आप अपने बच्चे को आरामदायक रखने के लिए सभी प्रयास करती हैं और इस प्रकार आप सोच सकती हैं कि क्या आप सुरक्षित रूप से अपने बच्चे के लिए एयर कंडीशनर का उपयोग कर सकती हैं, खासकर अगर आप ऐसी जगह रहती हैं जहां गर्मी बहुत पड़ती है और आपका बच्चा गर्म और नम वातावरण में सोने में असमर्थ है। अच्छी खबर यह है कि आप अपने बच्चे के कमरे में एसी या कूलर का उपयोग कर सकती हैं क्योंकि एक अच्छी तरह से ठंडा और हवादार कमरा आपके बच्चे को रात भर सोने में मदद करेगा और साथ ही SIDS के जोखिम को भी रोकेगा।
छोटे बच्चों को AC में सुलाते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां
गर्मी की तपिश के चलते हर कोई एसी, कूलर के आगे बैठना पसंद करता है। गर्मी में बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं। माता-पिता उन्हें एसी या कूलर के सामने सुलाते हैं ताकि वे चिड़चिड़े न हों और अच्छी नींद लें। लेकिन ऐसा करते हुए कई माता-पिता ये 5 गलतियां कर बैठते हैं। आइए आज विस्तार से जानते हैं कि क्या हैं वो गलतियां और कैसे ये शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं।
कमरे का तापमान कितना होना चाहिए?
अगर आप पहली बार बच्चे को एसी या कूलर के सामने सुला रही हैं तो एसी का तापमान 25-28 के बीच होना चाहिए। इस बात का खास ख्याल रखें कि नवजात शिशु के कमरे का तापमान ज्यादा ठंडा नहीं होना चाहिए।
एसी की हवा सीधे न लगे
एसी में सोते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि शिशु को एसी से सीधी हवा न मिले। जब ऐसा होता है, तो बच्चे को बुखार या सर्दी होने का खतरा होता है।
बच्चों को AC में कौन से कपड़े पहनने चाहिए?
अगर आपका शिशु एक महीने से कम का है, तो उसे एसी में सोने से पहले अच्छी तरह से ढक दें। इसके लिए पतला स्वेटर और टोपी और जुराबें पहनें। लेकिन अगर आपका शिशु एक महीने से बड़ा है, तो आपको उसे इतना ढकने की जरूरत नहीं है। वहीं अगर आपके बच्चे की उम्र 1-2 के बीच की है तो आप उसे फुल कपड़े पहनाएं और उसे ओढ़ने के लिए हल्के कंबल का इस्तेमाल करें।
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एसी को चालू और बंद करते रहें
बच्चे को एसी से दूसरे कमरे में ले जाते समय जिस कमरे में बच्चा हो उसका एसी तुरंत बंद कर दें और उसे कमरे को सामान्य तापमान पर आने दें। इसके बाद बच्चे का तापमान सामान्य होने दें। फिर उसे बाहर निकालें। तापमान असामान्य होने से बच्चे की तबियत खराब हो सकती है। बच्चे को लगातार एसी के सामने न रखें। इसलिए उसके शरीर का तापमान कम हो सकता है।
डॉक्टर की राय जरूर ले लें
अगर आपका बच्चा प्री-मेच्योर है, तो उसे एसी में सुलाने से पहले उसके डॉक्टर से सलाह लें। साथ ही, बच्चे को एसी में सुलाने से पहले उसकी नाजुक त्वचा पर मॉइस्चराइजर लगाएं ताकि वह रूखी न हो।
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