शायद आपको लगे कि सोलो ट्रिप (Solo Trip) ही तो है, कोई भी कर सकता है! इसमें इतना कठिन क्या ही है? है ना! लेकिन शायद भारत जैसे देश में हर लड़की के लिए सोलो ट्रिप पर जाना उतना आसान भी नहीं है। तो दरअसल, मैंने हाल ही में अपनी पहली सोलो ट्रिप की और वाकई में ये आजतक के सबसे बेस्ट एक्सपीरियंस में से एक था। तो इसकी शुरुआत तब हुई जब मैंने फैसला किया कि अब तो एक सोलो ट्रिप करनी ही है और फिर आवारा जी के जरिए मुझे हिमाचल (Himachal Pradesh) की हलन वेली में सोलविल के बारे में पता चला और मैंने यहीं जाने का फैसला किया। तो फिर क्या था, अपनी बस की टिकट बुक कराई और मैं जा पहुंची हलन वेली (Hallan Valley) में स्थित होस्टल Soulville 2.0 में। यहां मैं केवल रुकी नहीं थी बल्कि मैं यहां एक वॉलंटियर के तौर पर गई थी।
क्या होता है वॉलंटियर?
वॉलंटियरिंग (Volunteering) का मतलब है कि कहीं रहने के बदले आप वहां अपनी सर्विस प्रदान करते हैं। उदाहरण के तौर पर Soulville 2.0 में रहने के बदले मैं उनका सोशल मीडिया और वेबसाइट को हैंडल कर रही थी। इसके साथ ही मैं किचन में भी हेल्पर और घर के छोटे-मोटे काम में हाथ बंटा रही थी। साथ ही अपने ऑफिस का काम और घूमना फिरना भी करती रही। तो चलिए आपको बताती हूं कि मेरा ये सफर कैसा रहा और अगर आप भी बहुत वक्त से सोलो ट्रिप पर जाने का प्लान कर रही हैं तो हां अब आपको खुद को ये मौका जरूर देना चाहिए।
कहां है हलन वेली और यहां कैसे पहुंचे?
सबसे पहला सवाल तो यही है कि हिमाचल प्रदेश में हलन वेली कहां है और यहां कैसे पहुंचा जा सकता है। तो आपको बता दूं कि इसके लिए आपको मनाली की बस लेनी होगी और बस वाले को बोलना होगा कि वह आपको पाथलीकुल पर उतार दें। पाथलीकुल, मनाली से करीब 20 मिनट पहले पड़ता है। यहां उतर कर आपको नग्गर के लिए आसानी से टैक्सी मिल जाएगी और 10-15 मिनट में आप नग्गर पहुंच जाएंगे। नग्गर से हलन वेली तक पहुंचने के लिए आप चाहे तो बस ले सकते हैं या फिर प्राइवेट टेक्सी कर सकते हैं और बस आप आधे घंटे में हलन वेली पहुंच जाएंगे। यह एक छोटा सा गांव है, यहां आपको न ही ज्यादा लोग दिखेंगे और न ही शहर जैसा शोर सुनाई देगा लेकिन आपको यहां शांति का एहसास जरूर होगा और साथ ही आप खुद को नेचर के करीब महसूस करेंगे।
खुद को रखें सरप्राइज के लिए तैयार
अपनी पहली सोलो ट्रिप पर जाने से पहले मैंने केवल एक ही चीज तय की थी और वो ये कि मैं कुछ सोच कर नहीं जाऊंगी। मतलब जब कोई एक्सपेक्टेशन नहीं होगी तो कोई निराशा भी नहीं होगी और इस वजह से मेरे सफर में आने वाली हर चीज मेरे लिए खूबसूरत थी। यहां के पहाड़, यहां के लोग, लोगों से बातें और पहाड़ों पर ट्रेकिंग का एक्सपीरियंस। ये सब खास और शानदार था। गांव के आस-पास आपको पहाड़ और नेचर की खूबसूरती देखने को मिलेगी और अगर आप ट्रेकिंग करना चाहते हैं या फिर इसमें नए हैं तो भी यह जगह आपको काफी पसंद आएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि पास में ही एक गांव से रिवर साइड का रास्ता जाता है और आप आसानी से यहां जा सकते हैं। नदी किनारे बैठ सकते हैं और ढेर सारी मस्ती कर सकते हैं।
कहां रुके?
अगर आप सोलो हलन वैली जाने का प्लान कर रही हैं तो आप Soulville 2.0 में रुक सकती है। यह वाकई एक बेहतरीन और बजट फ्रेंडली बैकपेकर होस्टल है। आप अपनी च्वॉइस के मुताबिक डोर्म या फिर रूम में रुक सकती हैं और साथ ही यहां इन हाउज किचन भी है, जहां आप अपनी पसंद की किसी भी डिश का ऑर्डर दे सकती हैं। इतना ही नहीं अगर आप वर्क फ्रॉम हिल स्टेशन करना चाहती हैं तो भी आपके लिए ये बेस्ट प्लेस है क्योंकि आप कॉमन एरिया में बैठ कर व्यू के साथ काम कर सकती हैं, चिल कर सकती हैं या फिर लोकल से मिल सकती हैं और एक कुछ दिनों के लिए शहर से दूर, शांति का अनुभव कर सकती हैं।
सोलो ट्रिप पर जाने के फायदे
- खुद को जानने और समझने का मौका मिलता है।
- खुद के साथ, नेचर के साथ बिताने के लिए बहुत सारा वक्त मिलता है।
- नए दोस्त बनाने का मौका मिलता है और नए लोगों को जानने का भी।
- किसी को क्या पसंद आएगा या नहीं आएगा या फिर किसी को कुछ अच्छा लगेगा या नहीं लगेगा ये सब नहीं सोचना पड़ता है।
- अपनी मर्जी के मुताबिक चीजें कर सकते हैं।
- पहाड़ों में हैं तो हाइकिंग या ट्रेकिंग करने से बेहतर क्या होगा।
मैं तो एक ओर सोलो ट्रिप की प्लानिंग भी करने लग गई हूं लेकिन क्या आप अब अपनी पहली सोलो ट्रिप पर जाने के लिए तैयार हैं?