बीमारियां आमतौर पर दो तरह की होती हैं। ऐसी बीमारियां, जिनका बचाव संभव है और दूसरी ऐसी बीमारियां जो इंफेक्शस होती हैं। ज्यादातर इंफेक्शस बीमारियां कीटाणुओं से फैलती हैं, जो ज्यादा मामलों में बाहरी कारक होते हैं, लेकिन यह होती आपकी अपनी गलतियों की वजह से ही हैं। शायद इसीलिए इसे लाइफस्टाइल डिजीज के नाम से भी पहचाना जाता है। इंटरनेशनल सोसाइटी में हाइपर टेंशन को मॉडर्न एपीडेमिक या फिर साइलेंट किलर भी कहा जाता है। लेकिन शायद आपको पता नहीं होगा कि इस साइलेंट किलर को आयुर्वेद की मदद से बहुत ही अच्छी तरह से मैनेज किया जा सकता है।
हाइपर टेंशन आमतौर पर 50 से ज्यादा उम्र के लोगों में देखा जाता है, लेकिन आजकल युवा वर्ग में भी काफी हाइपर टेंशन के मरीज हो रहे हैं जो इससे बचाव के लिए प्रयासरत रहते हैं। अगर आपका भी ब्लड प्रेशर 140/90 से ज्यादा रहता है तो आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा, तभी आप एक हेल्दी और टेंशन फ्री लाइफ जी सकते हैं। यहां जीवा आयुर्वेद के डायरेक्टर डॉ. प्रताप चौहान पांच आसान और प्राकृतिक तरीके बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखते हुए हाइपरटेंशन को मैनेज कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले सुबह सोकर उठने से लेकर अपने नाश्ते, भोजन, वर्क आउट, मेडिटेशन और सोने के समय तक की एक हेल्दी रुटीन तैयार करें और रोजाना उसे बिलकुल सही तरह से फॉलो भी करें। अगर आप अपनी इस लाइफस्टाइल डिजीज से बाहर निकलना चाहते हैं तो इस हेल्दी दिनचर्या को फॉलो करना बेहद जरूरी है, चाहे इसके लिए आपको अपने जरूरी काम भी छोड़ने पड़ें, क्योंकि आपकी हेल्थ सबसे बड़ी प्राथमिकता पर होनी चाहिए। रात को सोने से पहले यूट्यूब पर वीडियोज़ को देखने के बजाय जल्दी सोने और सुबह जल्दी जागने का नियम बनाएं। इसके बाद कुछ शारीरिक कसरत- योगा या फिर कोई और तरह की एक्सरसाइज़ करें। जब आप अपनी दिनचर्या में ऐसा हेल्दी रुटीन अपनाएंगे तो आपकी नेचुरल बायोरिदम बैलेंस रहेगी और परिणामस्वरूप आपका ब्लड प्रेशर स्तर भी बैलेंस रहेगा।
आयुर्वेद का कहना है कि आमतौर पर हाइपर टेंशन वात दोष के बैलेंस न होने की वजह से होता है। इसलिए इसे दूर करने के लिए सुबह - सुबह तिल के तेल से हल्की मसाज और हल्की सी एक्सरसाइज (अभ्यंग) करें, ताकि आपके शरीर के सभी दोष दूर हों और आपकी लिम्फेटिक वैसेल्स के अलावा नर्वस सिस्टम का भी सर्कुलेशन बेहतर हो जाए। अपने घर पर आप अपनी मसाज भी आसानी से खुद ही कर सकते हैं या फिर किसी पंचकर्मा सेंटर पर जाकर किसी अच्छे प्रोफेशनल से भी मसाज करवा सकते हैं।
हाइपर टेंशन अक्सर तनाव और बेचैनी के साथ जुड़ा होता है, इसलिए अपने दिमाग को शांत रखने के लिए आपको कम से कम 15- 20 मिनट के लिए हर रोज सुबह मेडिटेशन करना चाहिए। इसके अलावा अनुलोम- विलोम या फिर भ्रामरी जैसी ब्रीदिंग टेक्नीक का इस्तेमाल करना चाहिए। मेडिटेशन के दौरान ओम शब्द को बोलने से सकारात्मकता आती है जो शरीर, दिमाग और आत्मा को शांति प्रदान करती है।
अगर आपको अपना शरीर और मस्तिष्क हेल्दी रखना है तो इसके लिए आपके शरीर का वजन भी बैलेंस होना चाहिए। यह आपके ब्लड प्रेशर को हेल्दी और कंट्रोल में रखने के लिए भी बेहद जरूरी है। इसके लिए जंक फूड, पैकेज्ड फूड या फिर प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाकर रखें तो बेहतर होगा। क्योंकि ऐसे भोजन में ताजा फल और सब्जियों की तरह प्राणा एनर्जी यानि प्राण ऊर्जा नहीं होती, जो लाइफस्टाइल बीमारियों को जन्म देती है और कफ बढ़ाने वाली डाइट मानी जाती है।
(सभी फोटो शिल्पा शेट्टी के इंस्टाग्राम से ली गई हैं और डॉ. प्रताप चौहान एक लेखक, टीवी पर्सनैलिटी, आयुर्वेदिक डॉक्टर और पब्लिक स्पीकर हैं।)
इन्हें भी देखें -