ऐसा कोई रिश्ता नहीं होता है जो एक ही जैसे ट्रायल या फिर ट्रिबुलेशन का सामना करता है। कुछ रिश्ते मीठे होते हैं तो वहीं कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो परेशानियों से भरे होते हैं। लेकिन उम्र के साथ किसी भी रिश्ते का नेचर या फिर एक्सपेक्टेशन बदल जाती है और इसका कारण एक इंसान की मैच्योरिटी और उनकी पर्सनल जिंदगी के एक्सपीरियंस होते हैं। यही वजह है कि 20 के शुरुआती सालों के रिलेशनशिप 27-28 साल में बने रिलेशनशिप से काफी अलग होते हैं। इस बारे में हमने रिलेशनशिप कोच जीविका शर्मा से बात की और उन्होंने हमें बताया कि 20 के शुरुआती सालों में और 27-28 साल के रिलेशन में क्या अंतर होता है।
- 20 के शुरुआती सालों में लोगों को एक दूसरे पर जल्दी भरोसा हो जाता है। वहीं दूसरी ओर 27-28 साल की उम्र में किसी पर भरोसा कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। सब लोग अपने एक्सपीरियंस के आधार पर दुनिया को देखना शुरू कर देते हैं। शुरुआती 20 के सालों में लोग बदलावों को ज्यादा नोटिस नहीं करते हैं और पार्टनर के एटीट्यूड पर भी ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।
- शुरुआती 20 के सालों में रिलेशनशिप कम स्ट्रेसफुल होते हैं। इस दौरान दोनों लोग एक दूसरे के साथ अधिक वक्त बिता पाते हैं और ज्यादा एन्जॉय करते हैं क्योंकि वो पढ़ाई कर रहे होते हैं और उनके ऊपर परिवार या फिर शादी की जिम्मेदारी नहीं होती है। वहीं दूसरी ओर 27-28 की उम्र में लोगों पर करियर, फाइनेंस, पेरेंट्स का शादी को लेकर प्रेशर आदि चीजें होती हैं और यही कारण है कि इन चीजों में इंसान अधिक बिजी हो जाता है। इसकी वजह से रिलेशनशिप पर असर होता है या रिलेशनशिप अनस्टेबल हो जाता है।
- शुरुआती 20 के सालों के रिश्तों का शादी के पड़ाव तक पहुंच पाना कई बार काफी मुश्किल होता है। वहीं दूसरी ओर 27-28 की उम्र में बने रिश्तों में लोग शादी के फैसले पर पहुंच जाते हैं और वो 30 के शुरुआती सालों में शादी कर लेते हैं और इस तरह के कपल्स की शादी लंबे वक्त तक चलने की संभावना रहती है।
- शुरुआती 20 के सालों में कपल फाइनेंस को लेकर ज्यादा सीरियस नहीं होते हैं और न ही इस बारे में अधिक बात करते हैं। इसकी जगह ये रिश्ते अधिकतर इमोशनली बिल्ड होते हैं लेकिन 27-28 की उम्र में बने रिश्तों के पार्टनर्स एक दूसरे से फाइनेंस के बारे में बात करते हैं और इंडिविजुअल्स इस दौरान इमोशनल साइड्स पर भी काम करते हैं।
- 20 के शुरुआती सालों में इंडिविजुअल्स को यह क्लैरिटी नहीं होती है कि वह अपने पार्टनर में क्या चाहते हैं। वहीं दूसरी ओर 27-28 की उम्र में इंडिविजुअल्स को पता होता है कि उन्हें अपने पार्टनर से क्या चाहिए होता है। वो अपने पार्टनर में जिन क्वालिटी को ढूंढ रहे होते हैं उसे लेकर वो ज्यादा सतर्क होते हैं।
- 27-28 की उम्र में बने रिश्तों में पार्टनर्स एक दूसरे को गोस्ट नहीं करते हैं। इतना ही नहीं अगर वो एक दूसरे के साथ नहीं रहना चाहते हैं तो वो इस बारे में बात करते हैं या फिर अपने व्यवहार से दर्शा जेते हैं। वहीं 20 के शुरुआती सालों में इंडिविजुअल एक दूसरे को गोस्ट कर देते हैं या बिना जवाब दिए ही गायब हो जाते हैं।
- शुरुआती 20 के रिलेशनशिप में इंडिविजुअल में डीसेंसी की कमी होती है या फिर उन्हें थोड़ी मुश्किल परिस्थितियों को संभालना नहीं आता है लेकिन 27-28 की उम्र में बने रिश्तों में इंडिविजुअल्स को मुश्किल परिस्थितियों को संभालना आता है और वो सही तरीकों से परेशानियों पर साथ में काम करते हैं।