आपमें से ज्यादातर लड़कियों को लगता होगा कि अपनी सेक्सुअल हेल्थ के बारे में आपको अच्छी तरह पता है...इंटरनेट पर तो सब पढ़ ही लिया है न। जब बात सेक्स और सेक्स से जुड़ी सेहत की हो तो आपमें से ज्यादातर लेडीज़ को लगता है कि इस बारे में आपको वो सब पता है जो पता होना जरूरी है। खासतौर से शादीशुदा औरतें जो सालों से सेक्सुअली एक्टिव हैं इस बारे में आत्मविश्वास से भरी होती हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भले ही आप सालों से सेक्स की दुनिया से वाकिफ हों, ऐसी बहुत सारी बातें हैं जो आपको भी नहीं पता होगी। हम आपको बताते हैं वो बातें जो अपनी सेक्सुअल हेल्थ के बारे में हर महिला को पता होना जरूरी है।
हालांकि आपको हमेशा शारीरिक संबंध के दौरान सुरक्षा बरतनी चाहिए। कंडोम आपको सीधे तौर से अपने पार्टनर के प्राइवेट के कांटेक्ट में नहीं आने देते लेकिन इससे एसटीडी न हो, ये जरूरी नहीं। आपके प्राइवेट पार्ट से किसी भी तरह का कान्टेक्ट इस बीमारी का कारण बन सकता है। हालांकि कंडोम इस रिस्क को कम करता है लेकिन यह इस बात की गारंटी नहीं देता कि आपको कोई भी यौन बीमारी नहीं होगी।
आप सोना चाहती हों या फिर कुछ और देर अपने पार्टनर के साथ बिताना चाहती हों...सेक्स के तुरंत बाद एक बार वॉशरूम जाकर अपने प्राइवेट पार्ट को अच्छे से धोना बहुत बहुत जरूरी है। हर सेक्स एक्ट के बाद अपनी वैजाइना को धोने से यूटीआई (यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन) यानी वैजाइना में होने वाले इन्फेक्शन का रिस्क काफी कम हो जाता है। सेक्स के बाद बैक्टीरिया आपके दूसरे प्राइवेट पार्ट्स में जाकर इन्फेक्शन दे सकता है और धोने से इसकी संभावना काफी कम हो जाती है।
जब बात वैजाइना की सफाई की आती है तो आपको बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। टीवी या मैगजीन में आपने यहां की सफाई करने वाले स्पेशल वाइप्स के बारे में देखा है तो उस पर भी पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है। बहुत ज्यादा बाहरी प्रोडक्ट आपके प्राइवेट पार्ट के नेचुरल पीएच लेवल को गड़बड़ कर सकते हैं। इसीलिए हमेशा की तरह अपने रोजाना इस्तेमाल होने वाले साबुन और पानी से ही इसकी सफाई कीजिए।
पैप टेस्ट एक ऐसी सर्विकल स्क्रीनिंग हैं जिसमें गर्भाशय में कैंसर की आशंका का पता लगाया जाता है। हर लड़की को 21 साल के बाद यह टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। अगर आप सेक्सुअली एक्टिव हैं तो पैप टेस्ट हर साल करवाना सेक्स हेल्थ के लिए और जरूरी हो जाता है। अगर अब तक आपने एक बार भी ये टेस्ट नहीं करवाया है तो तुरंत करवाएं।
अगर आप सोच रही हैं कि पैप टेस्ट में ही आपको अपनी सेक्स हेल्थ और सारी बीमारियों का पता चल जाएगा तो यह भी गलत है। यह टेस्ट सिर्फ सर्विकल सेल्स की एबनॉर्मलिटी चेक करता है। अगर आप नियमित तौर से सेक्स करती हैं तो आपको अलग से एसटीडी की जांच के लिए टेस्ट करवाना चाहिए।
कुछ सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीसेस ऐसी होती हैं जिनके बाहरी तौर से कोई लक्षण नजर नहीं आते। यानि ऐसा भी हो सकता है कि आपको कोई बीमारी हो चुकी हो और आपको इसका पता ही न चले क्योंकि आप बिल्कुल नार्मल फील कर रही हैं। लेकिन ऐसी कुछ बीमारी के परिणाम बहुत खतरनाक हो सकते हैं जिनमें पेल्विक में सूजन या बांझपन भी शामिल है।
सेक्सुअली एक्टिव लोगों में ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) हो सकता है वो चाहे आदमी हो या औरत। कुछ लोग मानते हैं कि यह सिर्फ आदमियों को होने वाली बीमारी है लेकिन ऐसा नहीं है। किसी भी तरह के शारीरिक संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति को यह वायरस हो सकता है और कभी कभी इसके कोई लक्षण नजर नहीं आते। अगर आप किसी एचपीवी से ग्रसित व्यक्ति के साथ वैजिनल, एनल या ओरल सेक्स करती हैं तो यह वायरस आपकी सेक्स हेल्थ के लिए हानिकारक भी हो सकता है। हालांकि ये बहुत खतरनाक बीमारी नहीं है लेकिन हर साल इसका टेस्ट भी जरूर करवाएं।
अपने पेल्विक की मसल्स को मजबूत करने के लिए आप वर्कआउट भी कर सकती हैं। इस तरह के वर्कआउट को कीगेल एक्सरसाइज के नाम से भी जाना जाता है जिसमें यूरिनरी और पेल्विक फ्लोर को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। खासतौर से बच्चे के जन्म के बाद यह एक्सरसाइज बहुत काम आती है। एक्सरसाइज करने से आपके प्राइवेट पार्ट भी फर्म में रहते हैं। आप कभी भी, कहीं भी अपनी इन मसल्स को फर्म रखने के लिए यह छोटी सी एक्सरसाइज कर सकती हैं और सेक्स हेल्थ को अच्छा रख सकती है।
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