लेडिज़, ये तो आप जानती ही हैं कि एक दिन आपके boobs इतने अच्छे नहीं लगेंगे जैसे वो आज हैं। और शायद आप ये सोच रही होगी कि वो “एक दिन” आपके लेट 50’s या 60’s में आयेगा और उसके लिए अभी बहुत टाइम है। आप सही भी हो सकती हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि जब तक आप उस उम्र तक पहुंचे तब तक इनमें कोई बदलाव आयेगा ही नहीं। तो जानिए कि आपके boobs में हर दस साल बाद किस तरह के बदलाव आते हैं। आपके 20’s में....
अब शायद आप वो A-कप वाली लड़की नहीं रहीं, जो आप अपने टीन्स में थी। आपके 20’s में ब्रेस्ट अच्छे से बढ़ते हैं और आपके वज़न के घटने या बढ़ने के हिसाब से उनकी साइज़ भी बदलती रहती है। Pregnancy और lactation (बच्चे को दूध पिलाने के समय) के समय ब्रेस्ट की साइज़ बढ़ जाती है। इसके बाद या तो वो इसी साइज़ के रहते हैं या फिर पहले जैसे थे उससे भी छोटे साइज़ के हो जाते हैं। Pregnancy के कारण आपके nipples बड़े और डार्क हो सकते हैं, लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि pregnancy के बाद में वो वापस सामान्य हो जाते हैं।
Lumps का मतलब ये नहीं है कि कुछ गड़बड़ है या सिरियस बात है, आप घबराएं इससे पहले ये जान लें कि आपके 20’s के समय swollen lumps या bumps होना बहुत कॉमन बात है। इसका श्रेय जाता है आपकी monthly cycle में होने वाले हॉर्मोनल बदलाव (fluctuation) को, जिनका नाम है estrogen और progesterone। इसका कारण ब्रेस्ट में कभी लगी चोट या ब्रेस्ट टिशू में बदलाव भी हो सकता है। तो जाकर किसी gynaecologist से चेक करायें, बस इतना ही करना है। ☺ आपके 30’s में...
अगर आपके बच्चे हैं या आपका वज़न बहुत ज़्यादा बढ़ा या घटा है तो ब्रेस्ट की त्वचा का स्ट्रेच होना सामान्य बात है। इस समय थोड़ी बहुत ड्रूपिंग (लटकना) और स्ट्रेच मार्क्स होना सामान्य है। ये सुनने में भले ही अच्छा न लगे, लेकिन हर एक महिला इस दौर से गुजरती ही है। अगर आप इससे बचना चाहती हैं तो आप एक चीज़ कर सकती हैं – और वो है एक constant वज़न बरकरार रखना – इससे त्वचा स्ट्रेच और sag नहीं होगी क्योंकि वज़न में बदलाव (fluctuation) नहीं आयेगा। आपके 40’s में...
ब्रेस्ट को फ़र्म और लिफ्ट करने के लिए ज़िम्मेदार “collagen”, इस उम्र में सुस्ता सा जाता है और इसलिए आपके ब्रेस्ट की elasticity कम होती जाती है। जैसे-जैसे आप menopause के करीब आती जाती हैं, आपकी बॉडी में estrogen का बनना कम होता जाता है, जिसके कारण ब्रेस्ट में कई बदलाव होते हैं। इस उम्र में involution process होता है, जहां ब्रेस्ट टिशू fat से रिप्लेस हो जाता है और इस कारण आपके ट्विन्स फ़र्म फील होने की जगह सॉफ्ट हो जाते हैं।
Involution ब्रेस्ट में एक समान नहीं होता है, जिसका मतलब ये है कि ब्रेस्ट कुछ हिस्सो में फ़र्म और कुछ हिस्सों में सॉफ्ट महसूस होता है। अब चूंकि एक हिस्सा fatty हो जायेगा, तो उसके पास की स्किन, उसके मुक़ाबले लंपी महसूस होगी ही। अगर लंप सॉफ्ट है तो घबराने की कोई बात नहीं है, लेकिन अगर वो फ़र्म महसूस होता है तो उसे तुरंत टेस्ट करवायें। इस उम्र पर पहुंचने के बाद महिलाओं को ब्रेस्ट का नियमित रूप से सेल्फ-एक्जाम करना चाहिए और समय-समय पर डॉक्टर को भी दिखाते रहना चाहिए।
गर्ल्स, आपके ब्रेस्ट fat, lymph nodes, नर्व्स, मिल्क सिस्टम, fibrous tissue और veins से बने होते हैं। इसलिए लंप्स होना या उसकी डैन्सिटि में बदलाव होना सामान्य और नैचुरल है। आपकी माहवारी (यानि menstrual cycle) के समय होने वाले हॉर्मोनल बदलाव के प्रति आपके ब्रेस्ट बहुत ज़्यादा sensitive होते हैं, इसलिए वो महीने के अलग-अलग समय में अलग-अलग महसूस होते हैं। ये बदलाव धीरे-धीरे ही होते हैं, लेकिन आप अचानक इन्हें एक दिन नोटिस करती हैं और आपको लगता है कि ये बदलाव एक रात में ही हो गया। सौ की एक बात ये है कि ये सामान्य है और इसके लिए टेंशन लेने वाली कोई बात नहीं है। आपकी बॉडी कॉम्प्लेक्स ज़रूर है, लेकिन खूबसूरत और लाजवाब भी है....तो इसे प्यार से अपनायें!
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