।
पृथ्वी बहुत ही व्यापक शब्द है जिसमें जल, हरियाली, वन्यप्राणी, प्रदूषण और इससे जु़ड़े अन्य कारक भी हैं। धरती को बचाने का आशय है इसकी रक्षा के लिए पहल करना। हम सब इन दिनों भूमंडल की बिगड़ती स्थिति को देखकर चिंतिंत तो हैं लेकिन खुद से प्रयासरत नहीं है। हमें पता है कि आज पानी नहीं बचाया तो कल सूखा पड़ जायेगा लेकिन इसके बावजूद हम अनदेखी कर रहे हैं। बहुत से लोग कुछ करना भी चाहते हैं अपने पर्यावरण के लिए तो उन्हें पता नहीं कि वो शुरूआत कहां से करें। यहां हम आपको कुछ ऐसे सुझाव दे रहे हैं जिनकी मदद से आप अपनी धरती को बचाने में योगदान दे सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि कैसे करें अपनी धरती को बचाने की शुरूआत -
अंतराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले हर कार्यक्रम की प्रतिवर्ष एक अलग थीम होती है। इस थीम के द्वारा उस साल सिर्फ उस विशेष मुद्दे पर ही लोगों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है। ठीक इसी प्रकार से विश्व स्तर पर मनाए जाने वाले पृथ्वी दिवस की भी एक अलग थीम है होती है। आइए जानते हैं कि पिछले कुछ सालों में आयोजित पृथ्वी दिवस की थीम क्या थी -
क्रमांक | वर्ष | थीम |
1 | 2010 | जलवायु परिवर्तन पर एक वैश्विक जनमत संग्रह |
2 | 2011 | क्लीन एयर |
3 | 2012 | पृथ्वी को संवारें |
4 | 2013 | जलवायु परिवर्तन का सामना |
5 | 2014 | ग्रीन सिटी |
6 | 2015 | हम हमारी बारी |
7 | 2016 | पृथ्वी के लिए एक पेड़ |
8 | 2017 | पर्यावरण और जलवायु साक्षारता |
9 | 2018 | प्लास्टिक प्रदूषण का समापन |
10 | 2019 | प्रोटेक्ट अवर स्पाइसेस |
जिस तरह से हम स्पेशल डे सेलिब्रेट करते हैं, उसी तरह हम सबको 22 अप्रैल के दिन पृथ्वी दिवस मनाना चाहिए। रोजाना पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्य को निभाते हुए इस एक दिन लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक करने की मुहिम में जरूर शामिल होना चाहिए। पृथ्वी दिवस (Happy Earth Day) को मनाने के कई तरीके हैं, इनमें से आप भी अपनी सहूलियत के हिसाब से योगदान देकर इस दिन को सेलिब्रेट कर सकते हैं ---