हमारे शरीर में जरूरी न्यूट्रिशन को पहुंचाने से लेकर शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई करना और टॉक्सिन और वेस्ट को बाहर निकालने में मदद करने वाला दिल वाकई में शरीर का एक जरूरी हिस्सा है और ऐसे में दिल का स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी बहुत ही जरूरी है। ऐसे में जानकारी की मानें तो 30 की वर्ष तक सभी का दिल स्वस्थ होता है लेकिन दिक्कत उसके बाद आनी शुरू होती हैं और ऐसे में दिल के स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है। इस वजह से हम यहां आपको 30 की उम्र के बाद दिल के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के 4 तरीकों के बारे में बताने वाले हैं।
नियमित एक्सरसाइज
यदि आप अपने रूटिन में फिजिकल एक्सरसाइज को शामिल करते हैं तो इससे कार्डिएक अरेस्ट से जुड़ी बीमारियां, जैसे कि हाई बीपी, डायबिटीज, मोटापा, हाई कोलेस्ट्रोल लेवल आदि का खतरा कम होता है। आप इसके लिए किसी भी तरह की एक्सरसाइज जैसे कि कोई खेल खेलना, स्विमिंग, ब्रिस्क वॉकिंग आदि कर सकते हैं।
सेंसिबल डाइट
आपको ऐसी डाइट लेनी चाहिए जिसमें प्रोटीन हो, कम कार्बोहाइड्रेट हों और फेट हो। आप इसके साथ ड्राय फ्रुट, फल, कम नमक वाला खाना, हाइड्रेशन और मॉर्ड्रेशन में ऐल्कोहॉल को शामिल कर सकते हैं। साथ ही आप चाहें तो नियमित अंतराल में कम पोशन में भी चीजों का सेवन कर सकते हैं।
स्मोकिंग छोड़ दें
स्मोकिंग दिल के स्वास्थ्य का सबसे बड़ा दुश्मन है और इसकी वजह से कई दिल से संबंधित बीमारियां होती है। एक स्मोकर को दिल का दौरा पड़ने का खतरा नॉन स्मोकर के मुकाबले दो गुना ज्यादा होता है। धूम्रपान बंद करने के बाद किसी के हृदय संबंधी जोखिम को आधा होने में लगभग एक साल लगता है, और धूम्रपान न करने वाले के समान जोखिम में आने में दो साल लगते हैं।
हेल्थ चेकअप्स
रोकथाम इलाज से बेहतर है। इसलिए, जब आप 30 साल के हो जाते हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि आप साल में कम से कम एक बार नियमित रूप से हृदय और स्वास्थ्य जांच कराएं। इसके अलावा, उच्च कार्डियक जोखिम वाले लोग जैसे धूम्रपान करने वाले, मधुमेह या उच्च रक्तचाप वाले, मोटे व्यक्ति, समय से पहले हृदय रोगों के पारिवारिक इतिहास वाले लोगों आदि को हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए और विस्तार से मूल्यांकन करना चाहिए।
इन सब चीजों के साथ यह जरूरी है कि आप अच्छी नींद लें और हमेशा अच्छे ख्याल को ही दीमाग में लाएं। आपके एफर्ट्स आपको 30 की उम्र के बाद स्वस्थ रखने में बहुत मदद करेंगे।