आयुर्वेद में औषधि के तौर पर प्रसिद्ध लहसुन (garlic) खाने का ज़ायका बढ़ाने के साथ ही सेहत के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है। (lahsun ke fayde in hindi) अब तक आपने साग-सब्ज़ी, सूप, चटनी व खान-पान की अन्य चीज़ों में लहसुन का इस्तेमाल ज़रूर किया होगा, पर क्या आप जानते हैं कि इसे कच्चा या भून कर भी खा सकते हैं? लहसुन के फायदे (lahsun ke fayde) आपकी सेहत के लिए इतना ज्यादा हैं कि इसके लाभ जानकर आप इसे अपनी डाइट में शामिल किए बिना रह नहीं पाएंगे।
लहसुन में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो इसे बेहद पौष्टिक बनाते हैं। लहसुन में अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी फ्लैवोनोइड्स, एलिन, एलिसिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। गुणों की खान लहसुन में सल्फर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। (lahsun ke fayde in hindi) इन सबके अलावा इनमें कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, एनर्जी, प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन ई, पायरीडॉक्सिन, सोडियम और पोटैशियम भी उचित मात्रा में पाए जाते हैं। बात करें मिनरल्स की तो लहसुन में कैल्शियम, सेलेनियम, ज़िंक, मैंगनीज़, कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम भी पाए जाते हैं। लहसुन बीटा क्रिप्टोजैन्थिन और बीटा कैरोटीन जैसे फाइटो न्यूट्रिएंट्स का भी अच्छा स्त्रोत है।लहसुन में अल्कालाइन अच्छी मात्रा में होता है, यह शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मदद करती है।
दवाइयों की कड़वाहट और अस्पतालों के चक्कर लगाने से पहले का दौर दादी-नानी के नुस्खों और घरेलू औषधीयों का था। इनके साइड इफेक्ट्स न के बराबर होते थे और फायदों का तो बस पूछिए भी मत। (lahsun ke fayde in hindi) हमारे किचन में पाई जाने वाली ज्यादातर सामग्रियों को उनके औषधीय गुणों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन में भी ऐसे बहुत सारे तत्व पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत का ख्याल रखने के लिए काफी हैं। दरअसल यह एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होता है। लहसुन अपनी कड़वाहट के कारण एक असरदार औषधि बन गया है। इसमें एजोइन जैसा तत्व और एलीन जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जिनसे लहसुन का स्वाद कड़वा होता है।
हमारे किचन में ऐसी कई तरह की सामग्रियां मौजूद हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी गुणकारी साबित होती हैं। अनेक फायदेमंद फल-सब्जियों की तरह लहसुन के फायदे (lahsun ke fayde) को भी नकारा नहीं जा सकता है। इसकी तासीर गर्म होती है, जिस वजह से लोग इसे सर्दियो में खाने पर जोर देते हैं, जबकि सच तो यह है कि इसे हर मौसम में खाया जा सकता है। जानिए लहसुन के फायदे। (lahsun ke fayde)
आजकल सभी उम्र के लोगों में हाई ब्लड प्रेशर, यानी कि उच्च रक्तचाप की समस्या होना बेहद आम बात हो गई है। इसे नियंत्रित करना मुश्किल भी हो जाता है, जिसके लिए लोग कभी दवाइयों का सहारा लेते हैं तो कभी घरेलू नुस्खों का। लहसुन में बायोएक्टिव सल्फर कंपाउंड पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को 10mmhg (सिस्टोलिक प्रेशर) और 8mmhg (डायलोस्टिक प्रेशर) तक कम करता है। दरअसल, सल्फर की कमी से भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने के लिए ऑर्गनोसल्फर कंपाउंड से युक्त आहार लेने से फायदा मिल सकता है।
