थोड़ी दूर तक चलने में या सीढ़ियां चढ़ते वक्त थकान लगने लगे तो इन बातों को इग्नोर करना सही नहीं है क्योंकि ये समस्याएं अक्सर शरीर में स्टैमिना कम होने के कारण होती हैं। स्टैमिना और स्ट्रेंथ को काफी हद तक एक ही माना जा सकता है। अच्छी सेहत को स्टैमिना से ही जोड़कर देखा जाता है। अगर आपके अंदर स्टैमिना नहीं है तो जिम में पसीना बहाने, सुबह घंटों दौड़ने और मॉर्निंग वॉक करने का कोई मतलब नहीं है। लेकिन ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। यहां हम आपको स्टैमिना क्या होता है (stamina kya hota hai) और स्टैमिना को बढ़ाने के बारे में हर वो छोटी- बड़ी बात बता रहे हैं (how to increase stamina in hindi), जिनकी मदद से आप खुद को फ्रेश और एनर्जेटिक महसूस कर सकते हैं।
शरीर में स्टैमिना कम होने के लक्षण - Symptoms Of Low Stamina In Hindi
एनर्जी या स्टैमिना कैसे बढ़ाएं - How To Increase Stamina In Hindi
स्टैमिना बढ़ाने के लिए क्या खाएं - What To Eat To Increase Stamina
स्टैमिना (stamina in hindi) अर्थात आंतरिक बल। साधारण शब्दों में कहा जाये तो स्टैमिना का मतलब होता है व्यक्ति द्वारा किसी भी कार्य को मानसिक या शारीरिक रूप से लंबे समय तक जारी रखना। वैसे आमतौर पर स्टैमिना शब्द को शारीरिक कार्य जैसे खेल, व्यायाम, पैदल चलना, दैनिक दिनचर्या में मेहनत वाले कामों के प्रयोग में लाए जानी वाली क्षमता के लिए उपयोग किया जाता है।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए खाएं अखरोट
दैनिक कार्यों को करने में हल्की- फुल्की थकान होना आम बात है लेकिन बार- बार थकान होने की वजह से आपका शरीर काफी कमजोर हो सकता है। शरीर में स्टैमिना कम होने के एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं उन कारणों के बारे में जिनकी वजह से कमजोरी या फिर थकान महसूस होती है -
अगर आप रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद पूरी नहीं कर रहे हैं तो इससे आपके शरीर की ताकत धीरे- धीरे खत्म हो जायेगी और किसी काम में मन भी नहीं लगेगा।
कई बार पानी की कमी के कारण भी शरीर का स्टैमिना कम हो जाता है। हमारे शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना है, फिर भी शरीर को थोड़ी- थोड़ी देर में पानी की आवश्यकता पड़ती है। अगर शरीर में पर्याप्त पानी नहीं होगा तो आपका स्टैमिना कम होना लाजमी है।
बहुत से लोग डाइटिंग के चक्कर में कार्बोहाइड्रेट लेना बिल्कुल ही बंद कर देते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से ही शरीर को सबसे ज्यादा एनर्जी मिलती है। वहीं अगर आप जिम या फिर फिटनेस वर्कआउट करते हैं तो आपके शरीर को ज्यादा कार्बोहाइड्रेट की जरूरत पड़ती है। इसीलिए अपने खान- पान में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को संतुलित रखें।
- बिना मेहनत किये पसीना आना।
- भूख न लगना।
- हर वक्त खुद को थका हुआ महसूस करना।
- चक्कर आना।
- आंखों के सामने कभी- कभी धुंधलापन छा जाना।
- किसी काम को करने में मन न लगना।
- हाथों और पैरों में दर्द महसूस होना।
- अधिक नींद आना।
शरीर की ताकत या स्टैमिना कैसे बढ़ाएं (stamina kaise badhaye)? स्टैमिना बढ़ाने का मतलब है शरीर में कमजोरी दूर करना, शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से खुद को स्ट्रॉन्ग करना ताकि आप जो भी काम करें, बिना रुके और बिना थकावट के पूरा कर सकें। वैसे आप बाजार में उपलब्ध विटामिन्स और सप्लीमेंट्स की मदद से आसानी से शरीर के स्टैमिना या एनर्जी को बढ़ा सकते हैं। लेकिन अगर आप नैचुरल तरीके से अपना स्टैमिना बढ़ाना चाहते हैं तो कई सरल तरीकों और स्टेमिना बढ़ाने के उपाय भी आजमा सकते हैं।
यह स्टैमिना बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है (stamina badhane ka tarika)। इसमें कोई शक नहीं है कि आज का आधुनिक युग धीरे- धीरे तनाव युग बनता जा रहा। हर दूसरा व्यक्ति तनाव से ग्रस्त है। तनाव से आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसीलिए तनाव से जितना दूर रह सकें, उतना बेहतर है। इसके लिए रोजाना मॉर्निंग वॉक करें, संगीत सुनें और योग करें। कुछ ही दिनों में आपका एनर्जी लेवल बढ़ता नजर आने लगेगा।
