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पीरियड के दर्द से राहत के घरेलू उपाय - Periods mai Dard ko Kaise Roke

पीरियड में पेट में दर्द के लिए घरेलू उपचार | Periods mai Dard ko Kaise Roke

 

पीरियड्स, जिसे मासिक धर्म भी कहते हैं, एक ऐसी प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे हर लड़की को होकर गुजरना पड़ता है। हर महीने आने वाले यह पीरियड्स लड़कियों में आमतौर पर 13 साल की उम्र से शुरू हो जाते हैं और 45 साल की उम्र तक चलते हैं। केवल गर्भावस्था के दौरान ही महिलाओं को 9 महीने के लिए पीरियड्स ने आंशिक छुट्टी मिलती है। पीरियड्स के इन 5 दिनों के दौरान एक लड़की मूड स्विंग्स, पेट में ऐंठन, कमर दर्द, चिड़चिड़ापन, पेट दर्द आदि से होकर गुजरना पड़ता है। इसके अलावा पीरियड्स के दौरान प्राइवेट पार्ट की सफाई का ख्याल न रखा जाए तो वैजाइनल इन्फेक्शन का खतरा भी बना रहता है। अब सवाल यह उठता है कि पीरियड में पेट दर्द को कैसे रोकें (periods mai dard ko kaise roke), इसका घरेलू इलाज क्या है (period me pet dard ka gharelu ilaj) या फिर पीरियड के दर्द को कम करने के लिए क्या कोई घरेलू उपाय (periods pain relief home remedies in hindi) भी है। तो आपके इन सब सवालों के जवाब हम आपको इस लेख में देंगे।                                                                                                                   जानिए समय से पहले पीरियड जल्दी लाने का उपाय

पीरियड से पहले पेट में दर्द क्यों होता है

 

इस बात से तो हर लड़की वाकिफ है कि पीरियड अपने आने से पहले ही संकेत देना शुरू कर देता है। और वो संकेत है पेट में दर्द। पीरियड शुरू होने से थोड़ी देर पहले ही पेट में दर्द होना भी शुरू हो जाता है। कुछ मामलों में तो यह पेट दर्द इतना अधिक हो जाता है कि कई बार उल्टी की शिकायत भी हो जाती है। इतना ही नहीं पेट दर्द के चलते बार-बार शौचालय भी भागना पड़ता है। अब सवाल यह उठता है कि पीरियड से पहले पेट में दर्द क्यों होता है। पीरियड्स से पहले और पीरियड्स के दौरान महसूस होने वाले इस पेट दर्द को डिसमेनोरियल कहते हैं। दरअसल, महिलाओं में जब यूट्रस संकुचन प्रक्रिया शुरु करता है तो प्रोस्टाग्लैंडीन नमक हार्मोन रिलीज़ होते हैं। इसी दौरान यूट्रस से थक्के भी बाहर निकल आते हैं, जिसकी वजह से दर्द ज्यादा महूसस होता है।  लिकोरिया का घरेलू उपचार

पीरियड में पेट में दर्द के लिए घरेलू उपचार

  • गर्म पानी की सिंकाई
  • पैरों की मालिश
  • दालचीनी
  • तुलसी का सेवन
  • अदरक और शहद
  • हर्बल टी
  • लैवेंडर ऑयल की मालिश
  • अजवाइन का सेवन
मासिक धर्म की समस्या महिलाओं में 13 साल की उम्र से ही शुरू हो जाती है। कुछ लड़कियों के लिए इन 5 दिनों का सफर आसान होता है तो वहीं कुछ लोगों के लिए पेट का दर्द असहनीय हो जाता है। जिस तरह हर लड़की की गर्भावस्था अलग-अलग होती है ठीक उसी तरह हर लड़की के मासिक धर्म की समस्या भी अलग-अलग होती है। आज के समय में पेट दर्द होने पर दवा लेने का चलन काफी बढ़ गया है मगर स्वास्थ्य की दृष्टि से यह उचित नहीं है। बरसों से हमारी दादी-नानी और मां पीरियड में पेट दर्द के लिए घरेलू उपचार का सहारा लेती आई हैं। यह दवा के मुकाबले सुरक्षित भी हैं और काम भी बेहतर करते हैं। जानिए पीरियड के दर्द को कम करने के लिए क्या कोई घरेलू उपचार (periods pain relief home remedies in hindi)। पीरियड के कितने दिन बाद बाल धोना चाहिए?

गर्म पानी की सिंकाई

पीरियड के दर्द में राहत पाने के लिए गर्म पानी से पेट की सिंकाई सबसे सुरक्षित और बेहतरीन घरेलू उपचार है। पीरियड्स के दौरान दर्द और ऐंठन से प्रभावित मांसपेशियों को आराम और राहत दिलाने के लिए गर्म पानी की सिंकाई से अच्छा कुछ और नहीं। इसके लिए आप हीटिंग पैड या फिर पानी से भरा हुआ हॉट वॉटर बैग का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। थोड़ी-थोड़ी देर के के लिए इससे अपने पेट के नीचे वाले हिस्से की सिंकाई करें। इस घरेलू उपचार से आपको दर्द में काफी राहत मिलेगी। 

