1960 के दशक में शुरू हुए हिप्पी ट्रेल के बारे में शायद ही आपने सुना हो लेकिन भारत में हिप्पी लोगों के बारे में आपने कभी न कभी जरूर सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि हिप्पी ट्रेल, भारत आने वाले हिप्पी लोगों के बीच काफी मशहूर था। दरअसल, हिप्पी ट्रेल, यूरोप के लंदन से शुरू होता था और टर्की, अफगानिस्तान के रास्ते वहां से हिप्पी लोग भारत आते थे और यह कहीं न कहीं उनके लिए मुक्ति का रास्ता बन गया था। इतना ही नहीं ऋषिकेश में बीटल्स का पहुंचना और बीटल्स आश्रम का निर्माण भी इसी से हुआ है। तो चलिए आपको भारत की ऐसी 10 जगहों के बारे में बताते हैं जो आप भी Hippies के बीच काफी मशहूर है और अगर आप भी हिप्पी कल्चर को एक्सप्लोर करना चाहती हैं तो इन जगहों पर घूमने जा सकती हैं। साथ ही ये ऐसी जगह हैं जो भारत में हिप्पी ट्रेल का अहम हिस्सा रही हैं।
1. कसार देवी
हिमालय का एक मन को भा जाने वाला व्यू सभी टूरिस्ट्स को रहस्यमय पूर्व की खोज का उत्तर देता है। शहरों के शोर-शराबे से दूर, कसार देवी के पास एक हिप्पी पहाड़ी क्रैंक रिज है, जो 1960 के दशक में एक अमेरिकी लेखक और मनोवैज्ञानिक टिमोथी लेरी के रिज पर आने के बाद से लोगों के बीच काफी मशहूर हो गई थी। अगर आप शहर के शोर शराबे से दूर खुद के साथ कुछ वक्त बिताना चाहते हैं तो यहां जा सकते हैं। यह उत्तराखंड के अल्मोड़ा से लगभग 7 से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
2. कसोल
कसोल को भारत के मिनी इजराइल के नाम से भी जाना जाता है और यहां पार्वती नदी के किनारे लोगों को आसानी से हीब्रू बैनर देखने को मिल जाते हैं। सोलो ट्रेवलर्स को यह जगह बेहद पसंद है और साथ ही पार्वती वैली अपने कुछ ट्रेक्स के लिए भी मशहूर है। जैसे कि खीरगंगा ट्रे, सरपास, येंकर पास और पिन पार्वती पास आदि। यहां देश-विदेश से कई ट्रेवलर्स आते हैं जो ट्राइबल लोकल्स के साथ आस-पास या फिर दूर के गांव में रहते हैं। वहीं कुछ लोग पार्वती वैली में मणिकरण साहिब के पास कैंप भी करते हैं।
3. मनाली
नोर्थ इंडिया में यह हिप्पी के लिए अन्य गोवा है और यह ड्रेड लॉक्स में घूमने वाले हिप्पी का हब है। मनाली में आपको आसानी से विदेशों से आए हिप्पी टूरिस्ट्स देखने को मिल जाएंगे। कुछ टूरिस्ट यहां मुक्ति की तलाश में आते हैं तो कुछ अन्य यहां मलाना क्रीम की तलाश में आते हैं।
4. वाराणसी
गंगा के किनारे बसा शहर वाराणसी लंबे वक्त से हिप्पी की पसंदीदा जगह में से एक रही है। मुक्ति की उम्मीद और हिप्पी रोड उन्हें जीवन में एक बार तो वाराणसी तक ले ही जाती है। ऐसे में अगर आप भी हिप्पी कल्चर को करीब से देखना चाहते हैं तो वाराणसी को अपनी डेस्टिनेशन में जरूर शामिल कर लें।
5. ऋषिकेश
दुनिया के संगठित धर्मों से दूर, टूरिस्ट्स को अक्सर ज्ञान के खोजी होती हैं। ऋषिकेश में बीटल्स आश्रम हिप्पियों के लिए किसी तीर्थस्थल से कम नहीं है और आज कई भारतीय टूरिस्ट भी ऋषिकेश जाते हैं तो बीटल्स आश्रम जरूर जाते हैं। लेकिन आप शायद ही जानते होंगे बीटल्स आश्रम तक शुरुआत में लोग हिप्पी ट्रेल की मदद से ही पहुंचे थे।
6. गोकर्णा
शान्ती और खुशी से बिताने वाली छुट्टियाँ कई लोगों के लिए एक गिल्टी प्लेजर हो सकता है। और गोकर्णा के चार समुद्र तटों पर, आपको इस तरह की ही शांति मिलती है जो आप शायद सपने में ही सोच सकते हैं। गोकर्णा के समुद्र तट के किनारे बैठकर आप चाहें घंटो भी बिता लें लेकिन आपको यही लगेगा कि यहां तो अभी ही आए थे। इस तरह की शांत और खूबसूरत जगह को एक बार तो एक्सप्लोर किया ही जाना चाहिए। पुराने वक्त में हिप्पियों को गोवा में जो महसूस होता था वो आप आज के वक्त में गोकर्णा में महसूस कर सकते हैं।
7. हंपी
हंपी एक छोटा सा शहर है और आपको यहां कई हिप्पी देखने को मिल जाएंगे। यहां आपको अक्सर ही लोग जैम सेशल करते हुए या फिर हिप्पी कम्यूनिटी गाने गाते हुए नजर आ जाएगी।
8. वरकला
अगर आपने वरकला बीच पर सनसेट का अनुभव किया है तो आपको बता दें कि सही में इससे खूबसूरत और कुछ नहीं है। यहां बीच के आस-पास आपको आसानी से हिप्पी गियर्स की शॉप मिल जाएगी। जहां से आप अपने लिए भी हिप्पी कल्चर से जुड़ी चीजें ले सकते हैं और इस कल्चर से जुड़े अपने एक्सपीरियंस को पर्सनल बना सकते हैं।
9. वट्टाकनाल
कोडईकनाल कनाल के पास एक छोटा सा गांव वट्टाकनाल स्थित है। यह इजराइली ट्रेवलर्स के बीच काफी मशहूर गांव था और कुछ लोगों का कहना था कि आने वाले सालों में इस गांव में लोग हीब्रू भाषा में ही बात करते हुए नजर आएंगे। कुछ साल पहले जब हिप्पियों को पता चला कि गोवा में कुछ नहीं है तो उन्होंने इस गांव को खोज लिया। इस गांव के लोगों का कहना है कि ”इजराइली यहां आए, यहां आराम किया और बाकि इजराइली लोगों ने उन्हें फॉलो करना शुरू किया।”
10. गोवा
गोवा, हिप्पी ट्रेल की अंतिम डेस्टिनेशन है। ऐसा लगता है कि गोवा ने सभी दूरदर्शी ट्रेवलर्स तक अपनी बीच की बात पहुंचा दी और बस फिर दुनियाभर के लोगों ने यहां आना शुरू कर दिया। ड्रीमी ट्रेवलर्स और हिप्पी ट्रेल का अंत गोवा में होता है, जहां लोग अपनी जिंदगी का जश्न मनाने के लिए आते हैं।