चीनी आपकी एनर्जी को थोड़े समय के लिए बढ़ा सकती है लेकिन इसका असर जल्द ही खत्म भी हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि शुगर के स्तर में उतार- चढ़ाव होने के कारण ही एनर्जी का स्तर कम होने लगता है, जोकि सेहत के लिए खतरनाक है। जितना हो सके, चीनी से दूर रहें। अगर मीठा खाने की क्रेविंग हो रही है तो नैचुरल स्वीट्स का उपयोग करें।
मेडिशन करते समय बरतें ये सावधानियां
समय की कमी के चलते बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपनी नींद से समझौता करते हैं लेकिन ये बिल्कुल सही नहीं है। एक अनुमान के मुताबिक, 20 से 30 प्रतिशत लोगों को नींद लेने का पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है जिसकी वजह से उन पर दिनभर थकान हावी रहती है। इसीलिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद जरूर पूरी करें।
स्टेमिना बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज करना बेहद ज़रुरी है। रोजाना व्यायाम करने से सुस्ती और आलस शरीर पर हावी नहीं हो पाता है। उसके साथ ही आप हार्ट अटैक, डायबिटीज और मोटापे जैसी गंभीर बीमारियों से भी सुरक्षित रहते हैं। एक रिसर्च में ये सामने आया है कि यदि रोजाना 10 मिनट भी एक्सरसाइज की जाए तो एनर्जी का स्तर बढ़ जाता है। इसीलिए डेली वर्कआउट बहुत ही आवश्यक है।
स्टैमिना बढ़ाने के लिए प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन- सी, आयरन और कई पोषक तत्व जरूरी हैं। यहां हम आपको शरीर को ताकत देने वाले आहार के बारे में बता रहे हैं (stamina badhane wale food), जिनका सेवन कर आप अपना स्टैमिना बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं कि स्टैमिना बढ़ाने के लिए किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए (stamina badhane ke liye kya khana chahiye) -
स्टैमिना बढ़ाने और शरीर की कमजोरी को दूर करने के लिए बादाम बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। रात को सोने से पहले मुट्ठी भर बादाम और काले चने को एक पानी भरी कटोरी में भिगोकर रख दीजिए। अगले दिन सुबह खाली पेट काले चने और बादाम का सेवन कीजिए, थकावट कुछ ही दिनों में दूर हो जायेगी।
अगर आप ओट्स का सेवन करते हैं तो सुस्ती और थकान आप से कोसों दूर रहेंगी। जी हां, ओट्स धीरे- धीरे पचते हैं, जिससे कि काफी लंबे समय तक शरीर को एनर्जी मिलती रहती है। इसमें फाइबर और कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जोकि आपके शरीर के स्टैमिना को सही रखता है।
जायफल से जुड़े फायदे और नुकसान
चुंकदर में विटामिन ए और सी की मात्रा भरपूर होती है, जोकि थकान भगाने में कारगर है। वर्कआउट करने वालों को चुकंदर का जूस जरूर लेना चाहिए। इससे शरीर का स्टैमिना दुरुस्त बना रहता है।
अखरोट का सेवन हेल्थ में सुधार के लिए बहुत फायदेमंद होता है। रोजाना अखरोट का सेवन करने से शरीर का खराब कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है और स्टैमिना को बढ़ावा मिलता है।
दूध और दही में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है, जोकि शरीर की हड्डियों और दांतों को तो मजबूत करता ही है, शरीर के सही तरीके से काम करने के लिए भी बेहद जरूरी है।
केला हमारे शरीर को एनर्जी देता है। केले में अच्छी मात्रा में कार्बोहाइड्रेटस होते हैं, जो शरीर को शुगर के बिना ही एनर्जी देते हैं। महिलाओं के लिए केला खाना ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि इससे उनकी हड्डियां मजबूत होती हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जो लोग केले का सेवन करते हैं, उनका एनर्जी लेवल अन्य लोगों की तुलना में अधिक होता है।
