आपकी ज़िंदगी में एक वक्त ऐसा आता है जब आपके कुछ दोस्त शादीशुदा होते हैं और कुछ बैचलर। ऐसे में आपको मौका मिलता है दो बिल्कुल अलग तरह की लाइफ को जानने-समझने का और साथ ही यह फैसला करने का कि यह शादी-वादी आपके इंट्रेस्ट की चीज़ है या नहीं। अपने दूसरे दोस्तों की लाइफस्टाइल देखकर आप यह बेहतर समझ सकती हैं कि अगर आपको शादी करनी है तो किस उम्र में करनी है और किन बातों के लिए तैयार रहना है। लेकिन यकीन मानिए कुछ बातें ऐसी भी हैं जो आपके दोस्त आपको नहीं बताते। ख़ैर, हम आपको बता रहे हैं शादीशुदा लाइफ के कुछ अनुभव (खट्टे और मीठे), जो आपके दोस्त शायद आपको नहीं बता पाते। शादी के बाद के इन पलों के बारे में जानकर हैरान मत रह जाइएगा।
नए लोगों के साथ आपने अपनी नई जिंदगी शुरू की है तो ज़ाहिर है कि यहां सब कुछ वैसा नहीं होगा जैसा आप चाहती हैं। थोड़ा वह बढ़े और थोड़ा आप..सफ़र यूं ही शुरू होता है। एडजस्टमेंट में कुछ भी अच्छा या बुरा नहीं है.. पर शादी के बाद ए़डजस्टमेंट करना होगा, यह पक्की बात है।
अगर आप ‘सोसाइटी’ के लोगों की चिंता से परेशान हैं और सोच रही हैं कि शादी कर लेने से सबकी बकबक बंद हो जाएगी.. तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। शादी के बाद भी ये लोग आपका पीछा नहीं छोड़ने वाले क्योंकि तब उन्हें दूसरी चिंताएं सताने लगती हैं, जैसे - आप कितनी अच्छी या बुरी बहू हैं.. आप वर्किंग वुमन हैं या नहीं.. फैमिली प्लानिंग के बारे में क्या सोचा है.. वगैरह-वगैरह। इसलिए सिर्फ़ लोगों को चुप कराने के लिए शादी न करें… क्योंकि कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना! ;)
आधुनिकता के इस ज़माने में आकर भी हम ससुराल को खतरे की घंटी मानते हैं और सासू मां को दुश्मन। पर ऐसा नहीं है मेरे दोस्त, ये तो एकता कपूर के सीरियल्स का ख़ुमार है कि हम सास-बहू की साजिश से बाहर नहीं आ पाते जबकि रियल लाइफ़ में आप अपनी सासू मां के साथ चैन से जीती हैं। :)
हां, आप शुरूआत में ज्यादा टाइम सेक्स करती हैं.. पर पूरे टाइम नहीं। इसलिए बेहतर है कि ख्वाबों की दुनिया से बाहर निकलें।
आपको याद है वह दिन जब आप अपनी फ्रेंड्स के घर पर नाइट स्टे करती थीं.. हां, काफ़ी हद तक वैसा ही। शुरू में आपको लगेगा कि आप किसी दूसरे के यहां रहने आई हैं। आपको लाइफ लॉन्ग रूमी मिल गया है। लेकिन जल्दी ही आपका यह भ्रम भी टूट जाएगा।
क्यों न करें? आप अपने घर की लाडो थीं और सभी आपकी हर खुशी का ख्याल रखते थे, फिर मिस करना तो लाज़िमी है। पर आप यह बात अपने ससुराल में किसी से शेयर नहीं कर सकतीं क्योंकि उन्हें लगेगा कि आप यहां खुश नहीं हैं या तुलना कर रही हैं।
एक्सक्यूज़ मी! आपकी शादी हुई है... और आपके सीने में अभी भी दिल धड़कता है! तो फील करना तो नॉर्मल है न.. अब कोई अच्छा लग गया तो लग गया… हां पर अब आप अपनी इस फीलिंग पर ऐक्ट नहीं कर सकतीं… ओह! काश!!! :-P
आप पहले कुछ भी प्लान करती थीं या कहीं भी जाती थीं तो दोस्तों को पकड़ती थीं पर शादी के बाद आपको लाइफ लॉन्ग कंपनी मिल गई है। एक ऐसा साथी मिल गया है जो हर कदम पर आपके साथ होगा। सच! कितना खूबसूरत है न यह रिश्ता!
शादी के बाद आपकी लाइफ में सबसे बडा बदलाव यही होता है कि आपका गर्ली टाइम बहुत कम हो जाता है। वह मस्ती, वह गॉसिप और हुडदंग.. सब अचानक कहीं दूर चला जाता है। शादी के बाद आप यह सब मिस करती हैं और सोचती हैं कि काश! वे लम्हे लौट आते। आपकी शादीशुदा सहेली भी आप से यह बात खुलकर नहीं कह पाती। दोस्तों के साथ बिताए वे पल आपके लिए बेशकीमती हो जाते हैं।
तो इसमें बुरा क्या है? बेस्ट फ्रेंड्स लड़ाई नहीं करते? फैमिली मेंबर्स में बहस नहीं होती? फिर आप यह उम्मीद क्यों लगाए बैठी हैं कि आपका पति सबसे अलग बिहेव करें। कपल्स के बीच लड़ाई नॉर्मल है.. इतनी नॉर्मल कि इस बारे में ‘लोग’ भी कुछ नहीं कहते।
शादी से पहले आप कितनी बिंदास और बेपरवाह थीं, लेकिन अब... भूल जाएं.. यहां आपको दुनिया के तमाम रिश्ते न सिर्फ़ निभाने हैं बल्कि सब में बैलेंस बनाकर भी चलना है - पुरानी और नई फैमिली, घर और काम, दोस्त और हसबैंड.. सबके बीच प्रॉपर बैलेंस.. इसलिए शादी करना बच्चों का खेल नहीं।
इस रिश्ते को निभाने और चलाने वाली आप ही हैं.. जैसे ही आपकी शादी होती है, लोग आप से उम्मीद करते हैं कि आप बिल्कुल बदल जाएं, जबकि ऐसा मुमकिन नहीं होता है। पर जैसे ही आप इन तमाम लोगों को भुलाकर अपनी ज़िंदगी की ओर देखती हैं तो आपका यह रिश्ता निखर जाता है। :)
ये भी पढ़ें :