आज की व्यस्त जीवनशैली में एक्सरसाइज़ या योग के लिए समय निकाल पाना काफी मुश्किल हो गया है। इसकी वजह से कम उम्र में ही लोग न सिर्फ लाइफस्टाइल डिसॉर्डर्स के शिकार हो रहे हैं, बल्कि बढ़ते वजन की समस्या से भी ग्रस्त हैं। लहसुन का सेवन बेड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, एडिपोजेनिक टिश्यू को बढ़ने से रोकता है और थर्मोजेनेसिस को बढ़ाता है। लहसुन के ये अनोखे गुण आपको मोटापे से राहत दिला सकते हैं। हालांकि इसके सेवन के साथ ही अपनी लाइफस्टाइल में एक्सरसाइज़ को भी जगह दें।
लहसुन में एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों की भरमार होती है, जिनकी वजह से सर्दी-जुकाम जैसी आम समस्याओं से राहत मिलती है। लहसुन में एलियानेस नाम का एक एंजाइम भी मौजूद होता है, जो एलिसिन नामक सल्फर युक्त कंपाउंड में बदल जाता है। यह कंपाउंड सफेद रक्त कोशिकाओं (व्हाइट ब्लड सेल्स), जो सर्दी-जुकाम के मुख्य वायरस हैं, से लड़ने में आपकी मदद करते हैं।
डायबिटीज़ यानी मधुमेह अब एक आम बीमारी हो चुकी है, जिसके इलाज में काफी समय और पैसा खर्च हो जाता है। असंतुलित जीवनशैली की वजह से अब कम उम्र से ही लोग इस घातक बीमारी का शिकार हो रहे हैं। हालांकि, घरेलू इलाज की बात करें तो लहसुन का सेवन करने से डायबिटीज़ से लड़ा जा सकता है।
अब कम उम्र से ही लोगों में हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं देखी जा रही हैं। इन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सीधा असर हृदय पर पड़ता है और उन्हें हृदय रोग होने की आशंका बढ़ जाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि लहसुन का सेवन करने से हृदय संबंधी रोगों को रोकने में मदद मिलती है।
लहसुन में सेलेनियम की मौजूदगी से वह ट्यूमर और पेट के कैंसर की आशंका को कुछ हद तक कम कर सकता है। (garlic ke fayde) दरअसल, सेलेनियम में कैंसर से लड़ने वाले गुण पाए जाते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, यह डीएनए उत्परिवर्तन और अनियंत्रित सेल प्रसार और मेटास्टेटिस को भी रोकता है।
आमतौर पर गैस या एसिडिटी की गंभीर समस्या होने पर लहसुन से परहेज करने की सलाह दी जाती है, पर अगर यह समस्या एक सीमा तक ही हो तो आप सब्ज़ी पकाते समय उसमें ज़रा सा लहसुन डाल सकते हैं। (garlic ke fayde) इससे आपको गैस या एसिडिटी की हल्की परेशानी में राहत मिल सकती है।
मौसम में बदलाव होने पर बुखार होने व ठंड लगने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में रोगी को कच्चा लहसुन खिलाने से उसे फायदा मिल सकता है। अगर कच्चा लहसुन पसंद न हो तो गर्म सरसों के तेल में लहसुन की एक-दो कलियां डालकर उससे शरीर की मालिश करने से भी राहत मिल सकती है।
क्या आप जानते हैं कि माउथवॉश के तौर पर भी लहसुन का इस्तेमाल किया जा सकता है? लहसुन के गुणों वाले टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना भी काफी लाभदायक साबित होता है। (garlic benefits in hindi) दांत दर्द की शिकायत होने पर हर रोज़ एक कच्चे लहसुन की कली चबाने से फायदा मिल सकता है। लहसुन को लौंग के साथ पीसकर पेस्ट तैयार कर लें। (garlic cloves in hindi) इस पेस्ट को दांतों के दर्द वाले हिस्से पर लगाकर छोड़ दें। कुछ देर में आराम मिल जाएगा।