मूंग दाल खाने से शरीर को ताकत मिलती है और साथ ही शरीर की गर्मी को ठंडक भी। मूंग दाल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यह सुपाच्य होती है। अक्सर आपने देखा होगा कि डॉक्टर बीमार व्यक्ति की कमजोरी को दूर करने के लिए उसे मूंग दाल का सेवन करने की सलाह देते हैं जिससे उसके शरीर का स्टैमिना बढ़े और उसके शरीर को रीकवर होने में मदद मिले।
इसमें पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा अच्छी होती है, जिसे खाने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है। तरबूज खाने से शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है। गर्मियों के लिए तरबूज को बेस्ट फूड माना जाता है।
शकरकंदी को एनर्जी का पिटारा कहा जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व हेल्थ के लिहाज से काफी फायदेमंद होते हैं। आयरन की कमी से हमारे शरीर में एनर्जी नहीं रहती, रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और ब्लड सेल्स का निर्माण भी ठीक से नहीं होता है लेकिन शकरकंद आयरन की कमी को दूर करने में काफी मददगार है।
पालक भरपूर एनर्जी का स्त्रोत माना जाता है। पालक में आयरन के अलावा और भी कई पोषक तत्व होते हैं जो हमें पूरा दिन एनर्जेटिक रखने के लिए काफी हैं। इसीलिए अपने खानपान में पालक को जरूर शामिल करें।
वैसे तो रोजाना टहलने और स्पोर्ट्स खेलने से भी स्टैमिना अच्छा बना रहता है लेकिन अगर आप चाहते हैं कि रिजल्ट और भी बेहतर आये तो योग का सहारा भी ले सकते हैं। योग एक ऐसी क्रिया है, जिसमें शरीर, मन और आत्मा तीनों का संतुलन होता है। इससे शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर को रोगों से मुक्ति भी मिलती है। यह थकान और तनाव को दूर करने में भी सहायक होता है। योगासन करने से शरीर का स्टैमिना भी बढ़ाया जा सकता है। योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा बताए गए इन तीन योगासनों को करने से बहुत कम समय में ही प्रभावी असर दिखने लगता है -
इस आसन को कोबरा पोज भी कहते हैं। इसमें शरीर के अगले भाग को कोबरा के फन की तरह उठाया जाता है। भुजंगासन करने के एक नहीं बल्कि अनेक फायदे हैं। इससे वजन कंट्रोल में रहता है और शरीर का स्टैमिना भी एकदम चकाचक बना रहता है।
इस आसन में शरीर एकदम धनुष की तरह दिखता है, इसीलिए इसे धनुरासन नाम दिया गया है। धनुरासन करने से शरीर फुर्तीला और एनर्जेटिक बना रहता है। इसके साथ ही इस आसन को करने के कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
इस आसन को शुरुआत में करना थोड़ा कठिन है लेकिन रोजाना करने से ये आपके लिए आसान हो जायेगा। ये आसन आपको तनाव भरी जीवनशैली से निकालकर आप में ऊर्जा का नया संचार करेगा। इससे आप खुद को एनर्जेटिक महसूस करेंगे।
जी हां, कद्दू के बीज में काफी अच्छा मात्रा में विटामिन, प्रोटीन और फैटी एसिड होता है जो शरीर को एनर्जी प्रदान करता है और थकान को दूर भगाता है।
स्टैमिना का मतलब होता है आंतरिक बल, जिसकी मदद से बिना थके किसी काम को ज्यादा समय तक किया जा सके। स्टैमिना आपके शरीर की ऊर्जा है जो किसी भी कार्य में लगाई जा सकती है।
आज 50 प्रतिशत से ज्यादा युवा एनर्जी ड्रिंक पीने को प्राथमिकता दे रहा है। एनर्जी ड्रिंक कैफीन और शुगर से भरी होती है। इसे पीने के बाद कुछ देर के लिए एनर्जी का एहसास जरूर होता है लेकिन इसे पीने का नुकसान एक ये भी है कि इसके बाद आपको नींद बहुत आती है।
जी हां, अनाज खाने से भी स्टैमिना बढ़ता है। गेहूं की रोटी या गेहूं से बनी चीजों को अपने भोजन में शामिल करके आप अपना स्टैमिना बढ़ा सकते हैं।
इसके लिए आपको चाहिए एक कप पालक, एक कप कटे सेब और तीन चम्मच नींबू और एक अनानास। इन सभी को एक साथ मिलाकर मिक्सी में ब्लेंड कर लें और ठंडा करके इसे एनर्जी ड्रिंक के तौर पर पीएं।
ये भी पढ़ें -
पिस्ता के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits Of Pistachios)
बासी रोटी खाने के हेल्थ बेनेफिट्स
सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए खाए जाने वाले फल