पैरों की मालिश

मालिश शरीर में होने वाले लगभग हर दर्द का इलाज है, पेट दर्द का भी। पीरियड के दौरान भी मालिश दर्द में काफी राहत पहुंचाती है। मगर यह मालिश आपको पेट में नहीं बल्कि अपने पैरों पर करनी है। पीरियड के दर्द से रहत दिलाने के लिए पैर में एक प्रेशर पॉइंट होता है। यह पॉइंट टखने की हड्डी के ऊपर तीन उंगली की चौड़ाई पर स्थित होता है। अगर आप धीरे-धीरे अपने अंगूठे और उंगलियों के साथ इस पॉइंट पर मालिश करेंगे, तो पेट दर्द के साथ उल्टी व चक्कर आने जैसी समस्याओं में भी राहत मिलेगी। 

दालचीनी

दालचीनी एक ऐसा मसाला है, जो लगभग हर भारतीय घर की रसोईं में पाया जाता है। पीरियड में होने वाले पेट दर्द में दालचीनी का सेवन काफी फायदेमंद रहता है। इसके लिए एक गिलास पानी में थोड़ा सा दालचीनी पाउडर डालकर उसे अच्छे से उबाल लीजिये। अब इसमें एक चम्मच शहद मिलकर इसका सेवन करें। इस घरेलू उपचार से पेट दर्द में काफी राहत मिलती है। 

तुलसी का सेवन

तुलसी का पौधा हर घर में पाया जाता है। इसी एक ऐसी जड़ीबूटी भी कह सकते हैं, जो कई तरह की बीमारियों का इलाज करने में सक्षम है। पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द को कम करने में भी तुलसी सक्षम है। इसके लिए आपको बस एक गिलास पानी में 10-12 तुलसी के पत्ते डालकर उसे अच्छे से उबाल लेना है और शहद मिलकर तुलसी के पानी का सेवन करना है। पेट दर्द में आराम मिल जायेगा। दिन में कम से कम दो बार आप इसे पी सकती हैं।

अदरक और शहद

अदरक का स्वाद भले ही कड़वा होता है मगर यह काफी सारी बीमारियों का एक बेहतरीन घरेलू इलाज भी है। पीरियड्स के दर्द में भी अदरक फायदा पहुंचाती है। वहीं अगर इसके साथ शहद मिल जाये तो दर्द में तुरंत आराम मिल जाता है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। बस एक इंच अदरक को 10 मिनट के लिए लगभग एक कप गर्म पानी में भिगोएं। जब पानी ठंडा हो जाये तो इसमें शहद मिलकर पी लें। दिन में दो से तीन बार अदरक के इस पानी को पिया जा सकता है। 

हर्बल टी

हर्बल टी महिलाओं में पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द को कम करने में काफी मदद करती है। इसके लिए आप ग्रीन टी या फिर कैमोमाइल टी का सेवन कर सकती हैं। कैमोमाइल टी पीरियड के दर्द से राहत दिलाने के साथ पेट में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करती है। बात करें ग्रीन टी की तो ग्रीन टी एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो पीरियड में होने वाली ऐंठन, दर्द व सूजन को दूर करने में मदद करते हैं। ध्यान रहे दिन में 1 बार से ज्यादा हर्बल टी का सेवन न करें। 

लैवेंडर ऑयल की मालिश

हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि पीरियड में पेट दर्द के दौरान पैरों की मालिश फायदेमंद रहती है। लेकिन अगर आप पेट की सिंकाई के साथ इसकी मालिश भी करना चाहती हैं तो लैवेंडर ऑयल का ही इस्तेमाल करें। पेट दर्द के दौरान लैवेंडर ऑयल से पेट की मालिश करने पर काफी आराम मिलता है। इसके लिए थोड़ा सा लैवेंडर एसेंशियल ऑयल लें और उससे 10 से 15 मिनट के लिए पेट की मालिश करें। आपको जल्द ही आराम मिलना शुरू हो जायेगा। 

अजवाइन का सेवन

पीरियड के दौरान बोन वाले पेट दर्द का कारण अक्सर पेट में गैस बनना भी होता है। इस वजह से पेट में तेज दर्द भी होता है। इसे समय में अजवाइन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अजवाइन के सेवन से पेट में बनने वाली गैस से छुटकारा मिलता है। इसके लिए आप आधा चम्मच अजवाइन और आधा चम्मच नमक को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ पियें। पेट दर्द में तुरंत रहत मिल जाएगी। 

पीरियड में पेट में दर्द से जुड़े सवाल-जवाब

पीरियड का दर्द कितने समय तक रहता है?

हर महिला में दर्द अलग-अलग दिनों तक रहता है। ज्यादातर यह दर्द एक दिन के लिए होता है मगर किसी-किसी मामले में यह 3 दिन तक भी बना रहता है।

पीरियड के दर्द में कौन सी दवा लेनी चाहिए।

पीरियड के दर्द में कोई भी दवा लेने से पहले एक बार अपनी डॉक्टर से परामर्श कर लें। वैसे ज्यादातर महिलाएं पेट दर्द के लिए पेन किलर का इस्तेमाल करती हैं।

पीरियड आने के पहले पेट में दर्द क्यों होता है?

यह एक तरह का संकेत है कि पीरियड होने वाले हैं।

पीरियड के टाइम कमर दर्द क्यों होता है?

पीरियड के दौरान कमर दर्द का कारण प्रोस्टेग्लेंडाइन नमक हार्मोन होता है, जो गर्भाशय के पास से निकलता है।

पीरियड में कौन सा योग करना चाहिए?

इस दौरान प्राणायाम और मेडिटेशन करना काफी लाभदायक रहता है।

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