लहसुन का नियमित सेवन करने से चेहरे के कील-मुंहासे कम होते हैं और झुर्रियों भी खत्म होती हैं। लहसुन (garlic in hindi) में एस-एलिल सिस्टीन पाया जाता है, जो सूर्य की हानिकारक किरणों और झुर्रियों से त्वचा का बचाव करता है। लहसुन के एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण भी झुर्रियां कम करने में मदद करते हैं।
बदलती लाइफस्टाइल में बालों के रूखे-बेजान होने और झड़ने की समस्याएं भी बेहद आम हो गई हैं। अगर आप अपने बालों को स्वस्थ बनाने के लिए कई तरह के केमिकल प्रोसीजर और शैंपू-कंडीशनर, स्पा आदि ट्राई कर चुके हैं तो अब एक चांस लहसुन (garlic in hindi) को देकर देखिए। अपने खास गुणों के लिए मशहूर लहसुन (garlic in hindi) आपके बालों का बेस्ट फ्रेंड बन सकता है।
बालों में डैंड्रफ की समस्या होना बेहद आम है और इससे बाल बेहद खराब नज़र आने लगते हैं। हालांकि लहसुन के सेवन से इस समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकती है। दरअसल, लहसुन (garlic meaning in hindi) में पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-बायोटिक गुण बालों को डैंड्रफ से बचाने का काम करते हैं।
बालों को झड़ने से बचाने के लिए हम लोग हर दिन क्या कुछ नहीं करते हैं! कभी महंगे शैंपू का इस्तेमाल करते हैं तो कभी स्पा सेंटर्स के चक्कर लगाते हैं। आपको यह बात जानकर थोड़ी हैरानी हो सकती है कि लहसुन (garlic meaning in hindi) से बने जेल से बाल झड़ने की इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
आमतौर पर लहसुन के दो प्रकार पाए जाते हैं। दोनों ही गर्म तासीर और औषधीय गुणों से भरपूर माने जाते हैं।
1. सामान्य लहसुन - यह लहसुन का वही प्रकार है, जिसका हम रोज़ाना इस्तेमाल करते हैं। यह आसानी से उपलब्ध होता है और आप सभी इससे परिचित हैं।
2. कश्मीरी लहसुन - इस लहसुन को उगाने के लिए वातावरण का शुद्ध होना बेहद ज़रूरी है। इसकी खेती हिमालय के तराई वाले इलाकों में की जाती है।
गुणों की खान लहसुन के इतने फायदे (lahsun ke fayde) जानकर आप इसे अपने खान-पान में शामिल करने का मन तो ज़रूर बना चुके होंगे। ऐसे में बेहतर होगा कि इसके फायदों पाने के लिए आपको लहसुन के सेवन का सही तरीका (lahsun khane ka tarika) भी मालूम हो। जानिए, लहसुन के सेवन से जुड़ी कुछ बातें।
अगर आप ज्यादा मात्रा में लहसुन खरीद कर लाते हैं और वह जल्दी खराब हो जाता है तो हो सकता है कि आपको लहसुन (lahsun in hindi) संभालकर रखने का सही ढंग न पता हो। उसे स्टोर करने का सही तरीका जान लें।
तमाम औषधीय गुणों से भरपूर लहसुन के कुछ नुकसान भी हैं। (lahsun ke nuksan) कहते हैं न कि ज़रूरत से ज्यादा किसी भी चीज़ का सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक (lahsun ke nuksan) साबित हो सकता है।
लहसुन की तासीर काफी गर्म होती है और इसे खाने से बुखार में राहत मिलती है। (lahsun khane ke fayde )गर्मी में इसका सेवन कम ही किया जाना चाहिए।
गर्भवती स्त्रियां अपने डॉक्टर की सलाह पर सीमित मात्रा में लहसुन का सेवन कर सकती हैं।
ब्लड प्रेशर लो होने की अवस्था में लहसुन का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि लहसुन रक्तचाप को कम करने के लिए ही जाना जाता है।
जी हैं, लहसुन को फ्रिज में न रखकर हवादार जगह पर रखना चाहिए।
जी हां, लहसुन का पेस्ट बनाकर स्टोर किया जा सकता है। अगर आपको साबुत लहसुन खाना पसंद न हो तो पेस्ट आपके काफी काम आ सकता है।